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पेट्रोल-डीजल की महंगाई से राहत-अब पानी से दौड़ेगी कार, पीएम मोदी ने किया ऐलान

एनएमटी न्यूज डेस्क. पीएम नरेन्द्र मोदी ने 75वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर राष्ट्रीय हाइड्रोजन मिशन की घोषणा की है। पीएम ने यह भी यहा है कि भारत को अपने आजादी के 100 वर्ष से पहले ऊर्जा के क्षेत्र में स्वतंत्र बनने का संकल्प लेना हेागा। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि ऊर्जा की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिये हर वर्ष 12 लाख करोड़ रूपये से अधिक खर्च देश को करना पड़ता है। जाहिर है कि भारत अपनी कुल पेट्रोलियम और दूसरी ऊर्जा जरूरतों का लगभग 85 प्रतिशत आयात करता है। वहीं प्राकृतिक गैस के मामले में आधी जरूरतें विदेश से होने वाली आपूर्ति से होती हैं।
प्रधानमंत्री मोदी की घोषणा

पीएम नरेन्द्र मोदी ने 15 अगस्त को भारत की ऊर्जा पर्याप्त और सुरक्षा लक्ष्यों को बढ़ावा देने के लिये राष्ट्रीय हाइड्रोजन मिशन शुरू करने की घोषणा की। अपने स्वतंत्रता दिवस के भाषण में पीएम मोदी ने ऊर्जा स्वतंत्रता की आवश्यकता पर जोर दिया और कहा है कि इस योजना के तहत भारत को हरित हाइड्रोजन प्रॉडक्शन और निर्यात के लिये एक ग्लोबल हब बनाना है।
राष्ट्रीय हाइड्रोजन मिशन की घोषणा

national hydrogen mission

हाइड्रोजन गैस बनाने के लिये भारत में अभी 2 तरह की टे

क्नोलॉजी का उपयोग किया जाता है। इनमें से एक तरीका से पानी का इलेक्ट्रोलिसिस कर हाइड्रोजन का अलग किया जाता है। यानी कि पानी की मदद से बनाई गयी हाइड्रोजन से कारें चल सकेंगी। हालांकि, यह तरीका सिर्फ उन्हीं कारों के लिये संभव होगा, हाइड्रोजन गैस फ्यूल को सपोर्ट करती है। दूसरे तरीके नेचुरल गैस को हाइड्रोजन और कार्बन में तोड़ा जाता है। इससे मिली हाइड्रोजन को फ्यूल की तरह उपयोग किया जाता है।

national hydrogen mission

प्रधानमंत्री गतिशक्ति-

नेशनल मास्टर प्लान औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के साथ हवाईअड्डे, नई सड़कों और रेल योजनाओं सहित यातयात की व्यवस्था को दुरूस्त करेगी और युवाओं के लिये रोजगार के अवसर तैयार करेगी। PM ने 2047 तक भारत को ऊर्जा के मामले में आत्मिनर्भर बनाने का भी ऐलान किया ।

 

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बॉयफ्रेंड के साथ कार खरीद रही थी चोर युवती

ग्वालियर. पेइंग गेस्ट बनकर सिटीसेंटर में प्रॉपर्टी व्यापारी के घर से 25 लाख रूपये की चोरी करने वाली एक युवती दिल्ली में अपने बॉयफ्रेंड के साथ घूमती हुई मिली। घटनाको उसने अपनी एक सहेली के साथ अंजाम दिया था। घटना के बाद से ही युवतियों के फोन की लोकेशन दिल्ली की आ रही थी। पुलिस की टीमें भी 48 घंटे से दिल्ली के अन्दर ही थी। बुधवार की शाम पुलिस को कामयाबी मिल ही गयी। युवती बॉयफ्रेंड के साथ कार खरीदने पहुंची थी तभी पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल युवती की सहेली की तलाश की जा रही हैं। इनको ग्वालियर लाकर पूछताछ की जायेगी।
क्या है पूरा मामला

शहर के पटेल नगर मनोहर इंक्लेव के पास निवासी 61 वर्षीय अशोक माखीजा प्रॉपर्टी कारोबारी व बिजली विभाग के ठेकेदार हैं। यहां वह पत्नी किरन के साथ रहते हैं। उनकी एक बेटी है वह दिल्ली में रहती है। दो दिन पहले उनके घर में 20 लाख रुपए नकद सहित 25 लाख रुपए की चोरी हुई थी। अकेले रहने के कारण माखीजा दंपति लड़कियों को पेइंग गेस्ट रखते थे। सोमवार रात 8 बजे दो युवतियां उनके यहां रूम लेने पहुंची थीं। उन्होंने बताया था कि वह पंजाब के जालंधर से आई हैं। अपना परिचय 29 वर्षीय बबीता व 30 वर्षीय गुलप्रीत कौर के रूप में दिया था। 600 रुपए में एक दिन के लिए रूम लिया था। रात को उन्होंने शराब पी और खाना खाया और मंगलवार को सुबह नाश्ता भी किया। मंगलवार दोपहर वह अपना सामान समेटकर चली गईं। उनके जाने के बाद जब अशोक माखीजा की पत्नी किरन अलमारी कुछ सामान निकालने पहुंचीं तो पता लगा कि लॉकर से 20 लाख रुपए नकद, करीब 12 तोला सोना गायब था। पुलिस ने मामला दर्ज कर पड़ताल शुरू कर दी है।

चोरी के रूपयों से खरीद रही थी कार
पुलिस ने जब पूछताछ की तो पता लगा कि बबली अपने बॉयफ्रेंड के साथ चोरी के रूपयों से कार खरीदने पहुंची थी। उसी समय उसे पुलिस ने पकड़ लिया और उस पर दिल्ली में कई चोरी के मामलेे दर्ज हैं। पुलिस को आशंका है कि इससे कई इंटरस्टेट चोरी की घटनाओं का खुलासा हो सकता है। फिलहाल पूछताछ कर रही है पुलिस।

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ईओडब्ल्यू के 2 आरक्षक भोपाल से ग्वालियर चुपचाप आए, कोरोना पॉजिटिव कर्मियों के साथ ड्यूटी में संलग्न थे

ग्वालियर. ईओडब्ल्यू से पिछले 2 माह भोपाल मुख्यालय में ड्यूटी कर रहे 2 आरक्षक चालकों ने ग्वालियर कार्यालय में 3 दिन पहले चुपचाप अपनी आमद दर्ज कराई है। जेसा कि अभी कुछ दिन पहले ईओडब्ल्यू डीजी का ड्राइवर और उनका पुत्र कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे और ग्वालियर के दोनों आरक्षक चालक उक्त कोरोना पॉजिटिव कर्मियों के साथ ही ड्यूटी में संलग्न थे।
न पुलिस अधीक्षक ईओडब्ल्यू, न स्थानीय प्रशासन को सूचना दी
ऐसे में भोपाल मुख्यालय से आए इन 2 आरक्षकों ने ग्वालियर ईओडब्ल्यू की मुश्किलें बढ़ा दी है। दोनों के नाम अनिरूद्ध और महिपत सिंह बताएं जा रहे है। इन्होंने अपने आने की सूचना न तो पुलिस अधीक्षक ईओडब्ल्यू और न स्थानीय प्रशासन को दी है। भोपाल में तेजी से कोरोना के मामले सामने आ रहे है ऐसे में इन कर्मियों की लापरवाही पूरे स्टाफ व प्रशासन और जनता पर भारी पड़ सकती है।

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ग्वालियर में अभी अभी 5 संक्रमित मप्र में कुल 13 कोरोना वायरस पीडि़त मिले

ग्वालियर. विनयनगर स्थित एक परिवार में कोरोना वायरस से संक्रमित 5 सदस्य मिले हैं। चिकित्सकों की टीम ने सैम्पल लेकर डीआरडीओ जांच के लिये भेज दिये गये इनकी रिपोर्ट 48 घंटे में मिलेगी तब तय होगा यह ठीक है या संक्रमित हैं। इन्हें फिलहाल घर में आइसोलेशन में रखा गया है।
इन्दौर में 5 कोरोना वायरस संक्रमित मिले
विदेश से घूम कर आये इन्दौर में 5 सदस्य मिला है। पांच सदस्यों को इंदौर के 3 को बॉम्बे अस्पताल में, एक अरिंहंत में और एक को एमवायएच अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जिसमें एक परिवार के 3 सदस्य तथा दो अलग अलग परिवार से हैं। यह सभी लोग ऋषिकेश से वापिस लौट कर आये थे।
मप्र में 13 कोरोना वायरस पीडि़त
अभी तक कुल मिलाकर मप्र में 13 कोरोना वायरस संक्रमित मिले हैं जिनमें जबलपुर 5, ग्वालियर 6, शिवपुरी मंे 1, भोपाल 1 और इन्दौर में 5 कोरोना वायरस से संक्रमित मिले हैं।

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वर्धमान प्राइवेट लिमिटेड व हार्दिक बिल्डर के यहां आयकर विभाग का छापा, अन्य व्यापारियो में दहशत

ग्वालियर. देर रात तक आयकर विभाग की टीम की कार्रवाई के बाद बुधवार को फिर से सूर्या टावर ओल्ड हाईकोर्ट के पास वर्धमान प्राइवेट लिमिटेड और अचलेश्वर मंदिर के पास सेंट्रल मॉल में हार्दिक बिल्डर के यहां पर इनकम टैक्स सर्वे टीम ने कार्रवाई शुरू की जो कि अभी भी जारी है। कार्रवाई के चलते जहां इन दोनों की प्रतिष्ठानों पर भारी संख्या में पुलिस तैनात रही साथ ही शहर के अन्य कारोबारियों में भी दहशत का माहौल देखा गया।
सभी के आने-जाने पर भी रोक लगाई
जानकारी के अनुसार यह कार्रवाई रिटर्न नहीं दाखिल करने के चलते की गई है और यहां से बड़ा कर अपवंचन निकल सकता है। एमसीएक्स और रीयल एस्टेट कारोबारियों के ठिकानों पर आयकर अधिकारियों ने प्रवेश करते ही अपना परिचय दिया तो यहां सभी के बीच खलबली मच गई। जांच-पड़ताल कर रहे अधिकारियों ने सर्वे स्थल पर सभी के आने-जाने पर भी रोक लगा दी। यहां काम कर रहे कर्मचारियों और वरधान कंस्ट्रक्शन के संचालक ब्रजेश श्रीवास्तव के साथ हार्दिक डिस्ट्रीब्यूटर प्रालि के संचालक मोनू गुप्ता से भी पूछताछ की। ये कारोबारी बुलियन का काम भी करते हैं। इनके कोलकाता, मथुरा आदि जगहों पर भी ऑफिस होना बताया गया है।
टीम पुलिस बल के साथ कार्रवाई करने गई
आयकर सर्वे की कार्रवाई के दौरान अधिकारियों को किसी तरह की परेशानी ना हो इसके लिए टीम के साथ पुलिस बल भी मौजूद था। सर्वे कार्रवाई के दौरान ये पुलिस बल सभी को आने-जाने से रोक रहा था चूंकि जिन स्थानों पर आयकर सर्वे की कार्रवाई हुई है, व्यपारिक क्षेत्र है। दोपहर में जैसे ही यहां आयकर विभाग की टीमें पहुंची वैसे ही लोगों के बीच चर्चा होने लगी।

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जम्मू कश्मीर में सुरक्षा कारणों के चलते पंचायत चुनाव टले

जम्मू कश्मीर. जम्मू कश्मीर में 5 मार्च से होने जा रहे पंचायत चुनाव टल गए है। राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी सीईओ शैलेंद्र कुमार ने कहा कि सुरक्षा कारणों से चुनावों को स्थगित किया गया। 5 मार्च से 8 चरणों में 12500 पंचायत सीटों के लिए उपचुनाव होने थे। शैलेंद्र कंमार ने कहा कि सुरक्षा कारणों से तीन हफ्तों के लिए चुनाव स्थगित किए गए है और कहा कि गृह विभाग ने सुरक्षा कारणों के मद्देनजर जो रिपोर्ट दी थी उसके आधार पर इनको स्थगित किया गया।
5 मार्च सेे होने थे चुनाव
जानकारी के अनुसार पहले 5 से 20 मार्च के बीच 8 चरणों में ये चुनाव होने थे। इससे पहले 2018 में पंचायत चुनाव हुए थे और पीडीपी और नेशनल कांफ्रेंस ने उनका बहिष्कार किया था। मंगलवार को सीईओ ने सभी दलों के प्रतिनिधियों से उपचुनावों के मद्देनजर मुलाकात की थी। ये मुलाकात ऐसे वक्त हुई जब मुख्यधारा के राजनीतिक दलों ने आलोचना की है कि उनके नेताओं को हिरासत में रखा गया है और उनको राजनीतिक कार्यकलापों को अनुमति नहीं दी गई है।

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डीजीपी बनाने के लिये नये नामों का पैनल से यूपीएससी ने किया इंकार

भोपाल. संघ लोकसेवा आयोग (यूपीएससी) ने डीजीपी पद के लिये नामों का पैनल देने से मना कर दिया है यूपीएससी ने राज्य सरकार को भेजे गये पत्र में कहा है कि हस्तलिखित स्वीकृति तब आवश्यक होती है, जब कोई प्रमोशन से मना करता है। सिफठ इस आधार पर पैनल को अस्वीकृत नहीं किया जा सकता कि लिखित स्वीकृति नहीं ली गयी हैं।
इसके पूर्व 7 फरवरी को राज्य सरकार ने यूपीएससी को लिखे पत्र में कहा था कि वीके सिंह, मैथलीशरण गुप्ता और वीके जौहरी के नाम पैनल भेजे गये हैं। उसमें विवेक जौहरी की लिखित स्वीकृति नहीं ली गयी थी। इस आधार पर राज्य सरकार ने इस पैनल को नाने से मना कर दिया था। मुख्य सचिव एसआर मोहंती का कहना है कि उन्होंने यूपीएससी का वह पत्र नहीं पढ़ा है इसलिये इस पर वह कोई कॉमेंट नहीं करना चाहेंगे।

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