बिजली कर्मचारियों के साथ ग्रामीणों ने की मारपीट
मुरैना. महूंरी गांव में अवैध बिजली कनेक्शन काटने के लिये पहुंचे बिजली कर्मचारियों पर ग्रामीणों ने हमला कर दिया। जिसका वीडियो सामने आया है। यह मामला 5 दिन पहले का बताया जा रहा है। जिसमें 2 दिन पहले बिजली कर्मचारी ने थाने में शिकायत आवेदन दिया था। सहायक लाइनमैन अमितप्रताप सिंह ने आरोप लगाया है कि उन्होनंे मामले की शिकायत थाने में दर्ज कराई थी। लेकिन वीडियो सामने आने के बावजूद पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की है।
आपको बता दें कि जिले के सिहोनिया थाना इलाके के माहूंरी गांव में बिजली विभाग की टीम अवैध बिजली कनेक्शन काटने के लिये पहुंची। टीम का नेतृत्व सहायक लाइनमैन अमितप्रताप सिंह कर रहे थे। इसबीच जब कर्मचारियों ने अवैध कनेक्शन को काटने की प्रक्रिया शुरू की तो कुछ किसानों ने इसका विरोध करते हुए बिजली कर्मचारी पर हमला कर दिया। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमें 3 व्यक्ति बिजली कर्मचारी के साथ मारपीट करते हुए दिखाई दे रहे है। इस बीच लोगों ने लाइनमैन समेत अन्य कर्मचारियों को पीट-पीट कर गांव से भगा दिया।
लाइनमैन का आरोप- थाने में शिकायत के बाद नहीं हुई कार्रवाई
सहायक लाइनमैन ने बताया कि घटना के बाद उसने सिहोनिया थाने में रिपोर्ट दर्ज कराना चाही। उसने थाने में घटना का वीडियो भी प्रस्तुत किया, लेकिन थाना प्रभारी ने आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की।
मारपीट करने वाले भिंड जिले के हैं
बिजली कर्मचारी के साथ मारपीट करने वाले ग्रामीण कैथोदा के रहने वाले है, जो भिंड जिले में आता है। जबकि मुरैना के माहूरी गांव में उनका खेत है, जिसमें ट्यूबबेल लगा है। वही पर मारपीट की घटना हुई। घटना माहूरी गांव की है, इसलिए सिहोनिया थाने में मामला दर्ज होगा।
हालांकि, इस मामले में सिहोनिया थाना प्रभारी धर्मेंद्र गौर ने बताया कि यह मामला माहूरी गांव का नहीं है, बल्कि कैथोदा का है, जो भिंड जिले में आता है। मैं इस मामले में और अधिक जानकारी लेकर कार्रवाई करूंगा।
ग्रामीणों ने भी लगाए आरोप
मामले में ग्रामीणों ने बिजली विभाग पर आरोप लगाया कि विभाग उनके साथ संवाद करने में असफल रहा है। उन्होंने कर्मचारियों की इस कार्रवाई को अचानक और अत्याचारपूर्ण करार दिया। दूसरी ओर विभाग ने स्पष्ट किया कि यह कार्रवाई केवल अवैध कनेक्शन काटने के लिए थी। विभाग केवल बिजली की चोरी रोकने के लिए गया था। पीड़ित कर्मचारियों ने उच्च अधिकारियों से मामले की जांच की मांग की है।

