नारी की उपेक्षा का कारण नारी ही है, नारी उत्थान संगठन ने किया नारी गौरव सम्मान
ग्वालियर। सनातन काल से नारी पूज्यनीय रही है कहा भी जहां नारी की सम्मान होता है वहां पर देवता भी वास करते है। हम मंदिरों में देवी की पूजा करते है उनके लिए व्रत भी रखते और उनको प्रसन्न करने के लिए कई तरह के जतन भी करती है पर जो जीवंत नारी हमारे बीच बहू के रूप में, बहिन के रूप में, भाभी के रूप में होती है उससे बैर भाव रखती है। नारी की उपेक्षा में पुरुष कहीं भी दोषी नहीं है जितनी नारी की भूमिका रहती है चाहे वह सास के रूप में चाहे ननद के रूप में चाहे भाभी के रूप में हो।एक नारी ही नारी को सामाजिक रूप से सम्मान दिला सकती है। इसलिए कहा गया है कि नारी का सम्मान नारी के हाथ में है चाहे घर हो ऑफिस हो या कोई सामाजिक स्थान हो।
समाज को नारी की महती भूमिका से अवगत कराने को आज रविवार को नारी उत्थान संगठन ने नारी गौरव सम्मान से बहिनों को सम्मानित किया। नारी गौरव सम्मान के बारे में संस्थापक नम्रता सक्सेना ने बताया कि यह संस्था विगत वर्षों से नारी के लिए कई तरह से कार्य कर रही है । आज इसी के तत्वाधान में आज आधा सैकड़ा नारियां जो कि विभिन्न क्षेत्रों में अपनी अपनी सेवाएं देते हुए कल्याणकारी कार्य कर रही है उनको सम्मानित करते हुए संगठन के सभी पदाधिकारी स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं।
नारी गौरव सम्मान में आधा सैकड़ा से अधिक विभूतियों को अतिथियों द्वारा सम्मानित किया गया । सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि डॉ अर्चना श्रीवास्तव, अतिवल सिंह यादव उपायुक्त नगर निगम ग्वालियर, वरिष्ठ भाजपा नेत्री गिरजा गर्ग, स्किन रोग स्पेशलिस्ट डॉ खोजेमा सैफी, गूंज एफएम संचालक कृति सिंह, डा गुंजन श्रीवास्तव मंच पर मौजूद रहीं। कार्यक्रम में मंच संचालन साहित्यकार मधु जोशी ने किया। इस अवसर पर संस्थापक नम्रता सक्सेना, लश्कर इकाई अध्यक्ष गीता सूर्यवंशी, अच्छेंद्र सिंह कुशवाह, निहारिका सिंह नागर, वंदना श्रीवास्तव, एकता सक्सेना, सीमा कुशवाहा, सुमन राठौर, परिधि सक्सैना, जितेन्द्र यादव, मुकुल सक्सेना, अभिषेक सक्सैना सहित सभी सम्मानित अतिथि एवं पदाधिकारी मौजूद रहे।

