ग्वालियर. बनारस में वकीलों की साथ पुलिस द्वारा की गयी मारपीट और कथित झूठें मुकदमों के विरोध में वकीलों ने सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के बीच वकीलों ने यूपी पुलिस का पुतलादहन कर दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है।
बुधवार को ग्वालियर के कलेक्टर ऑफिस के पास स्थित जिला न्यायालय के बाहर वकीलों का यह प्रदर्शन एक घंटे से ज्यादा तक चला। जिसके चलते लम्बा लाम लग गया। जाम की वजह से वाहन चालकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। वकीलों के प्रदर्शन के दौरान एक एम्बलेंस भी जाम में फंस गयी थी। मौजूद ट्रैफिक पुलिसकर्मियों ने किसी तरह निकाल कर रवाना किया। वहीं वकीलों ने दोषियों के खिलाफ कार्यवाही करने के लिये जिला प्रशासन को ज्ञापन देने के लिये सूचना दी थी। लेकिन कोई अधिकारी ज्ञापन लेने वहां नहीं पहुंचा तो वकीलों का गुस्सा और बढ़ गया।
क्या है मामला
ग्वालियर हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष पवन पाठक के अनुसार, बनारस में एक वकील अपने परिवार के साथ यात्रा कर रहे थे। वाहन के कुछ कागज साथ नहीं होने पर पुलिस ने न केवल अभद्रता की, बल्कि उनके साथ मारपीट भी की। वकीलों ने कहा कि वे इस तरह की घटना को बर्दाश्त नहीं करेंगे। इसके विरोध में उन्होंने उत्तर प्रदेश पुलिस का पतला फूंका है और इसमें जो भी दोषी शामिल है उसपर कार्रवाई करने की मांग की है।
ग्वालियर – स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा अभियान के अंतर्गत नगर निगम ग्वालियर द्वारा डिवाइन एवं म्यूस फाउंडेशन के वाॅलेन्टियरर्स के साथ आज पर्यटन स्थल तानसेन का मकबरा पर स्वच्छता जागरूकता गतिविधि आयोजित की गई।
नगर निगम आयुक्त के निर्देशानुसार स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा के अन्तर्गत नगर निगम द्वारा शहर के नागरिकों को स्वच्छता के प्रति जागरुक करने के लिए निरंतर अभियान चलाया जा रहा है। जिसमें अलग -अलग वर्गों के साथ कार्यक्रम आयोजित कर नागरिकों को जागरुक किया जा रहा है। बुधवार को चलाए गए अभियान के तहत वहाँ उपस्थित पर्यटकों एवं स्थानीय नागरिकों को स्वच्छता बनाए रखने हेतु समझाइश दी गई तथा सभी को स्वच्छता की शपथ दिलाई गई।
इसके साथ ही आसपास के क्षेत्र में एवं परिसर में दुकानदारों और आगंतुकों को डस्टबीन का उपयोग करने एवं सिंगल यूज प्लास्टिक का प्रयोग न करने के लिए प्रेरित किया गया। कार्यक्रम के अंतर्गत “स्वच्छ पर्यटन स्थल, स्वस्थ ग्वालियर” का संदेश दिया गया ताकि आने वाले पर्यटक ग्वालियर को एक स्वच्छ और आकर्षक शहर के रूप में देख सकें। इस मौके पर नगर निगम टीम से जोनल हेल्थ ऑफिसर श्री रवि करोसिया, वार्ड हेल्थ ऑफिसर श्री जीवन यादव, सहायक श्री भोला गोहर उपस्थित रहकर स्वच्छ ग्वालियर का संदेश दिया।
श्रीनगर. जम्मू-कश्मीर पुलिस बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। वजह, पुलिस ने पहलगाम आतंकी हमलेको अंजाम देने वाले आतंकियों के मददगार को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने मोहम्मद यूसुफ कटारिया नाम के आतंकी को दबोचा है। जो लश्कर-ए-तैयबा (टीआरएफ) का एक सक्रिय सदस्य है। जांच में यह सामने आया है कि कटारिया ने आतंकवादियों को लॉजिस्टिक सपोर्ट उपलब्ध कराया और उनके हमलों की योजना में सहायता की है।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक कटारिया को दिन में ही गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तारी श्रीनगर पुलिस और जम्मू-कश्मीर पुलिस की संयुक्त कार्यवाही के तहत ब्रिनाल-लामड़ इलाके से की गयी है। कटारिया कुलग्राम के ऊपरी इलाकों में रहने वाले घुमंतू समुदाय से ताल्लुक रखता है। जिनके झोपडि़यां पहाड़ी इलाके में स्थित है। यह इलाके लश्कर के आतंकवादियों द्वारा दक्षिण कश्मीर के विभिन्न इलाकों में पहुंचने के लिये अक्सर उपयोग किये जाते हैं।
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बताया कि कटारिया तक पहुंचने में रिवर्स इन्वेस्टिगेशन का सहारा लिया गया. जांच टीम ने विभिन्न सुरागों का विश्लेषण कर उसे ट्रैक किया और गिरफ्तार किया. प्रारंभिक जांच में यह भी स्पष्ट हुआ कि कटारिया ने आतंकवादियों को हथियार, राशन और अन्य जरूरी सामग्री मुहैया कराई थी. पुलिस ने गिरफ्तारी को आतंकवाद के खिलाफ एक महत्वपूर्ण सफलता करार देते हुए कहा कि इससे दक्षिण कश्मीर में सक्रिय आतंकी नेटवर्क पर लगाम लगाने में मदद मिलेगी।
22 अप्रैल को हुआ था आतंकी हमला
बता दें कि 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम स्थित बैसरण घाटी में हुए भीषण आतंकी हमले में 25 पर्यटकों और एक स्थानीय नागरिक की मौत हो गई थी. इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान-आधारित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के मोर्चे द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने ली थी. इस हमले के बाद भारतीय सुरक्षाबलों ने ऑपरेशन महादेव के तहत कई आतंकियों को मार गिराया था. पहलगाम हमले के बाद पहले ही सप्ताह में चार बड़े आतंकवाद रोधी अभियान शुरू किए गए थे, जिनमें ज्यादातर दक्षिण कश्मीर के शोपियां और पुलवामा इलाके फोकस में रहे. मई के मध्य में दो और ऑपरेशन किए गए, जिसमें आक्रामक रणनीति अपनाई गई।
ग्वालियर. बिजौली में एक आरटीआई एक्टिविट पर कार सवार बदमाशों ने जानलेवा हमला कर दिया। बदमाशों ने आरटीआई एक्टिविस्ट को सड़क पर बेसबॉल बैट, लात-घुसों से जमकर मारपीट की है। जिससे उसको गंभीर चोटें आई है। हमलावर पिटते हुए एक कॉलेज की शिकायत वापिस लेने के लिये धमका रहे थे। घटना बिजौली के चंदनपुर में एक पूर्व की है। पुलिस ने मामले में बुधवार को केस दर्ज किया गया है। मुरार कॉलोनी निवासी 43 राममिलन सिंह चंदेल आरटीआई एक्टिविस्ट हैं वह शिक्षा विभाग में कई खुलासे कर चुके है। हाल ही में राममिलन ने किसी कॉलेज को लेकर एक आरटीआई लगाई है। उसकी शिकायत की है।
जिसके बाद से उन्होंने जान से मारने की धमकी मिल रही है। मंगलवार को राममिलन चंदनपुर स्थित घर से आरएमएस कॉलेज की ओर जा रहे थे। तभी सफेद कार से प्रकाश पंडित, पवन बाबू शर्मा ने आते ही गाली गलौज शुरू कर दी। जब गाली गलौज का विरोध किया तो कार से बेसबॉल बैट निकाल कर हमला कर दिया। इसके बाद जितेन्द्र सिंह और गौतम फागुना आये और इन्होंने भीस ड़क पर लात घूसों से बेरहमी से मारपीट की है।
हमलावर कॉलेज की शिकायत को लेकर थे नाराज
हाल ही में राम मिलन ने एक कॉलेज की शिकायत की है। इसी शिकायत को लेकर हमलावर नाराज थे और राम मिलन को पीटते समय धमका रहे थे की वह शिकायत को वापस ले ले। मामले में बिजौली थाना पुलिस का कहना है कि मारपीट करने वालों पर मामला दर्ज कर लिया है। फिलहाल हमलावरों की तलाश की जा रही है।
नई दिल्ली. केन्द्रीय कैबिनेट की बैठक में बुधवार को कई बड़े ऐलान किये गये है। रेलवे कर्मचारियों के लिये प्रोडक्टिविटी बोनस को मंजूरी दे दी गयी है तो वहीं शिपब्लििडिंग के लिये नया रीफॉर्म लाया गया है। जो लगभग 7 हजार करोड़ रूपये का है। केन्द्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कैबिनेट की बैठक में हुए फैसले के संबंध में जानकारी दी।
10.90 लाख कर्मचारियों को दिवाली का तोहफा
दीपावली से पूर्व ही रेलवे कर्मचारियों को बड़ा तोहफा देते हुए कैबिनेट ने प्रॉडक्टिविटी बेस्ड बोनसकी मंजूरी दे दी है। अश्विनी वैष्णव नेबताया है कि 10.90 लाख कर्मचारियों के लिये बोनस दिया जा रहा है। कैबिनेट ने रेलवे कर्मचारियों को 78 दिनों के प्रॉडक्टिविटी से जुड़े बोनस के रूप में 1865.68 करोड़ रूपये कर्मचारियों के भुगतान को मंजूरी दे दी है।
समुद्री क्षेत्र को पुर्नजीवित करने 69.725 करोड़ रूपाये का रीफॅार्म
केन्प्द्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा है कि कैबिनेट ने भारत के जहाज निर्माण और समुद्री क्षेत्र को पुर्नजीवित करने के लिये 69.725 करोड़ रूपये के रीफार्म पैकेज को मंजूरी दी है। जिसमें जहाज निर्माण, समुद्री फंडिंग और घरेलू क्षमता को बढ़ावा देने पर केन्द्रित एक व्यापक 4 स्तंभ नजरिया शामिल है।
104Km पर डबलिंग का काम
कैबिनेट बैठक में बख्तियारपुर-राजगिर-तिलैया के बीच सिंगल रेलवे लाइन है, जिसे डबल करने की मंजूरी दी गई हैहै। बिहार के करीब 104 किलोमीटर पर रेलवे लाइन डबल करने के काम को मंजूरी मिली है, जिसकी लागत 2,192 करोड़ रुपये हैहै। बिहार राज्य के 4 जिलो को कवर करने वाली यह परियोजना भारतीय रेलवे के मौजूदा नेटवर्क को लगभग 104 किलोमीटर तक बढ़ा देगीहै। परियोजना खंड राजगीर (शांति स्तूप), नालंदा, पावापुरी आदि जैसे प्रमुख स्थलों को भी रेल संपर्क प्रदान करता है, जिससे देश भर से तीर्थयात्री और पर्यटक आकर्षित होंगेहै। मल्टी-ट्रैकिंग परियोजनाओं से लगभग 1,434 गांवों और लगभग 13.46 लाख आबादी और दो आकांक्षी जिलों (गया और नवादा) तक कनेक्टिविटी बढ़ेगी है।
काबुल. काम एयरलाइंस के लैंडिंग गियर में छिपकर दिल्ली आने वाले अफगानी बच्चे की तस्वीर सामने आ गयी है। तस्वीरों में 13 वर्षीय बालक सहमा और डरा हुआ लग रहा था। इस बच्चे ने काबुल एयरपोर्ट पर सुरक्षा इंतजामों को चकामा देता हुए बगैर दस्तावेजों के अन्दर आ गया। यहीं नहीं यह कई राउंड की सुरक्षा चेक को छंकाते हुए प्लेन तक पहुंचा और प्लेन के लैंडिंग गियर में छिप कर बैठ गया। लैंडिंग गिरयर किसी विमान का वह हिस्सा है जो टेक ऑफ, लैंडिंग और जमीन पर मूवमेंट के दौरान विमान को सहारा देता है। यह मुख्य रूप से पहियों, स्ट्रट्स और हाइड्रोलिक सिस्टम से बना होता है। लैडिंग गियर विमान को रनवे पर सुरक्षित रूप से उतरने, टैक्सी करने और उड़ान भरने में मदद करता है। यह भारी वजन, हाईस्पीड और अलग-अलग मौसमों में काम करने के लिये डिजायन किया जाता है।
कुछ विमानों में रिट्रैक्टेबल लैंडिंग गियर होता है जो उड़ान के दौरान बंद हो जाता है ताकि एयरोडायनामिक्स में सुधार हो. दिल्ली एयरपोर्ट के सुरक्षा अधिकारियों के अनुसार जब काबुल से काम एयरलाइंस की उड़ान संख्या RQ 4401 दिल्ली आई तो रनवे पर एक बच्चे को देख सुरक्षा अधिकारियों के होश उड़ गए सुरक्षा अधिकारियों ने इस बच्चे से पूछा कि वो कौन है और यहां क्या कर रहा है. इसके बाद ये बच्चा जो कहानी सुनाता है उसे सुनकर ग्राउंड स्टाफ को यकीन ही नहीं होता। इस बच्चे ने बताया कि वो इसी जहाज से काबुल से यहां पहुंचा है. लेकिन जहाज में बैठकर नहीं. बल्कि जहाज के लैंडिंग गियर में बैठकर।
ग्वालियर. हाईकोर्ट ग्वालियर ने पूर्व सब-इंस्पेक्टर सुरेशचंद्र शर्मा की बर्खास्तगी को बरकरार रखा है। डीबी ने उनकी रिट अपील खारिज कर दी है। न्यायालय ने कहा है कि ऐसे अधिकारियों को पुलिस विभाग ने रखना न्याय व्यवस्था और विभागीय अनुशासन के लिये उचित नहीं है। मामला सागर जिले के नरयावली थाने का है। सब इंस्पेक्टर शर्मा को दोहरे हत्याकांड में केस की जांच सौंपी गयी थी। जांच में उन्होंने न्यायालय में पेश की गयी चार्जशीट और आरोपियों को दी गयी प्रतियों में हेराफेरी की। सेशन कोर्ट ने पाया कि मूल दस्तावेज और आरोपियों को दी गयी प्रतियों में कई अंतर थे। कई जगह समय का उल्लेख भी नहीं था।
ट्रायल कोर्ट ने दी थी 3 साल की सजा
सेशन कोर्ट ने इस मामले में कड़ी आपत्ति दर्ज की। शर्मा के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 194 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया। 13 जनवरी 1998 को ट्रायल कोर्ट ने उन्हें तीन साल की कैद और 500 रुपए जुर्माने की सजा सुनाई। हाईकोर्ट में अपील पर सजा घटाकर एक साल कर दी गई। हालांकि जुर्माना बढ़ाकर 5000 रुपए कर दिया गया। शर्मा 1973 में सीधी भर्ती से सब-इंस्पेक्टर बने थे। उन्होंने लगभग 27 साल तक सेवा दी। कोर्ट ने स्पष्ट किया कि पुलिस विनियम के तहत दोषसिद्ध अधिकारी को सेवा से हटाना उचित है। इस मामले में न तो विभागीय सुनवाई की आवश्यकता थी और न ही ऐसे अधिकारी को सेवा में रखने का कोई औचित्य था।
ग्वालियर. जिला न्यायालय ने भाजपा नेता और सर्राफा व्यापारी संदीप उर्फ सोनू मंगल के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया गया है। मंगल पर रियल एस्टेट कारोबारी यश गोयल के 4 लाख रूपये बकाया है। ब्याज सहित यह राशि अब 48 लाख रूपये से ज्यादा हो चुकी है। जो नहीं चुकाई गयी है।
अदालत ने मंगल को 8 अक्टूबर को न्यायालय में पेश होने का आदेश दिया है। यदि वे राशि जमा नहीं करते हैं तो उन्हें जेल भेजा जा सकता है। वहीं, यश गोयल की ओर से जेल में एक माह के खाने के खर्च के रूप में 2070 रूपये पहले ही जमा करा दिये गये है। एडवोकेट घनश्याम मंगल ने बताया कि सिविल मामलों में वादी को यह खर्च बहन करना पड़ता है।
कारोबार बढ़ाने के लिये थे रूपये
संदीप मंगल वर्तमान में बीजेपी जिला कार्यसमिति सदस्य है। उन्होंने प्रभा होटल का कारोबार बढ़ाने के लिये यश गोयल से पैसे उधार लिये थे।
कोर्ट के आदेश पर भी नहीं दिए पैसे
लंबी सुनवाई के बाद कोर्ट ने 12 मई 2023 को संदीप मंगल को 40 लाख रुपए मूलधन और 4.56 लाख रुपए ब्याज चुकाने का आदेश दिया था। बावजूद इसके राशि का भुगतान नहीं किया गया।
2020 से कोर्ट में चल रहा मामला
यश गोयल और संदीप मंगल के बीच पुराने कारोबारी रिश्ते हैं। 40 लाख रुपए का लेन-देन चेक से हुआ था, लेकिन समय पर भुगतान नहीं करने और चेक बाउंस होने के बाद गोयल ने 17 जनवरी 2020 को अदालत में प्रकरण लगाया था।