ग्वालियर में चुनावी सीजन आते ही सरकारी अमले के विरोधी लोग सक्रिय
ग्वालियर. चुनावी सीजन आते ही सरकारी अमले के विरोधी लोग सक्रिय हो गए हैं। अभी न आचार संहिता लगी है न चुनाव की तारीख तय है पर अमले की मनमानी की चार शिकायतें निर्वाचन कार्यालय में पहुंच चुकी हैं। दूसरी तरफ हथियार लाइसेंस भी इस बार आचार संहिता से पहले सस्पेंड होने का अनुमान है। ऐसा हथियार लाइसेंस के लिए मंत्री नेताओं के दबाव को काम करने की मंशा से हो सकता है। वहीं सोमवार को कलेक्टर ने चुनाव में ड्यूटी और छुट्टी को लेकर निर्देश भी जारी कर दिए।
कमलनाथ के फोटो के साथ कर्मचारी
हरिराम बाथम ने दक्षिण क्षेत्र के नेता के कुछ समर्थकों पर कांग्रेस का प्रचार करने का आरोप लगाया है। आरोप है कि इन्होंने 9 अगस्त को स्वास्थ्य शिविर लगाया, इसके पर्चे में कांग्रेस नेता कमलनाथ व जीतू पटवारी के फोटो हैं। ऐसे ही लोक निर्माण विभाग के एक एसडीओ के खिलाफ 2 शिकायतें निर्वाचन दफ्तर में पहुंची हैं। आरोप है कि एसडीओ वर्ष 1991 में उपयंत्री थे तब से ग्वालियर में पदस्थ हैं और राजनैतिक कार्यक्रमों में हिस्सा लेते हैं। इनका तबादला किया जाए। वहीं घाटीगांव में पदस्थ महिला पटवारी की शिकायत बीजेपी नेताओं ने की है।
खत्म नहीं हुआ हथियार लाइसेंस देने का झंझट
कलेक्टर के पास पहुंची पुलिस रिपोर्ट इस बात की पुष्टि करती है कि इस बार लाइसेंसी हथियार आचार संहिता के पहले भी सस्पेंड हो सकते हैं। अभी उक्त प्रस्ताव पर अंतिम निर्णय नहीं हुआ है। दूसरी तरफ मंत्रियों की सिफारिश वाले 275 आवेदकों को लाइसेंस देने का काम तेज हो गया है।
ड्यूटी ऑर्डर पहुंचते ही हटवाने के लिए भीड़ पहुंची
चुनाव ड्यूटी के ऑर्डर पहुंचते ही कलेक्ट्रेट में सोमवार को भीड़ रही। कई कर्मचारी ऐसे पहुंचे जो चुनाव ड्यूटी से मुक्ति चाहते थे। रात में कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह ने छुट्टी पर प्रतिबंध लगा दिया। उन्होंने जो आदेश जारी किया उसमें लिखा कि कोई भी शासकीय सेवक सीधे निर्वाचन कार्यालय या किसी अधिकारी से ड्यूटी को लेकर संपर्क नहीं करेगा। अपरिहार्य कारण या बीमारी की स्थिति में मेडिकल बोर्ड की अनुशंसा के साथ कार्यालय प्रमुख आवेदन भेजेंगे।