मन की बात – रामजान में ज्यादा इबादत करें ताकि ईद से पहले कोरोना खत्म हो जाए-नरेन्द्र मोदी
नई दिल्ली. कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन 2.0 लागू होने के बाद पहली बार आयोजित (मन की बात) कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कहा कि आज अक्षय तृतीय का पर्व है। इस मौके पर हमें अपनी धरती को अक्षय बनाने की संकल्प लेना चाहिए। पीएम मोदी ने रमजान महीने का जिक्र करते हुए कहा कि पिछले साल रमजान मनाते हुए किसने सोचा था कि अगले साल रमजान के पवित्र महीने के दौरान हम कोरोना जैसी महामारी से जूझ रहे होंगे। पीएम ने आगे कहा कि हम सभी को लॉकडाउन का कड़ाई से पालन करना है। रमजान में ज्यादा इबादत करें ताकि ईद से पहले कोरोना खत्म हो जाए और हम ईद का त्योहार खुशी-खुशी मना सकें।
(मन की बात) में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश की जनता कोरोना के खिलाफ लड़ाई लड़ रही है इस मुश्किल घड़ी में लोग एक-दूसरे की सहायता के लिए आगे आए है। भारत में कोरोना के खिलाफ लडाई जनता लड़ रही है जनता के साथ मिलकर शासन, प्रशासन लड़ रहा है। भारत जैसा विशाल देश जो विकास के लिए प्रयत्नशील है और गरीबी से निर्णायक लड़ाई लड़ रहा है उसके पास कोरोना से लड़ने और जीतने का यही एक तरीका है।
पूरे देश में गली-मोहल्लों में जगह-जगह पर आज लोग एक दूसरे की सहायता के लिए आगे आए है। गरीबों के लिए खाने से लेकर राशन की व्यवस्था हो, लॉकडाउन का पालन हो, अस्पतालों की व्यवस्था हो, मेडिकल उपकरण का देश में ही निर्माण हो आज पूरा देश एक लक्ष्य एक दिशा साथ-साथ चल रहा है।
पीएम मोदी ने कहा कि ताली, थाली, दिया, मोमबत्ती इन सारी चीजों ने जो भावनाओं को जन्म दिया जिस जज्बे से देशवासियों ने कुछ न कुछ करने की ठान ली हर किसी को इन बातों ने प्रेरित किया। पीएम ने कहा कि हमारे किसान भाईयों ने महामारी के बीच दिन रात खेतों में मेहनत की और हम सभी तक खाना पहुंचाया। वहीं पीएम मोदी ने कोरोना वॉरियर्स, डॉक्टरों और नर्सों पर हो रहे हमले पर दुख जताया।