जीवाजी विश्वविद्यालय के अटल सभाकार को निगम ने बताया अवैध, दिया तोड़ने का नोटिस
ग्वालियर. जेयू के अटल सभागार में शनिवार को भाजपा के प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने अपना उब्दोधन दिया था। केवल सुधांशु त्रिवेदी ही नहीं इस सभागार में देश के गृह मंत्री अमित शाह व स्वयं सेवक संघ के सरसंघ चालक मोहन भागवत भी आ चुके है। अब इसी सभागार को नगर निगम ने अवैध घोषित कर दिया है और 7 दिन में तोडने का नोटिस थमा दिया है।
24 करोड से बना है अटल सभागार
जीवाजी विश्वविद्यालय के अटल सभागार को कुछ साल पहले 24 करोड की लागत से बनाया गया था। इस सभागार में आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित किया गया है लेकिन सभागार को बनाने के लिए नगरनिगम से अनुमति नहीं ली है। रजिस्ट्रार के नाम से जारी नोटिस में निगम ने कहा है कि सभागार का निर्माण बगैर परमिशन के किया गया है जो कि
यह है असल वजह
निगम के सूत्रों के अनुसार जेयू पर नगरनिगम के सेवा प्रभार के 13.12 करोड़ रुपए बकाया है। यह राशि 2022 से बकाया है और जेयू को इसे जमा कराना था। इस राशि को जमा कराने के लिए निगम ने कई बार नोटिस दिए थे। लेकिन जेयू ने इस राशि को जमा नहीं कराया। इस राशि के जमा न होने पर निगम ने अटल सभागार को अवैध घोषित कर उसे तोड़ने का नोटिस जारी किया है। जिससे जेयू प्रबंधन सेवा प्रभार की राशि निगम में जमा करा दे।