ग्वालियर से सैकड़ों मजदूर पलायन कर रहे, ठेकेदार भी सुनवाई नहीं कर रहा
ग्वालियर. लॉकडाउन के दूसरे चरण में प्रदेश सरकार ने राहत दी है और कई फैक्ट्रियों को चालू करा दिया है तो मनरेगा का काम भी शुरू हो गया है लेकिन इसके बाद भी मजदूर परिवार के साथ पलायन कर रहे है। लॉकडाउन में फंसे मजदूर परिवार कंधे पर अपने छोटे-छोटे बच्चे और सिर पर पोटली रखकर सैकड़ों किमी तक पैदल कड़ी धूप में चले जा रहे है और इनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है।
गांव तक पहुंचने की कोई व्यवस्था नहीं
लॉकडाउन के चलते सड़कों पर वाहन नहीं चलने से सन्नाटा है और रेल यात्रा पूरी तरह से बंद है ऐसे में जो लोग बाहर रहकर मजदूरी करते है वह अपने घर की ओर पलायन कर रहे है। वाहन नहीं मिलने के कारण यह पैदल ही परिवार के साथ आगे बढ़ रहे है और भगवान पर भरोसा कर रहे है। वक्त के मारे ये लोग पैदल के अलावा बाइक और मालवाहक जो भी साधन मिल रहा है उसमे भूखे प्यासे सफर करने को मजबूर है। इनके भोजन, ठहरने और गांव तक पहुंचने की कोई व्यवस्था नहीं है।
कई दिनों से परेशान थे
आज मंगलवार की सुबह सैकड़ों परिवार पैदल चलते हुए जा रहे थे। विक्की फैक्ट्री के पास इन परिवारों से पूछा तो उन्होंने बताया कि वह भिंड में मजदूरी करते है लेकिन काम बंद होने के कारण ठेकेदार भी सुनवाई नहीं कर रहा और कई दिनों से परेशान थे इसलिए वह अपने गांव अशोक नगर पैदल जा रहे है।