बीना को जिला बनाने पर बीजेपी में ही किचकिच, बड़े नेता के विरोध के बाद वापस खींचे कदम
भोपाल. मध्य प्रदेश में सागर जिले की बीना तहसील को जिला बनाने पर सियासत गर्म है। सीएम मोहन यादव का बीना दौरा प्रस्तावित था। कहा जा रहा था कि यहां सीएम बीना को जिला बनाने की घोषणा करेंगे लेकिन पारिवारिक शोक के कारण उनका दौरा ही रद्द हो गया। इससे पहले केबिनेट की बैठक में भी बीना को जिला बनाने संबंधी प्रस्ताव टाल दिया गया था। दरअसल इस मुद्दे पर पार्टी में ही मतभेद पैदा हो गए है। बीना को जिला बनाने पर बीजेपी में ही किचकिच हो रही है। इस मुद्दे पर पार्टी के कुछ बडे नेताओं का विरोध सामने आया है। बताया जा रहा है कि बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह ने खासतौर पर इसकी खिलाफत की। सोमवार को हुई अहम बैठक में उनके विरोधी स्वर के बाद ही बीना का मामला लटक गया।
दरअसल बीना को जिला बनाने में पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह के विधानसभा क्षेत्र खुरई का भी पेंच फंसा है। बीना के जैसे ही खुरई तहसील को भी जिला बनाने की मांग दशकों पुरानी है। सागर जिले की ये दोनों तहसीलें पुरानी और विकसित तहसीलें हैं। दोनों तहसीलों में जिला बनाने की मांग पर कई दिनों से आंदोलन चल रहे हैं।
बीना को जिला घोषित किए जाने पर खुरई की जनता नाराज होगी जिससे बीजेपी को खासा नुकसान हो सकता है। राजनैतिक विश्लेषकों के अनुसार यही कारण है कि पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह बीना को जिला बनाने का विरोध कर रहे हैं। जिला बनाने की मांग को लेकर खुरई में 3 सितंबर को बंद का आव्हान भी किया गया था। तब भी पार्टी के निर्देश पर भूपेंद्र सिंह ने दखल देकर ऐन वक्त पर बंद स्थगित करवा दिया था।