जब ऊर्जामंत्री डॉक्टरों पर बिफरे-बाहर लोग मर रहे है और तुम यहां पर सो रहे हो
ग्वालियर. ऊर्जामंत्री प्रद्युम्नसिंह तोमर सोमवार को जिला अस्पताल मुरार पहुंचे तो यहां आयुष विभाग के कार्यालय में 2 डॉक्टर सोते हुए मिले और बाहर लोग काढ़े के लिये परेशान हो रहे थे। इसके बाद ऊर्जामंत्री से रहा नहीं गया। वह अन्दर पहुंचे और दोनों डॉक्टरों की क्लासा ली। उन्होंने डॉक्टरों से कहा है कि आपदा में भी आप इतने लापरवाह हो सकते हैं। रजिस्टर पर सिर रखकर सो रहे हैं और बाहर लोग मर रहे हैं। ध्यान रखना आपको छोडूंगा नहीं।
क्या है पूरा मामला
सोमवार की दोपहर ऊर्जा मंत्री शहर में घूमने के साथ.साथ जिला अस्पताल मुरार में व्यवस्थाओं का जायजा लेने पहुंचे। यहां जब वह अस्पताल में व्यवस्थाएं देख रहे थेए तभी किसी ने बताया कि सरकार प्रचार कर रही है कि काढ़ा पीने से वायरस का असर कम होताए लेकिन जिला अस्पताल में 2 दिन से काढ़ा ही नहीं बंट रहा।इस पर वह नाराज हुए। उन्होंने पूछा कि कहां मिलता है काढ़ा। तब उन्हें बताया गया कि ट्रॉमा सेंटर के सामने ही आयुष विभाग का दफ्तर है। जब वह वहां पहुंचेए तो बाहर बोर्ड नहीं लगा था। सिर्फ एक खिड़की और दरवाजा था। खिड़की बंद थी। दरवाजा खोलकर जब वह अंदर पहुंचेए तो टेबल पर सिर रखकर 2 डॉक्टर जिनमें एक डॉण् भागसिंह कुशवाह थे और दूसरे उनके साथी सोते मिले। यह देखकर वह काफी नाराज हुए। सभी के सामने डॉक्टरों को फटकार लगाई। इसके बाद रिकॉर्ड जांचा। दिन भर में सिर्फ कुछ पैकेट काढ़ा ही बांटा गया था।
काढा बांटने के बजाय रजिस्टर में नम्बर चढ़ाते हैं
जिला अस्पताल में आयुष विभाग के डॉक्टरों के भी निरोल खेल हैं। वह खास लोगों को काढ़ा बांट देते हैं उनके नम्बर रजिस्टर में चढ़ाकर टारगेट पूरा करते रहते हैं जबकि आम इंसान जो कोरोना संदिग्ध है, उनको काढ़ा देने में परेशानी होती हैं।
खिड़की पर लगा बोर्ड हटाया, नींद में न उठाये
जिला अस्पताल में जहां काढ़ा मिलता था वहां बाहर अभी तक आयुष विभाग का बोर्ड लगा था। यहां से काढ़ा जरूर लें। लेकिन अब तो वह बोर्ड भी हटा दिया गया है। जिससे लोग वहां पहुंचकर डॉक्टर साहब की नींद में खलल न डालें।