डीआरडीओ में चीन की हजारों पीपीई किट टेस्ट में फेल
ग्वालियर. 5 अप्रैल तक चीन ने भारत को जो लगभग पौने दो लाख पीपीई किट की सप्लाई की थी उनमें से एक चौथाई से ज्यादा घटिाया क्वॉलिटी के थे। चीन से भेजे गए 50 हजार किट क्वॉलिटी टेस्ट में फेल हो गए है। इनमें से ज्यादातर डोनेशन के तौर पर भेजे गए थे। इन उपकरणों की जांच डिफेंस रिसर्च एंड डिवेलपमेंट ऑर्गनाइजेशन की ग्वालियर स्थित लैब में हुई थी। लैब में हुई थी। जिन किट्स को एफडीए/सीई से मान्यता नहीं मिली है उन्हें भारत में क्वॉलिटी में क्वालिटी टेस्ट से गुजरना होता है।
ज्यादातर किट्स चीन-जापान व कोरिया से आ रहे
जानकारी के अनुसार क्वॉलिटी टेस्ट में जो कंसाइनमेंट्स फेल हुए है उन्हें देश डोनेशन के तौर पर भारत सरकार को दिया था हालांकि दानकर्ताओं के नाम से जुड़ी कोई जानकारी अभी सामने नहीं आई है। भारत में करीब एक लाख पीपीई किट की रोजाना जरूरत है। कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते दुनिया भर में पीपीई किट्स की मांग काफी बढ़ गई है और इसकी पर्याप्त मात्रा में सप्लाई काफी चुनौतीपूर्ण बन गई है। भारत में ज्यादातर किट्स चीन-जापान और कोरिया से आते है हालांकि जापान और कोरिया के किट्स काफी महंगे है। कोरोना फैलने के कारण यूरोप और अमेरिका ने अब एक्सपोर्ट के लिए किट्स बनाना बंद कर दिया है।
गुणवत्ता परीक्षण उचित नहीं पाये जाने के कारण सैम्पल रद्द
भारत सरकार के प्राधिकरण से लॉट आया था जिसमें हजारों किट होती है जिसमें से रेण्डम ली नमूने बतौर गुणवत्ता परीक्षण उचित नहीं पाये जाने के कारण सैम्पल रद्द कर दिया गया है जिसकी प्राधिकरण को रिपोर्ट भी सौंप दी गयी है।
परितोष मालवीय, पीआरओ, डीआरडीई ग्वालियर