देखते ही गोली मारने के आदेश- दिल्ली पुलिस
नई दिल्ली. उत्तर-पूर्वी दिल्ली जिले में पिछले तीन दिनों से जारी हिंसा में अब तक 13 लोगों की मौत हो चुकी है और 170 से ज्यादा लोग घायल है इनमें 56 पुलिसकर्मी बताए जा रहे है। मरने वालों में एक पुलिसकर्मी भी है। दिल्ली पुलिस ने मंगलवार शाम को दंगाग्रस्त इलाकों में फ्लैग मार्च किया लेकिन इसके बाद भी उपद्रवी नहीं माने और उन्होंने कई इलाकों में आगजनी की और पथराव किया। दिल्ली पुलिस ने रात होते होते इलाकों में गश्त तेज कर दी और लोगों को घरों में रहने की अपील की।
दंगाइयों को देखते ही गोली मारने का आदेश
दिल्ली पुलिस के एसीपी ने यमुना विहार के नूर ए इलाही चौक पर लाउडस्पीकर से ऐलान किया कि आप लोग अनावश्यक रूप से सड़कों पर ना आए। दंगाइयों को देखते ही गोली मारने का आदेश है। आप लोग घरों में रहे और सड़क पर आकर पथराव ना करें और मजमा इकट्ठा ना करें। एसएन श्रीवास्तव को दिल्ली का नया स्पेशल सीपी लॉ एंड ऑर्डर नियुक्त किया गया। एसएन श्रीवास्तव फिलहाल सीआरपीएफ में एडीजी के पद पर तैनात है। एसएन श्रीवास्तव सीआरपीएफ तैनाती से पहले दिल्ली पुलिस में कई महत्वपूर्ण पदों पर यह तैनात हो चुके है।
जफराबाद मैट्रो स्टेशन के नीचे बैठे प्रदर्शनकारियों से सड़क खाली करवाई
ताजा जानकारी के अनुसार पुलिस ने जफराबाद मैट्रो स्टेशन के नीचे बैठे प्रदर्शनकारियों से सड़क खाली करवा ली है। आपको बता दें कि उत्तर पूर्वी दिल्ली इलाकों में अभी भी हालात तनावपूर्ण बने हुए है। उत्तर-पूर्वी दिल्ली में आज सुबह से ही हिंसा और पत्थरबाजी की कई छिटपुट वारदातें होती रही। पुलिस ने जानकारी दी है कि दिल्ली में सोमवार से हिंसा में एक पुलिसकर्मी समेत 13 लोगों की मौत हो गई है जबकि 150 से ज्यादा लोग घायल है। उत्तर पूर्वी में एक महीने के लिए धारा 144 लागू कर दी गई है।
पुलिस व रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) की तैनाती की गई
मौजपुर, बाबरपुर, जाफराबाद, गोकुलपुरी, बृजपुरी आदि इलाकों में पुलिस व रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) की तैनाती की गई है हालांकि इन क्षेत्रों के कई अंदरूनी इलाकों में आपसी भिड़ंत व एक दूसरे पर पत्थरबाजी की वारदातें अभी भी हो रही है।
