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इलेक्ट्रिक कार अब बिना चार्जिंग के सड़कों पर दौडेंगी इलेक्ट्रिक कारें, अनलिमिटेड दौड़ेंगी कारें

एनएमटी न्यूज डेस्क. पेट्रोल -डीजल की बढ़ती कीमत के बीच विश्व में इलेक्ट्रिक गाडि़यों के प्रॉडक्शन पर ध्यान दे रही हैं। इसीक्रम में जब तक चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर द अच्छी तरह से डवलप न हो जाये तब तक इलेक्ट्रिक कारों को चलाना किसी चुनौती से कम नहीं । इसी बात का ध्यान रखते हुए कुछ इलेक्ट्रिक कार निर्माता कंपनियां अब इलेक्ट्रिक कारों में सोलर चार्जिंग का फीचर जोड़ रही है। भारतीय कार बाजार में जहां इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की एंट्री हो रही है। वहीं इंटरनेशनल मार्केट में अब सोलर पावर्ड इलेक्ट्रिक कार को उतारा हैं।
पावर्ड इलेक्ट्रिक कार की एंट्री

Solar Charging in Electric Cars

इसी बात का ध्यान रखते हुए कुछ इलेक्ट्रिक कार निर्माता कंपनियां अब इलेक्ट्रिक कारों में सोलर चार्जिंग का फीचर जोड़ रही है जिसकी बदौलत इन्हें चार्ज करने के लिये चार्जिंग स्टेशंसप निर्भर न रहना पड़े। आज हम आप दुनिया की 2 सोलर पावर्ड इलेक्ट्रिक कारों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन पर तेजी से काम हो रहा है और आने समय में यह कारें सड़कों पर दौड़ती नजर आयेंगी।
बॉडी पर सोलर पैनल

solar panel on body

आपको बता दें कि यह कार सूर्य की रोशनी से चार्ज हो जाती है क्योंकि इसकी बॉडी पर सोलर पैनल लगाये गये हैं। एक बार चार्ज होने पर इस 1000 मील या लगभग 1,600 किमी तक चलाया जा सकता है। कंपनी ने एपटेरा गीडियम के लिये प्री-ऑर्डर सेल की शुरूआत की थी जिसमें यह कार 24 घंटे से भी कम समय में सोल्ड आउट हो गयी है।
हम्बल वन के बेहतरीन फीचर

Best Features of Humble One

हम्बल वन में बैटरी चार्ज करने के लिये सोलर रूफ, इलेक्ट्रिक सिटी जेनरेटिंग साइड लाइट्स, पियर टू पियर, री-जेनरेटिव ब्रेंिग और फोल्ड आउट सोलर ऐरे विंग्स दिये गये हैं। इन सब की मदद से एसयूीव बैटरी आसानी से चार्ज होती रहती है।
एसयूीव हम्बल वन

SUV Humble One

Aptera Paradigm की तरह ही कैलीफोर्निया बेस्ड स्टार्ट-अप कंपनी हंबल मोटर्स ने SUV Humble One तैयार की है और इसे दुनिया के सामने पेश कर दिया है. ये कार भी सोलर पावर्ड है जिसका मतलब ये हुआ कि ग्राहकों की जेब पर खर्च काफी कम होने वाले है. इस कार की छत समेत कई अलग-अलग हिस्सों में सोलर पैनल्स लगाए गए हैं जिनका इस्तेमाल करके ये कार बैटरी को चार्ज कर लेती है.

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10 दिन की बारिश से मप्र में 300 पुल टूटे, 471 किमी सड़कें बर्बाद, इन्हें सुधारने चाहिए 400 करोड़ रु.

भोपाल. अगस्त के शुरुआती 10 दिन आधे मध्यप्रदेश में हुई झमाझम बारिश से सड़कों की दशा बिगड़ गई है। 300 से ज्यादा छोटे-बड़े पुल ध्वस्त या तहस-नहस हो गए। 471 किलोमीटर की सड़कें बर्बाद हो गई हैं। इन्हें सुधारने के लिए तुरंत 400 करोड़ रु. चाहिए। सबसे ज्यादा नुकसान भोपाल संभाग के विदिशा सहित 10 जिलों में हुआ है।

विदिशा-राजगढ़ सड़कें तबाह हो गई हैं। नेशनल हाईवे को भी नुकसान पहुंचा है, इन्हें सुधारने के लिए 18 करोड़ रु. चाहिए। ये स्थिति तब बनी है, जब आधा मप्र अभी भी सूखा है। इन सड़कों और पुलों को सुधारने के लिए पीडब्ल्यूडी ने राज्य सरकार से कहा है कि वो बचत मद से 161 करोड़ रु. दे। पीडब्ल्यूडी मंत्री गोपाल भार्गव ने प्रमुख सचिव नीरज मंडलोई और ईएनसी अखिलेश अग्रवाल से स्थिति की समीक्षा की।

आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि रतनगढ़ में बाढ़ में बहे पुल को नई डिजाइन से बनाया जाएगा। नए कंसलटेंट तय होंगे। पीडब्ल्यूडी ने सरकार को भेजी रिपोर्ट में बताया है कि 23 बड़े और 293 छोटे पुलों को नुकसान हुआ है। 7 बड़े पुल पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हैं। सड़कों में ज्यादा नुकसान मुख्य जिला मार्ग को हुआ है। यह कुल क्षतिग्रस्त सड़कों का 70 प्रतिशत है।

प्रमुख मार्ग जो तबाह हो गए
रतनगढ़ माता मंदिर के पास सिंध नदी का पुल, यहां अभी वैकल्पिक मार्ग बनाना।
रतनगढ़ ब्रिज
इंदरगढ़-पिछौर रोड। दतिया-उन्नाव मार्ग।
अशोक नगर-पिपरई रोड। मुंगावली-बीन-कंजिया रोड।
संबलगढ़-विजयपुर मार्ग।
कैलारस-पहाड़गढ़ मार्ग, सेंमई-विजयपुर मार्ग।
विजयपुर-इकलौद मार्ग। विजयपुर-सेमई रोड।
श्योपुर-खातौली रोड का मजबूतीकरण आदि।

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परिवहन मंत्री  आज “विजन जीरो मध्य प्रदेश” का शुभारंभ करेंगे

आईआईटीटीएम में आयोजित होगा शुभारंभ कार्यक्रम

ग्वालियर  सड़क दुर्घटनाएँ रोकने के लिये परिवहन विभाग ने “विजन जीरो मध्य प्रदेश” के नाम से संकल्प तैयार किया है। प्रदेश के परिवहन एवं राजस्व मंत्री  गोविंद सिंह राजपूत के मुख्य आतिथ्य में 18 अगस्त को “विजन जीरो मध्य प्रदेश” का शुभारंभ होगा। उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश एवं सड़क सुरक्षा समिति के अध्यक्ष अभय मनोहर सप्रे इस कार्यक्रम में बतौर विशिष्ट अतिथि शामिल होंगे।
परिवहन आयुक्त मुकेश जैन ने बताया कि 18 अगस्त को प्रात: 11 बजे जीवाजी विश्वविद्यालय के समीप स्थित आईआईटीटीएम (भारतीय पर्यटन एवं यात्रा प्रबंधन संस्थान) के सभागार में “विजन जीरो मध्य प्रदेश” संकल्प का शुभारंभ कार्यक्रम आयोजित होगा। परिवहन मंत्री  इस कार्यक्रम का ऑनलाइन शुभारंभ करेंगे। कार्यक्रम में उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश श्री अभय मनोहर सप्रे भी ऑनलाइन इस कार्यक्रम में शामिल होंगे। आईआईटीटीएम में “विजन जीरो मध्य प्रदेश” कार्यक्रम में पुलिस महानिरीक्षक श्री अविनाश शर्मा एवं कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह भी मौजूद रहेंगे।

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केन्द्रीय दल भितरवार तहसील के ग्राम सिला एवं पलायछा पहुँचा, प्रभावित गाँवों में हुए नुकसान का किया स्थल निरीक्षण

ग्वालियर– चंबल- ग्वालियर संभाग में अति वर्षा के कारण हुए नुकसान का जायजा लेने 2 दिवसीय प्रवास पर केन्द्रीयदल ग्वालियर आया केन्द्रीय दल द्वारा ग्वालियर, दतिया, शिवपुरी, मुरैना और श्योपुर जिले में हुए नुकसान का निरीक्षण किया और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ चर्चा भी की। केन्द्रीय दल ने भ्रमण के दौरान जिन गाँवों में नुकसान हुआ है वहाँ पहुँचकर क्षतिग्रस्त मकानों, शासकीय सम्पत्तियों, पुल-पुलियाओं और खेतों का भी अवलोकन किया। इसके साथ ही प्रभावित परिवारों से भी चर्चा की।
भारत सरकार के संयुक्त सचिव सुनील वर्णवाल के नेतृत्व में आए इस दल के साथ आयुक्त भू-अभिलेख श्री ज्ञानेश्वर पाटिल, संभागीय आयुक्त आशीष सक्सेना, कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह, सीईओ जिला पंचायत किशोर कान्याल सहित विभागीय अधिकारी ग्वालियर जिले में भ्रमण के दौरान उनके साथ थे।
केन्द्रीय दल मंगलवार को ग्वालियर जिले की भितरवार तहसील के ग्राम सिला एवं पलायछा पहुँचा। उन्होंने दोनों ही गाँवों में अति वर्षा के कारण हुए नुकसान का जायजा लिया। दल ने क्षतिग्रस्त हुए मकानों एवं फसलों को हुई क्षति का स्थल निरीक्षण भी किया। बाढ़ से सम्पूर्ण रूप से नष्ट हुए मकानों को किसी उचित स्थान पर मॉडल टाउन के रूप में निर्माण किए जाने पर विचार करने का सुझाव भी दिया। इसके साथ ही पार्वती नदी पर बने हुए पुल को हुए नुकसान का भी उन्होंने स्थल निरीक्षण किया।
केन्द्रीय दल द्वारा अति वर्षा के कारण क्षतिग्रस्त हुई सड़कों को पुन: परिवहन हेतु शीघ्र ठीक करने को कहा। दल ने ग्रामीण क्षेत्र में विभिन्न स्थानों पर रूककर ग्रामीणों से चर्चा की तथा अति वर्षा के कारण हुए नुकसान के संबंध में पूछताछ की। दल ने सभी प्रभावित गाँवों में राहत कार्यों को तीव्र गति से करने का सुझाव दिया।

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वह अजेय किला, जिसे शिवाजी भी नहीं जीत पाये थे, सागर के बीचों बीच मौजूद मुरूद जंजीरा की कहानी

नई दिल्ली. भारत में ऐसे प्राचीन किले हैं, जो कई रहस्य समेटे हुए है। आज आपको उस किले के बारे में बताने जा रहे हैं। जिसके बारे में बहुत से लोग नहीं जानते होंगे। यह किला न सिर्फ देश बल्कि पूरी दुनिया में अपनी बनावट के लिये मशहूर है जिसे देखने के लिये लाखों सैलानी यहां खिचे चले आते हैं। यह किला महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के तटीय इलाके मुरूद में स्थित है, जिसे मुरूद जंजीरा के नाम से जाना जाता है।
मीठे पानी की झील का रहस्य

Fort News

इस किले में 60 फीट गहरे मीठे पानी के छोटे तालाब है। समुद्र के खारे पानी के बीचों बीच होने के बावजूद इसका पानी मीठा है। यह मीठा पानी कहां से आता है। यह आज भी लोगों के लिये राज बना हुआ है। मीठे पानी का एक कुंआ भी है। जो आज भी काम करता है। किले के बीचों बीच पहले सिद्दकी नवाब सुरूलखान की जर्जर होती हवेली है। पहले यहां 3 मोहल्ले थे- 2 मुस्लिमों के और एक धर्म के मानने वालों के।
सैलानियों में बढ़ता क्रेज

How its possible

इस इलाके के आस-पास रहने वालों को गर्व है िकवह इस विरासत को काफी करीब से जानते हैं। किले में 19 विशाल बुर्ज हैं। उन पर स दौर की बेहतरीन तोपें लगी हुई है। यह स्वीड़न, स्पेन, फ्रांस और हॉलैण्ड से मंगाई गयी थी। कहते हैं कि इीस किले की सुरक्षा के लिये लगभग 514 तोपें थी। इनमें कलाल बांगड़ी, लांडा कासम और चावरी नाम तापें आज भी मौजूद हैं। कलाल बांगड़ी तो बहुत दूर तक अचूक निशाना साधती थी।
अजेय होने का कारण

Murud Janjira Fort why its trending

इस किले के दरवाजों को दीवारों की आड़ में बनाया गया है जिस वजह से कुछ मीटर दूर जाने पर यहां दरवाजे दिखना बन्द हो जाते हैं। यहीं कारण है कि इस किले को आज तक कोई फतह नहींे कर पाया है। इतिहास की किताबों के अनुसार 1975-76 हके एक फारसी शिलालेख में लिखा गया है कि फाहिम खान ने इस किले को बनवाया था। सन् 1618 में सुरूल निजाम नेस्वयं को जंजीरा रियासत का पहला नवाब घोषित किया था। मुगलों की भी इस किले पर नजर थी। इतिहासकारों के अनुसार शिवाजी महाराज ने जंजीरा पर अधिकार जमाने के कई प्रयास किये थे। लेकिन वह सफल नहीं हो पाये। सन् 1680 में शिवाजी महाराज के निधन के बाद उनके पुत्र छत्रपति संभाजी महाराज ने 1682 में जंजीरा लेने के लिये एड़ी से चोटी का जोर लगाया था। लेकिन वह भी सफल नहीं हो पाये थे।

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सटोरिया के बेहोश हालत में जेएएच लेकर पहुंची इंदरगंज पुलिस तो डॉक्टरों ने किया मृत घोषित

ग्वालियर. शाम को लगभग 7 बजे इन्दरगंज थाना पुलिस के एसआई अपने 3 आरक्षकों के साथ पहुंचे और एक सटोरिया के थाने लाकर सट्टे के संबंध में जानकारी ली और दबाव बना रहे थे उनकी सेवादारी शुल्क को बढ़ाया जाये उसके मना करते ही तीनों आरक्षकों ने सटोरिया की इन्दरगंज थाने के ऊपर कैमरों की नजरों से बचाकर मिनी कन्ट्रोल रूम ले जाकर पिटाई की इस बीच उसको उल्टी हुई तो पानी पिलाया और वहीं गिर गया तो घबरा कर जेएएच ले गये वहां पर उसे मृत घोषित कर दिया गया हैं। इस मामले की जांच पड़ताल करने के लिये एसपी अमित सांघी ने सीएसपी इन्दरगंज थाने भेजा कि वहां पहुंचकर थाने के कैमरे चैक करों इसके बाद तय होगा कि मामला क्या है। लेकिन जब सीएसपी इ्रन्दरगंज नागेन्द्र सिकरबार को फोन लगाया तो उन्होंने मोबाइल नहीं उठाया।
क्या है पूरा मामला
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शाम को लगभग 7 बजे एसआई बृजलाल यादव और 3 आरक्षक नीरज यादव, श्याम जाट और मुकेश शर्मा एक सटोरिया सोनू बंसल को थाने लेकर आये और कड़ाई से पूछताछ की बेहोश हो गया इसके बाद उसे पानी पिलाया तो उल्टी हो गये इस घटना से पुलिस के हाथ-पैर फूल गये और उसे आनन-फानन में जेएएच ले गये जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस मामले के संबंध टीआई इंदरगंज राजेन्द्र परिहार ने कुछ भी बताने से इंकार कर दिया हैं।

पुलिस का यह कहना

जब मामले का पता लगा और इंदरगंज थाना के सामने भीड़ लगी तो पुलिस अफसरों के हाथ पांव फूल गए। शव को डेड हाउस में रखवाने वाले आरक्षक मुकेश का कहना है कि थाने के बाहर प्याऊ पर एक युवक चक्कर खाकर गिर पड़ा था। जिसे जेएएच पहुंचाया गया था जहां उसकी मौत होने की पुष्टि हुई है। शव डेड हाउस में रखवा दिया गया है। उसके बाद आरक्षक ने फोन बंद कर लिया।

यह है असल कहानी

जैसा पता लगा है उसके मुताबिक शाम को जब सोनू को पुलिस जवान पकड़कर लाए तो उसे CCTV कैमरों से बचाकर मंदिर की तरफ से मिनी कन्ट्रोल रूम की तरफ ले गए। यहां उसके पेट में लात ही लात मारी हैं। कोई लात गलत जगह लगी और वह बेहोश हो गया। इस पर जवान घबरा गए। पहले उसे पानी पिलाकर होश में लाने का प्रयास किया। यहां एक जवान ने यह भी कहा कि नौटंकी कर रहा है। पर पानी पिलाते ही वह उल्टी करने लगा। उसे तत्काल लेकर पुलिस जेएएच पहुंची पर तब तक देर हो चुकी थी। रात 11.19 बजे शव को डेड हाउस में अज्ञात में रखवाया गया है।

न्यायिक जांच के लिए लिखा पत्र

मामले की खबर मिलते ही पुलिस कप्तान अमित सांघी ने तत्काल नगर पुलिस अधीक्षक नागेन्द्र सिंह को जांच के लिए भेजा। इसके बाद मामला बिगड़ने पर तत्काल रात को ही एसपी ने न्यायिक जांच के लिए डीजे को पत्र लिख दिया है। साथ ही थाने में लगे CCTV कैमरे और उनकी फुटेज सुरक्षित कर ली गई है।

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पुरानी छावनी आरक्षक की युवकों ने की पिटाई

ग्वालियर. एक आरक्षक की कुछ लोगों ने पिटाई कर दी है। पिटाई के बीच आरक्षक के सिर में हल्की चोट आयी है। आरक्षक राहुल यादव ग्वालियर के पुरानी छावनी थाने में तैनात है। सोमवार की दोपहर 3.30 बजे वह ड्यूटी करके मुरैना लौट रहा था। उसी समय रास्ते में निकलने को लेकर कुछ लोगों से विवाद हो गया। जिस समय झगड़ा हुआ था तब आरक्षक सादा ड्रेम में था। इसलिये लोग उसे पहचान नहीं सके और आम आदमी समझ कर पीट दिया।
टारक्षक के मित्र अंकुश यादव ने बताया कि आरक्षक राहुल यादव पुत्र अवधेश यादव 26वर्ष, निवासी महाराजपुरा, दोपहर 3.32 बजे ग्वालियर पुरानी छावनी से ड्यूटी करके वापिस मुरैना की ओर लौट रहा था। उसी समय विक्रम नगर में वेयर हाउस के पास रास्ते में निकलने को लेकर उसका कुछ लोगों से झगड़ा हो गया। झगड़ा इतना अधिक बढ़ गया कि विक्रम नगर गली नम्बर 6 के निवासी आशू, रियाना, गौरव व श्रीवास समेत 4 -5 लोगों ने उसे पीट दिया। जिस समय पीटा गया आरक्षक सिविल ड्रेस में था। इसकी वजह से भी लोग उसे पुलिस वाला नहीं समझ सके।

तोड़ दी बाइक
राहुल यादव ने सिविल लाइन थाना पुलिस को बताया कि उन लोगों ने उसके सिर पर पत्थर मारा जिससे उसके सिर में चोट आई है। वे लोग यहीं नहीं रुके, उन्होंने उसकी बाइक भी पत्थर मार कर क्षतिग्रस्त कर दी है। आरक्षक राहुल यादव की रिपोर्ट पर सिविल लाइन थाना पुलिस आरोपियों को खोज रही है।

 

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केन्द्रीय राज्य मंत्री श्री बघेल ने बेहटा में किया महारानी अहिल्याबाई पार्क व प्रवेश द्वार का लोकार्पण

केन्द्र सरकार ने सभी वर्गों के कल्याण को ध्यान में रखकर योजनायें बनाई हैं – श्री बघेल

ग्वालियर शहर में शामिल हुए गाँव भी सज-सँवर रहे हैं। साथ ही शहर की तर्ज पर बुनियादी सुविधाओं का विस्तार भी हो रहा है। केन्द्रीय विधि व न्याय राज्य मंत्री एसपी सिंह बघेल एवं प्रदेश के उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण राज्य मंत्री भारत सिंह कुशवाह ने शहर के वार्ड – 62 के अंतर्गत आगरा-झाँसी-मुम्बई हाईवे बाइपास पर स्थित ग्राम बेहटा में महारानी अहिल्याबाई पार्क एवं इन्हीं के नाम से बने भव्य प्रवेश द्वार का सोमवार को लोकार्पण किया। केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने नईवदिल्ली से मोबाइल फोन के जरिए इस कार्यक्रम को संबोधित किया। इस अवसर पर सांसद विवेक नारायण शेजवलकर भी मौजूद थे।
लोकार्पण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केन्द्रीय राज्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार ने सभी वर्गों के कल्याण को ध्यान में रखकर योजनायें बनाई हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने सही मायने में एकात्म मानववाद को धरातल पर लागू किया है। सरकार ने यहाँ समाज के अंतिम छोर पर खड़ी आदिवासी महिला तक रसोई गैस पहुँचाई है। साथ ही अभियान बतौर शौचालय बनवाकर महिलाओं के मान-सम्मान की रक्षा भी की है। सरकार ने निरामय योजना के तहत आयुष्मान कार्ड बनवाकर आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को देश के प्रतिष्ठित अस्पतालों में इलाज कराने की सुविधा मुहैया कराई है। उन्होंने सरकार की अन्य योजनाओं पर भी प्रकाश डाला।
कार्यक्रम में राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार भारत सिंह कुशवाह एवं सांसद विवेक नारायण शेजवलकर ने भी विचार व्यक्त किए। महारानी अहिल्याबाई होल्कर पार्क के निर्माण पर 21 लाख और प्रवेश द्वार के निर्माण पर लगभग 15 लाख 57 हजार रूपए की लागत आई है।
पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी का किया पुण्य स्मरण
इस अवसर पर केन्द्रीय राज्य मंत्री एसपी सिंह बघेल सहित अन्य अतिथियों ने पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि पर उन्हें याद किया और श्रृद्धा-सुमन अर्पित किए। केन्द्रीय राज्य मंत्री ने इस अवसर पर कहा कि जो देश अपने पुरखों का सम्मान नहीं करता वह देश आगे नहीं बढ़ सकता। स्व. अटल जी ऐसी विभूति थे जिन्होंने देश के विकास को नई राह दिखाई।

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केन्द्रीय अध्ययन दल ने चाँदपुर पहुँचकर देखी जमीनी हकीकत

अति वर्षा से शासकीय परिसम्पित्तियों के साथ-साथ निजी सम्पत्तियों को हुए नुकसान का भी किया अवलोकन

ग्वालियर 16 अगस्त ग्वालियर-चंबल संभाग में अति वर्षा से प्रभावित परिवारों को केन्द्र सरकार एवं राज्य सरकार के माध्यम से हर संभव सहायता उपलब्ध कराई जा रही है। वर्षा से हुए नुकसान के आंकलन के लिये केन्द्र सरकार का अध्ययन दल ग्वालियर-चंबल संभाग के भ्रमण पर है। केन्द्रीय अध्ययन दल ने सोमवार को ग्वालियर एवं दतिया जिले के बाढ़ प्रभावित ग्रामों का भ्रमण भी किया। केन्द्रीय दल के कुछ सदस्य मुरैना जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लिये भी पहुँचे।
भारत सरकार के गृह विभाग के ज्वॉइंट सेक्रेटरी सुनील कुमार वर्णवाल के नेतृत्व में 3 सदस्यीय दल ने ग्वालियर जिले के चाँदपुर पहुँचकर जमीनी हकीकत देखी और बाढ़ प्रभावित परिवारों से चर्चा की। केन्द्रीय अध्ययन दल में अभय कुमार व डीके शर्मा भी शामिल थे। उन्होंने गाँव में अति वर्षा से हुए नुकसान का अवलोकन भी किया। निरीक्षण के दौरान उनके साथ भू-अभिलेख एवं बंदोबस्त के आयुक्त ज्ञानेश्वर पाटिल, संभागीय आयुक्त आशीष सक्सेना, कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह, सीईओ जिला पंचायत किशोर कान्याल, अपर कलेक्टर आशीष तिवारी, एसडीएम डबरा प्रदीप कुमार सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
केन्द्रीय अध्ययन दल ने डबरा नगरीय क्षेत्र के ग्राम चाँदपुर पहुँचकर अति वर्षा के कारण आंगनबाड़ी केन्द्र, स्वास्थ्य केन्द्र और स्कूल भवन को हुई क्षति का अवलोकन किया। उन्होंने अति वर्षा के कारण खेती किसानी को हुए नुकसान का अवलोकन भी किया और किसानों से चर्चा भी की। अध्ययन दल ने वर्षा के कारण जिन लोगों के मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं उनसे भी मुलाकात कर विस्तार से चर्चा की। चाँदपुर गाँव में अति वर्षा के कारण कच्चे मकान पूरी तरह से ध्वस्त हो गए हैं। इसके साथ ही खेती किसानी को भी नुकसान हुआ है। किसानों ने बताया कि उनकी धान की फसल पूरी तरह से खराब हो गई है। ग्रामीणों ने बरसात के कारण गाँव के मकानों को हुए भारी नुकसान के संबंध में भी विस्तार से बताया।
संभागीय आयुक्त ने अध्ययन दल को ग्वालियर जिले के कुल प्रभावित 46 गाँवों के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने ग्वालियर के साथ-साथ ग्वालियर एवं चंबल संभाग के जिलों में अति वर्षा के कारण हुए नुकसान के बारे में भी बताया।
कलेक्टर ने अध्ययन दल को बताया कि ग्वालियर जिले में कुल 46 गाँवों में अतिवर्षा के कारण नुकसान पहुँचा है। प्रारंभिक सर्वेक्षण के आधार पर लगभग 2 हजार 500 घरों को क्षति हुई है। इसके साथ ही 66 पशु हानि भी हुई है। शासकीय परिसम्पत्तियों में भी भारी नुकसान हुआ है। जिले की लगभग 65 किलोमीटर सड़क एवं 25 पुल-पुलिया भी अति वर्षा के कारण खराब हुई हैं।
केन्द्रीय अध्ययन दल के चाँदपुर भ्रमण के दौरान भाजपा के ग्रामीण जिला अध्यक्ष कौशल शर्मा ने भी केन्द्रीय दल को चाँदपुर में अति वर्षा से हुए नुकसान के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अति वर्षा के कारण शासकीय परिसम्पत्तियों को नुकसान होने के साथ-साथ कई ग्रामीणों के आवास पूरी तरह से ध्वस्त हुए हैं। इसके साथ ही खेती किसानी को भी नुकसान हुआ है।

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ग्वालियर में बनेगा भव्य अटल स्मारक- शिवराज सिंह चौहान

ग्वालियर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज पूर्व प्रधानमंत्री लोकप्रिय जननेता स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की तीसरी पुण्यतिथि पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। अरेरा हिल्स स्थित शौर्य स्मारक चौराहा, भोपाल पर गत वर्ष यह प्रतिमा स्थापित की गई थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्वालियर में स्व. अटल जी की स्मृति में भव्य और विशाल स्मारक का निर्माण किया जायेगा। अटल जी अजातशत्रु और हर दिल अजीज राजनेता थे। उन्होंने विश्व के शक्तिशाली माने जाने वाले राष्ट्रों के आगे कभी घुटने नहीं टेके। स्वाभिमान और साहस के साथ समस्त परिस्थितियों का सामना किया। भारत द्वारा परमाणु परीक्षण किए जाने के समय कुछ देशों ने इसका विरोध किया था, लेकिन अटल जी अपने संकल्प पर अटल रहे। राष्ट्र के नागरिकों की सुरक्षा उनके लिए सबसे बड़ी प्राथमिकता थी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्व. अटल जी ने प्रत्येक देशवासी को कर्तव्य पथ पर अडिग रहने का संदेश दिया। वे भारतीय संस्कृति और संस्कार के प्रतीक थे। उनके गुणों में से हम एक गुण भी यदि ग्रहण कर लें तो सार्थक होगा। मुख्यमंत्री श्री चौहा ने कहा कि स्व. अटल जी की तीसरी पुण्यतिथि पर यह संकल्प लेते हैं कि उनकी कल्पना के अनुसार सरकार चलाकर हम वैभवशाली, गौरवशाली, शक्तिशाली भारत के निर्माण में अपना योगदान देंगे।
सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि अटल जी का मानना था छोटे मन से कोई बड़ा नहीं होता, टूटे मन से कोई खड़ा नहीं होता। अटल जी एक आदर्श राजनेता थे। उनका व्यक्तित्व सर्व समावेशी था। चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग और अनेक जन-प्रतिनिधि इस मौके पर उपस्थित थे।