जीवाजी विश्वविद्यालय: अफसरों ने चहेतों को दे दिए आवास, पात्रता वाले आठ साल से लगा रहे चक्कर: अफसरों ने चहेतों को दे दिए आवास, पात्रता वाले आठ साल से लगा रहे चक्कर
ग्वालियर. जीवाजी विश्वविद्यालय के अधिकारी-कर्मचारियों के लिए विश्वविद्यालय द्वारा आवास बनाए गए है लेकिन आवास आवंटित करने में कर्मचारियों के साथ भेदभाव किया जा रहा है। पात्रता रखने वाले कर्मचारी आवास लेने के लिए विवि के अधिकारियों के और भोपाल में वरिष्ठ अधिकारियों के चक्कर लगा रहे है। लेकिन उन्हें आवास नहीं मिल पा रहे है जबकि विवि में करीब 15 आवास खाली है। अफसरों द्वारा अपने करीबी कर्मचारियों को ही आवास दिए जा रहे है और अन्य कर्मचारियों को तमाम प्रकार की अडचनें बताकर टरकाया जा रहा है। इससे कई कर्मचारी शहर में किराए के मकान में रह रहे है तो कोई डबरा से अपडाउन कर रहा है।
अफसरों पर लाखों खर्च, कर्मचारियों पर ध्यान नहीं
जीवाजी विश्वविद्यालय में कुलगुरु– कुलसचिव, प्रोफेसर्स व वार्डन हाउस में सफाई पर हर साल लाखों रुपए खर्च किए जाते हैं, लेकिन विवि के तृतीय व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के आवासों में सफाई पर ध्यान नहीं दिया जाता है। स्थिति यह है कि इनके आवासों में जगह-जगह गंदगी के ढेर लगे हुए हैं। कई आवास वर्षों से खाली पड़े हुए हैं, जिनकी ओर विवि का ध्यान नहीं है।
2018 में हुआ था नए आवासों का आवंटन
जीवाजी विवि के तृतीय व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों ने बताया कि विवि में पदस्थ कर्मचारियों को 2018 में नए आवासों का आवंटन किया गया था। उस दौरान विवि के जिम्मेदार अफसरों ने मनमानी करते हुए अपने चहेते लोगों को आवास दिला दिए, लेकिन अन्य कर्मचारियों को आवास नहीं दिलाया गया है। कुलगुरु व कुलसचिव को कई बार कर्मचारियों द्वारा आवास दिलाए जाने के लिए आवेदन दिया गया है, लेकिन आज तक उनकी सुनवाई नहीं हुई है। जबकि अभी हाल ही में दो लोगों को आवास दिए गए हैं।

