पिता और भाई ने अपने सम्मान के लिये बेटी को फांसी पर लटकाया, प्रेम प्रसंग के चलते दिया घटना को अंजाम
ग्वालियर. शहर में ऑनरकिलिंग का मामला सामने आया है। यह मामला सोशल मीडिया पर ट्रैंड कर रहा है अधिकतर लोग कड़ी सजा की मांग कर रहे हैं। जनकगंज स्थित जनकपुरी निवासी 20 वर्षीय युवती पुत्री राजेन्द्र सिंह राठौर का शव रात 1 से 2 बजे के दरमियानी रात घर में ही फंदे से लटका मिला। दरअसल में युवती एक दूसरे जाति के लड़के से प्यार करती थी। जब युवती के प्रेम प्रसंग के बारे में घरवालों का पता चला तो युवती के भाई, पिता और ताऊ ने उसकी फांसी का फंदा पर लटका कर हत्या कर दी। राखी के पिता ने उसके हाथ पकड़े, सगे भाई और ताऊ ने उसे साड़ी से बने फंदे पर लडका दिया। आरोपियों का हत्या करने का तरीका क्राइम सीरियल से मिलता जुलता हैं।
जब आरोपियों ने पुलिस को सुनाई आत्महत्या की कहानी
सूचना पर पुलिस घटनास्थल पर पहुंची तो जांच में पुलिस को मामला संदिग्ध लगा तो पुलिस ने जांच के लिये फोरेंसिक एक्सपर्ट अखिलेश सहित अन्य अधिकारियों को बुलाया गया। जांच में साफ नजर आ रहा था कि गठान लगाई गयी थी। जांच के शुरूआत में ही मामला अजीब लगा था। पोस्टमार्टम के बाद हत्या की पुष्टि हो गयी। पुलिस द्वारा पूछताछ करने पर युवती के भाई और पिता ने वारदात करना स्वीकार किया है।
क्राइम पेट्रोल देखकर रची साजिश
हत्या की पूरी प्लानिंग क्राइम पेट्रोल शो देखकर रची गई। हत्या में पांच लोग शामिल हैं। ताऊ के दो बेटों मनोज और मोनू को बचाने के लिए मुरैना में मारपीट के मामले में पुलिस से गिरफ्तार कराने और जेल में रखने की प्लानिंग रची, लेकिन वहां योजना फेल हो गई। वहां वह इस तरह की मारपीट नहीं कर पाए कि जेल जा सकें। इसके बाद भाई, पिता और ताऊ ने यहां योजना के तहत घर की एक बहू और बच्चे को बर्थ डे में भेजा। राखी की मां को कुछ नहीं पता था। उसे छत पर सोने के लिए भेज दिया गया। आखिर में राखी के हाथ उसके पिता ने पकड़े और ताऊ और भाई ने गले में साड़ी बांधकर उसे लटका दिया।जनकगंज थाना टीआई संजीव नयन शर्मा ने बताया कि मामला घटना वाले दिन से ही संदिग्ध था। पीएम रिपोर्ट आने के बाद साफ हो गया था कि यह सुसाइड नहीं मर्डर है। मृतका के भाई और पिता को थाने लाकर पूछताछ की गई, तो उन्होंने जुर्म कबूल कर लिया है। तीन आरोपी अभी फरार हैं।
हत्या से दो दिन पहले ही लौटी थी घर
हत्या की असल वजह यह है कि राखी किसी दूसरी जाति के लड़के से प्यार करती है। पिता-भाई को यह मंजूर नहीं था। 5 जून को राखी कुछ गहने और कैश लेकर घर से भाग गई थी। इस दौरान उसकी जनकगंज थाना में गुमशुदगी दर्ज कराई गई थी। पुलिस ने उसे 7 जुलाई को ढूंढ लिया था। छात्रा को परिवार से डर था, इसलिए उसे नारी निकेतन में रखा गया था। राखी सहित सभी की सहमति के बाद 31 जुलाई को उसे घर भेजा गया था।