ग्वालियर. खुले में शराब पीने से रोकने पर पुलिस जवान से मारपीट के मामले में 5 हमलावरों को पुलिस ने दबोचा है। जबकि एक की तलाश जारी है। दूसरी तरफ हमलावर पक्ष का आरोप है कि पुलिस ने उनकी गुमटी से सिगरेट और गुटखा लेकर पैसे नहीं दिये। जब सिपाही से रूपये मांगे गये तो झगड़ा हो गया। हालांकि, पिछले 3-4 दिनों में पुलिसकर्मियों से मारपीट और हमले की घटनायें बढ़ती जा रही है। ग्वालियर में 2 दिन के भीतर पुलिस पर हमले के 2 मामले सामने आये है। जबकि एमपी के मऊगंज में एक एएसआई की पीट-पीट कर हत्या कर दी गयी।
क्या है मामला
ग्वालियर में होली के अगले दिन, शनिवार (15 मार्च) को कंपू थाना पुलिस ने थाने में ही होली मिलन समारोह आयोजित किया था। कार्यक्रम समाप्त होने के बाद, थाने में पदस्थ आरक्षक कृष्णा सिंह तोमर जब घर जाने के लिए अपनी बाइक उठाने लगे, तो उन्होंने देखा कि उनकी बाइक पंचर हो गई थी। वह बाइक लेकर आमखो पहुंचे, जो थाना से 100 मीटर की दूरी पर है, और वहाँ पंचर ठीक करा रहे थे।
उसी दुकान के पास 7-8 युवक खुले में बैठकर शराब पी रहे थे। जब आरक्षक ने उन्हें शराब पीने से रोका, तो वे गाली-गलौज पर उतर आए और फिर आरक्षक पर हमला कर उसकी पिटाई कर दी। इस पर आरक्षक ने कंपू थाना प्रभारी रुद्र पाठक को सूचना दी, जो तत्काल मौके पर पहुंचे और बीच-बचाव करने लगे। इस दौरान हमलावरों ने थाना प्रभारी के साथ भी अभद्रता की और मारपीट कर दी। झगड़े में थाना प्रभारी और सिपाही दोनों को हाथ-पैर में चोटें आईं। घटना की खबर मिलते ही पुलिस फोर्स मौके पर पहुँची, जिसे देखकर हमलावर फरार हो गए। हालांकि, पुलिस ने मौके से एक हमलावर पिल्लू कुशवाह को पकड़ लिया।
अभी तक 5 हमलावर गिरफ्तार और एक फरार
पुलिस पर हमला करने वाले इन युवकों को पुलिस ने घर से घसीटकर पकड़ा और कंपू थाना पुलिस ने सिपाही कृष्णा सिंह तोमर की शिकायत पर 6 लोगों के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा और मारपीट का मामला दर्ज किया था। अब तक 5 हमलावरों को गिरफ्तार किया जा चुका जबकि एक फरार है। गिरफ्तार किये गये हमलावरों की पहचान पिल्लू उर्फ रूपेश कुशवाह, लाला कुशवाह, रूपेश रावत, भरत कुशवाह और राहुल शर्मा के रूप में हुई है। पुलिस फरार आरोपी की तलाश कर रही है।