विशाखापट्टनम में हादसे 2 बच्चों सहित 9 की मौत, गैस काबू होने में 2 घंटे लगे, गैस 4 किमी तक फैल चुकी
विशाखापत्तनम. आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में केमिकल गैस के बाद अब हालात काबू में है और अब तक 8 लोगों की मौत हुई है जबकि 250 लोगों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। गुरूवार सुबह यहां के आरआरा वेंकटपुरम गांव में एलजी पॉलिमर इंडस्ट्री से गैस का रिसाव हुआ था जिसका असर 3 किमी तक के एरिया में देखा गया था। 500 से अधिक लोग इसकी चपेट में आए। वहीं लोगों की आंखों में जलन और घबराहट महसूस हुई।
जानकारी के अनुसार 3 किमी का एरिया को खाली करवाया गया है। वहीं गैस रिसाव के कारणों का पता लगाया जा रहा है। जिला स्वास्थ्य अधिकारी ने 8 लोगों के मरने की पुष्टि की है। कंपनी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सुबह 11 बजे राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की आपात बैठक बुलाई और आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी से फोन पर बात कर हर संभव मदद का आश्वसन दिया। पीएम मोदी के साथ केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह भी हालात पर नजर रखे हुए है।
कई लोग घटनास्थल पर पहुंचे
आंध्रप्रदेश के डीजीपी दामोदर गौतम सवांग नेकहा है कि सुबह 5.30 बजे न्यूट्रिलाइजर्स के उपयोग के बाद हालात काबू में आये हैं। गैस लीक में मारे गये 8 लोगों में से 2 की मौत दहशत में भागते समय हुई। इनमें से एक आदमी कंपनी की दूसरी मंजिल से गिरा, जबकि दूसरा कुएं में गिर गया। हादसे की खबर मिलते ही कई लोग घटनास्थल पर पहुंचे, लेकिन वहीं बेहोश होकर गिर गये। आसपास के घरों में भी लोग बेहोश मिले। कुछ लोगों के शरीर पर लाल निशान पड़ गये।
एनडीआरएफ की टीम मौके पर
राहत और बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ की टीमें तैनात कर दी गई है और लोगों को घरों से निकाला गया है। कई लोग फुटपाथ और सड़कों पर बेहोश हालत में पड़े मिले। जानकारी के अनुसार गैस का रिसाव सुबह 4 बजे हुआ तब लोग नींद में थे। स्टायरिन गैस के लीक होने से यह हादसा हुआ है।