गृहमंत्री अमित शाह से मिलने के बाद सिंधिया बनी सहमति, 21 के बाद शपथ ग्रहण
भोपाल. मध्यप्रदेश में शिवराज कैबिनेट के गठन को लेकर अटकलें तेज है वहीं दिल्ली में ज्योतिरादित्य सिंधिया की सक्रियता के बाद कैबिनेट के गठन को लेकर पेंच फंस गया है। जानकारी के अनुसार प्रदेश में संगठन के कुछ बड़े नेता चाहते है कि प्रदेश में लॉकडाउन के कारण छोटा मंत्रिमंडल बने जिसमें कुछ लोग शपथ ले वहीं दूसरी तरफ यह कहा जा रहा है कि सिंधिया चाहते है कि कैबिनेट का विस्तार में उनके समर्थक पूर्व 6 मंत्रियों को जगह मिले लेकिन जानकारी मिली है कि सिंधिया की मांग पर सहमति बन गई है।
सिंधिया की मांग पर बनी सहमति
फिलहाल मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कैबिनेट विस्तार को टाल दिया है। 21 अप्रैल के बाद कभी भी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपनी कैबिनेट को शपथ दिला सकते है। कैबिनेट में कौन-कौन होगा इसको लेकर भोपाल से दिल्ली तक मंथन जारी है।
सिंधिया की मांग पर सहमति बनी
ज्योतिरादित्य सिंधिया की गृहमंत्री अमित शाह और पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात के बाद कमलनाथ सरकार में इस्तीफा देने वाले सभी 6 पूर्व मंत्रियों को पहली बार में ही शपथ दिलाने पर सहमति बन गई है। सिंधिया समर्थक मंत्रियों में तुलसी सिलावट, गोविंद सिंह राजपूत, इमरती देवी, महेन्द्र सिंह सिसौदिया, प्रभुराम चौधरी, प्रद्युमन सिंह तोमर को कैबिनेट में जगह मिल सकती है।
राजभवन में तैयारियां शुरू
इधर मंत्रिमंडल के गठन को लेकर राजभवन ने तैयारी शुरू कर दी है। लॉकडाउन के दौरान शपथ ग्रहण वीसी से कराने की चर्चा है।