होमगार्ड कमाण्डेंट से मारपीट, भिण्ड के देहात थाने में 14 लोगों FIR और 8 अज्ञात
भिण्ड. कचौगरा गांव में रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान एसडीईआरएफ के 2 जवानों की क्वॉरी नदी में डूबने से मौत हो गयी थी। इस बीच कुछ लोगों ने होमगार्ड कमाण्डेंट उमेश शर्मा पर हमला बोलते हुए हाथापाई कर दी थी। होमगार्ड कमाण्डेंट ने इस मामले में पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज कर दी।
गौरतलब है कि 21 अगस्त की शाम को डीआरएफ के 2 जवान क्वांरी नदी में रेस्क्यू के लिये उतरे हुए थे तभी उनकी नाव पलटने से वह पानी में बह गये थे इस घटना के दूसरे दिन जब जवानों की बॉडी कर पानी में तलाश की जा रही थी। तभी कुछ लोगों ने होमगार्ड के कमाण्डेंट पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए पहले बहस की फिर हाथापाई करते हुए हमला बोल दिया था।
इस घटना के बाद शनिवार -रविवार की दरमियानी की रात में होमगार्ड के डिस्ट्रिक्ट कमाण्डेंट उमेश शर्मा ने इस पूरे मामले की लिखित शिकायत दिया थाना पुलिस से की थी। इस घटना के बाद होमगार्ड कमाण्डेंट शर्मा पर हमला करने वाले आरोपी रामू, करू, सुमित, आकाश, अंशू राठौर समेत 8 अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। सभी आरोपियों के खिलाफ शासकीय कार्य में बाध हुआ मारपीट किये जाने की धारा में मुकदमा दर्ज किया गया है।
गाय को बचाने उतरे थे नदी में
देहात थाना इलाके के कचोंगरा गांव में कुंवारी नदी बहती है। इस पर चेकडैम भी बना है। बुधवार शाम को 45 वर्षीय विजय सिंह राजावत की गाय पानी में फंस गई थी। विजय उसे बचाने गया, लेकिन खुद पानी में फंस गया। मदद के लिए उसका भाई सुनील नदी में उतरा लेकिन विजय की डूबने से मौत हो गई। यह देखकर सुनील को निकालने कुछ ग्रामीण नदी में उतरे। वे भी पानी में फंस गए। इसके बाद एसडीईआरएफ को सूचना दी गई। जवानों ने ग्रामीणों को बाहर निकाला लेकिन रेस्क्यू के दौरान टीम की नाव पलट गई। एसडीईआरएफ के डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट बृजमोहन ने कहा कि हादसे में जवान प्रवीण कुशवाहा और हरदास चौहान लापता हो गए हैं।
भंवर में बोट का इंजन बंद हो गया था
बुधवार को रेस्क्यू टीम के साथ बोट पर जाने वाले दिलीप वाल्मीकि ने बताया कि नदी के बीच में पहुंचने पर बोट भंवर में फंस गई। उसका इंजन बंद हो गया। डूबने से बचने के लिए हम चारों लोग नदी में कूदे लेकिन तेज बहाव में फंस गए। जैसे-तैसे हम वापस बोट पर आ गए। कुछ देर बाद एसडीआरएफ के तीनों जवान पानी में उतरे, जो भंवर की चपेट में आ गए। मैंने इनमें से एक राहुल राजौरिया को रस्सी के सहारे बोट पर चढ़ाया। प्रवीण और हरदास पानी में ही रह गए। तेज कटाव के कारण उनकी लाइफ जैकेट भी उतर गई।