पैरालाइसिस और लकवा इलाज संभव-डॉ सौरभ गुप्ता
ग्वालियर. लकवा और पैरालाइसिस अब लाइलाज बीमारी ने अब समय रहते मरीज डॉक्टर के पास पहुंच जायेगा तो उपचार से ठीक कर लिया जायेगा। ऐसे एक मरीज ललितपुर निवासी बृजभानसिंह की दिमाग की नस ब्लॉक हो गयी थी और वह 6.30 घंटे में बीएमआईआर अस्पताल पहुंचा। एमडी डॉ. सौरभ गुप्ता ने परीक्षण करने के बाद एमआरआई कराने के बाद मालूम चला की दिमाग की नस ब्लॉक होने पर दिमाग में खून नहीं पहुच रहा था। जिससे दिमाग की हर मिनट में 20 लाख कोशिकायें डैमेज हो रही थी जिसकी रिकवरी नहीं होती है। यह जानकारी डॉ. सौरभ गुप्ता पत्रकारवार्ता में पत्रकारों से चर्चा करते हुए दी।
बिना ऑपरेशन और बिना टांका और बिना बेहोश किये ही डॉ. सौरभ गुप्ता ने नस को खोलने के लिये छल्ला (स्टैण्ड) नस में खून का बहाना प्रारंभ करा दिया था। इस बीच डॉक्टर और मरीज के बीच वार्तालाप होता रहा है। अभी लकवा और पैरालाइसिस का इलाज दिल्ली और मुंबई में संभव था अब ग्वालियर के बीएमआईआर अस्पताल में डॉ. सौरभ गुप्ता ने भी संभव कर दिखाया हैं।