61 दिन बाद खुली रिजर्वेशन विंडो, 3 घंटे सफाई करने के बाद 50 टिकट बने
ग्वालियर. कोरोना के खतरे को देखते हुए 22 मार्च की रात 12 बजे से लॉकडाउन की घोषणा कर दी गई थी इसके साथ ही ट्रेनों का संचालन भी ठप हो गया था। रेलवे के 1 जून से ट्रेनों को संचालन शुरू करने की घोषणा को बाद 61 दिन बाद जब रिजर्वेशन काउंटर खुले तो क्लर्क कैबिने एवं परिसर में गंदगी का ढेर लगा था। चूहों की गंदगी के कारण कैबिन में दुर्गंध आ रही थी। इसे साफ करने में रेलवे के अमले को 3 घंटे लग गए जिसके कारण टिकटों की बुकिंग सुबह 8 की जगह 11 बजे से शुरू हो सकी।
3 घंटे की मशक्कत के बाद कैबिन व परिसर को साफ किया
पहले दिन 50 टिकट बने जिन पर 75 यात्री यात्रा कर सकेंगे। रेलवे ने आईआरसीटीसी के जरिए तो टिकट बुकिंग पहले ही शुरू कर दी थी जबकि रिजर्वेशन काउंटर खोलने का निर्णय बीते रोज ही लिया गया। रेलवे का रिजर्वेशन काउंटर का कक्ष खोला गया तो अधिकारियों के होश उड़ गए। परिसर में कबूतरों की गंदगी फैली हुई थी जबकि क्लर्क कैबिन में चूहों ने सीट से लेकर टेबल कुर्सी पर गंदगी कर रखी थी। 3 घंटे की मशक्कत के बाद कैबिन एवं परिसर को साफ किया जा सका।
बिना मास्क के प्रवेश करने का प्रयास किया तो गेट पर ही रोका
लोग सुबह 8 बजे ही टिकट बुक कराने पहुंच चुेक थे लेकिन जब तक सफाई नहीं हो गई किसी को प्रवेश नहीं दिया गया साथ ही कैबिन को सैनिटाइज भी किया गया जिससे दुर्गंध दूर हो सके। रेलवे स्टेशन प्रबंधक पीपी चौबे, सीसीआई अखिलेश तिवारी और जीआरपी व आरपीएफ के जवान मौजूद थे। जब लोगों ने बिना मास्क के अंदर प्रवेश करने का प्रयास किया तो गेट पर ही रोक दिया गया। लोगों को जब गलती का अहसास हुआ तो मास्क या रूमाल बांधकर की अंदर दाखिल हुए। दोपहर 3 बजे कार्यालय बंद हो गया जबकि एक काउंटर दोपहर तीन बजे से रात 8 बजे तक खोला गया।