काश कमलनाथ जी को जनता की इतनी फिक्र मुख्यमंत्री रहते हुए होती तो-डॉ. नरोत्तम मिश्रा
भोपाल. पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रदेश में कोरोना वायरस के चलते लगाये कर्फ्यू और लॉकडाउन को आवश्यक बताते हुए इससे मप्र की गरीब जनता को ही रही परेशानी सेसंबंधी एक पत्र मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान को लिखा है कि पत्र में कमलनाथ ने लिखा है कि मप्र में निम्न आयवर्ग के परिवारों के समक्ष जीवन यापन का संकट खड़ा हो गया है, इन लोगों को किसी तरह की परेशानी नहीं हो यह आपका दायित्व है। कमलनाथ के पत्र पर मुख्यमंत्री शिवराजसिंह ने अभी कोई प्रतिक्रिया नहीं दी हैं लेकिन बीजेपी वरिष्ठ नेता और प्रदेश की सत्ता परिवर्तन में अहम किरदार निभाने वाले विधायक डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि काश कमलनाथ जी को प्रदेश की जनता की इतनी फिक्र मुख्यमंत्री रहते हुई होती।
श्रमिक वर्ग के लोगों की आय बिलकुल बन्द हो गयी
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने गुरूवार को लिखे पत्र में कहा है कि कर्फ्यू और लॉकडाउन के चलते मप्र में आमजन के सामने विषम परिस्थितियां पैदा हो गयी है। इस कारण से दिहाड़ी कर अजीविका चलाने वाले श्रमिक वर्ग के लोगों की आय बिलकुल बन्द हो गयी है। यह लोग अपने परिवार का जीवन यापन करने असमर्थ हो गये हैं। दैनिक उपयोग की चीजों को नहीं खरीद पा रहे हैं। यही स्थिति प्रदेश के लाखों छोटे व्यापारियों में शामिल परचून दुकानदार, मोटर मैकेनिक, साईकिल का पंचर बनाने वाले, मोची, कुम्हार और पाने वाले आदि की भी हो गयी हे।
अब उन्हें इस तरह की बातें करना शोभा नहीं देता
कमलनाथ का पत्र सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद बीजेपी के वरिष्ठ नेता डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि शिवराज सिंह ने जिस दिन से मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है। वह लगातार इस दिशा में काम कर रहे हैं। काश कमलनाथ जी को प्रदेश की जनता की इतनी चिंता खुद के मुख्यमंत्री रहते हुए हुई होती । डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि उन्होंने डेढ़ वर्ष तक प्रदेश की जनता के साथ धोखा किया। किसानों का बोनस बंद कर दिया, युवाओं से झूठ बोला। अब उन्हें इस तरह की बातें करना शोभा नहीं देता।