भ्रष्टाचार का रास्ता आापके सीएम हाउस से क्यों, आचरण बदलिये, नाम बदलने से कुछ नहीं होगा-चौधरी राकेशसिंह
भोपाल. कोई भी पेपर लीक होता है तो प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान के ओएसडी लक्ष्मणसिंह के मोबाइल से पेपर लीक हुआ। इस परीक्षा में बैठने वाले लाखों परीक्षार्थियों के साथ धोखा है। पूर्व मंत्री ने मप्र के सीएम को सवालों के कठघरे में खड़ाकर बोले चाहे व्यापमं घोटाला हो या फिर डम्पर घोटाला अथवा प्रोफेशनल। हर बार भ्रष्टाचार का तीर क्यों आपके सीएम हाउस, निवास और कार्यालय से निकलता है? मामला था मप्र के तृतीय वर्ग अध्यापक पात्रता परीक्षा पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री चौधरी राकेशसिंह चतुर्वेदी ने सीएम शिवराजसिंह चौहान पर निशाना साधा।
पूर्वमंत्री चौधरी राकेशसिंह ने कहा है कि अध्यापक पात्रता परीक्षा में 10 लाख से ज्यादा परीक्षार्थियों ने फॉर्म भरा था। इस परीक्षा में 25-26 मार्च को मध्यप्रदेश भ्र से 9 लाख 35 हजार परीक्षार्थी शामिल हुए थे। इस परीक्षा में शामिल होने वाले आवेदकों ने दिन रात मेहनत की थी। उनके साथ धोखा हुआ है इन छात्रों को छला गया है। पूर्वमंत्री ने सीधे सवाल खड़े करते हुए कहा है कि व्यापम घोटाला होने के बाद आपने नाम बदलकर प्रोफेशनल एग्जामनेशन बोर्ड रख दिया था। नाम बदलने से नीयत नहीं बदलती । चरित्र नहीं बदलता पूर्व मंत्री ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि पूर्व में चाहे व्यापमं घोटाला हो या डम्पर घोटाला अथवा प्रोफेशन एग्जामनेशन बोर्ड घोटाला। नाम बदलने से कुछ नहीं होगा। आप आचरण बदलिये, पद्धति बदलिये और मध्यप्रदेश में स्वच्छ शासन देने की कोशिश कीजिये।