अंतरराष्ट्रीय

Newsअंतरराष्ट्रीय

तुर्की पर भारत की तरफ से एक और चोट, टर्किश एयरलाइंस के साथ साझेदारी खत्म करेगी इंडिगो

नई दिल्ली. तुर्की द्वारा पाकिस्तान के समर्थन और भारत विरोधी रूख अपनाये जाने के बाद इंडिगो ने टर्किश एयरलाइंस के साथ अपनी साझेदारी खत्म करने का फैसला लिया हैं। विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने शुक्रवार को जानकारी दी कि इंडिगो का डैम्पन लीज समझौता 31 अगस्त 2025 तक समाप्त कर दिया जायेगा। यह फैसला सरकार की तरफ से दी गयी 3 माह की अंतिम और एक मात्र मोहलत के तहत लिया गया है। ताकि यात्रियों की सेवा बाधित न हो।
फिलहाल इंडिगो, टर्किश एयरलाइंस से 2 बोइंग 777-300ईआर विमान डैम्प लीज पर लेकर दिल्ली और मुंबई से इस्तांबुल तक डायरेक्ट फ्लाइट संचालित कर रही है। यह लीज मूल रूप से 31 मई को समाप्त होनी थीं। लेकिन इंडिगो के आग्रह पर डीजीसीए ने इसे 3 माह और बढ़ाया है। इंडिगो ने इस लीज को 6 माह तक बढ़ाने की मांग की थी। लेकिन डीजीसीए ने इसे खारिज कर दिया। नियामक ने साफ किया है कि अब कोई और विस्तार नहीं दिया जायेगा। यह अंतिम अवसर है।

Newsअंतरराष्ट्रीय

चीन बन रहा भारत के लिये खतरा, चारों ओर फैला रहा सैन्य जाल

नई दिल्ली. अमेरिका की खुफिया रिपोर्ट में एक बार फिर से चीन की विस्तारवादी नीति और भारत के लिये उसकी सामरिक चुनौती पर चिंता जताई गयी है। रिपोर्ट में बताया है कि पीएम नरेन्द्र मोदी की रक्षा नीति वैश्विक नेतृत्व को मजबूत करने, चीन का सामना करने और भारत की सैन्य क्षमताओं को को बढ़ाने पर केन्द्रित रहेगी। भारत, चीन को अपना मुख्य प्रतिद्वंदी मानता है। जबकि पाकिस्तान को एक सीमित सुरक्षा समस्या के रूप में देखता है। जिसे नियंत्रण में रखा जा सकता है।
पीएलए के सैन्य अड्डों की योजना, भारत के लिये बना खतरा
चीन अपने पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के सैन्य ठिकाने वर्मा (म्यांमार) पाकिस्तान और श्रीलंका जैसे देशों में स्थापित करने की योजना पर विचार कर रहा है। यदि ऐसा होता है तो यह भारत के लिये गंभीर सामरिक खतरा बन सकता है। यह देश भारत की सीधी समुद्री और सीमाओं के निकट है।
चीन से तनाव कम, लेकिन सीमा विवाद बरकरार
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि अक्टूबर 2024 के अंत में भारत और चीन ने पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के दो विवादित इलाकों से सेनाएं पीछे हटाने पर सहमति बनाई है। हालांकि यह कदम सीमावर्ती तनाव को कुछ हद तक कम करता है।  लेकिन सीमा विवाद अब भी अनसुलझा है।  गौरतलब है कि 2020 में इसी इलाके में दोनों देशों के सैनिकों के बीच झड़प में जानें गई थीं ।
PAK के आतंकी ठिकानों पर भारत की मिसाइल कार्रवाई
अप्रैल 2024 के अंत में जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के भीतर आतंकवाद से जुड़े ढांचागत ठिकानों पर मिसाइल हमले किए । इसके बाद 7 से 10 मई के बीच दोनों देशों के बीच कई दौर की मिसाइल, ड्रोन, और ‘लोइटरिंग म्यूनिशन’ (आत्मघाती ड्रोन) से हमले हुए और भारी गोलीबारी भी हुई है।  10 मई तक दोनों पक्षों के बीच पूर्ण युद्धविराम पर सहमति बन गई ।

Newsअंतरराष्ट्रीय

सिंध के गृहमंत्री का घर किया आग के हवाले, 6 नहरें बनाने से थे नाराज प्रदर्शनकारी, 2 पुलिसकर्मियों की मौत

इस्लामाबाद- पाकिस्तान में प्रदर्शनकारियों ने मंगलवार की दोपहर सिंध के गृहमंत्री जियाउल हसन लंजर का घर जला दिया, प्रदर्शनकारियों ने घर की सुरक्षा में तैनात गार्ड्स को भी पीटा है। सिंध के नौशेहरो फिरोज जिले में मंगलवार को पुलिस और एक राष्ट्रवादी संगठन के कार्यकर्त्ताओं के बीच झड़प हो गयी थी। इसमें कम से कम 2 लोगों की मौत भी हो गयी। इसके अलावा दोनों ओर के कई लोग भी घायल हो गये।
पाकिस्तान सरकार की योजना है कि सिंध नदी पर 6 नहरें बनाई जाये। चोलिस्तान में सिंचाई की व्यवस्था को मजबूत किया जा सके। इससे स्थानीय लोग नाराज है। उनका कहना है कि सरकार उनकी जमीन और पानी छीन रही हैं। जब प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रीय राजमार्ग पर धरना देने की कोशिश की तो पुलिस ने उन्हजें रोकने का प्रयास किया। इससे तनाव बढ़ गया और नाराज होकर लोगों ने सिंध के गृहमंत्री के घर हमला कर दिया था। प्रदर्शनकारियों ने कुछ ट्रकों को लूट लिया और उनमें से कुछ को आग लगा दी।
शहबाज शरीफ ने कश्मीर मुद्दा उठाने पर ट्रम्प की तारीफ की
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कश्मीर का मुद्दा उठाने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की तारीफ की है। ट्रम्प ने 11 मई को कहा था, ‘मैं दोनों के साथ मिलकर यह देखने की कोशिश करूंगा कि क्या ‘हजार साल’ बाद कश्मीर मुद्दे का कोई हल निकाला जा सकता है। ‘शहबाज ने सोमवार को कराची में नौसेना के डॉकयार्ड का दौरा किया। यहां उन्होंने सैनिकों को संबोधित भी किया। इस दौरान शहबाज ने नेवी की तारीफ में कहा, भारतीय नौसेना का एयरक्राफ्ट कैरियर विक्रांत पाकिस्तान के 400 समुद्री मील करीब पहुंच गया था। लेकिन पाकिस्तान की आर्मी और एयरफोर्स से भारी नुकसान झेलने के बाद, नौसेना की तैयारियों को भांपकर विक्रांत पीछे हट गया।

Newsअंतरराष्ट्रीय

रामकृष्ण आश्रम के सचिव से कंबोडिया के ठग ने बिग-बॉस के मैसेज ठगे थे 2.53 करोड़ रूपये, ठगने में बैंक ऑफिसर से लेकर सब्जी वाला तक की भूमिका, 19 गिरफ्तार

ग्वालियर. रामकृष्ण मिशन आश्रम के सचिव स्वामी सुप्रदिप्तानंद के साथ 2.53 करोड़ रूपये की ठगी के मामले में कम्बोडिया कनेक्शन सामने आया है। जांच में पता चला है कि ठगों ने विदेश से कॉल कर डिजीटल अरेस्ट की साजिश रची थी। यह गिरोह लगातार विदेश नेटवर्क के जरिये लोगों को फर्जी मामलों में फंसाकर मोटी रकम ऐंठ रहा था। मामले में पुलिस की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) अभी तक 19 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। इन आरोपियों में बैंक अधिकारी, बैरोजगार युवा और यहां तक कि सब्जी बेचने वाला तक शामिल है।
आश्रम के सचिव से ठगी के मामले में जब एसआईटी ने जांच का दायरा बढ़ाया तो ठगी के गैंग के पीछे फैले जाल का चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। इस नेटवर्क की जड़ें सिर्फ ग्वालियर या यूपी में नहीं, बल्कि मध्यप्रदेश दिल्ली और कम्बोडिया तक फैली हुई थी। ठगी के इस अंर्त राज्यीय और अंर्त राष्ट्रीय गिरोह में कोई मास्टर माइंड था, तो कोई बैंक अधिकारी, कोई बेरोजगार छात्र था ितो कोई सब्जी बेचने वाला।
क्या है पूरा मामला
ग्वालियर के थाटीपुर स्थित रामकृष्ण मिशन आश्रम के सचिव स्वामी सुप्रदिप्तानंद को 17 मार्च 2025 को एक अनजान नंबर से कॉल आया था। कॉल करने वाले ने स्वामी को नरेश गोयल मनी लॉन्ड्रिंग केस में शामिल होना बताया। उनके आधार कार्ड पर कैनरा बैंक के अकाउंट की डिटेल भेजकर उसमें 20 करोड़ रुपए के लेनदेन पर गिरफ्तार करने की धमकी दी। भेजी गई डिटेल में अकाउंट स्वामी के नाम पर दर्ज होना बताया गया।कॉल करने वाले ने खुद को नासिक (महाराष्ट्र) पुलिस का इंस्पेक्टर बताया। इसके अलावा स्वामी पर नासिक में FIR दर्ज होने की बात कही थी। सचिव को बैंक अकाउंट की पीडीएफ व स्टेटमेंट की कॉपी उनके वॉट्सएप पर भेजी, जिसे देखने के बाद उन्होंने यह बैंक अकाउंट उनका नहीं होने और इस तरह की गतिविधियों में शामिल नहीं होने की बात कही। इस पर उनकी और उनके परिवार की पूरी जानकारी ली गई। साथ ही धमकी दी कि अगर उन्होंने पूछताछ और कार्रवाई में सहयोग नहीं किया तो कुछ ही घंटों में अरेस्ट कर लिया जाएगा।
सचिव को यह कहते हुए धमकाया गया कि यह सारी कार्रवाई गोपनीय है और बिना अनुमति आप कहीं जाएंंगे। जो चर्चा आपसे हो रही है, उसकी जानकारी सीनियर या परिवार के सदस्यों को भी नहीं बताएंगे। यदि जानकारी लीक हुई तो 3 से 7 साल की सजा और 5 लाख रुपए या फिर दोनों की सजा से दंडित किया जाएगा। आरोपियों ने हर 1 घंटे में उनकी लोकेशन और सेल्फी वॉट्सएप पर सेंड करने के लिए कहा। इसके बाद ठगों ने महाराष्ट्र पुलिस बनकर 26 दिन में स्वामी से रामकृष्ण मिशन आश्रम के खातों में जमा 2.53 करोड़ रुपए तीन बैंक खातों में ट्रांसफर करा लिए। जब ठगी का एहसास हुआ तो 16 अप्रैल को पीड़ित सचिव स्वामी सुप्रदिप्तानंद पुलिस के पास पहुंचे और मामले में शिकायत दर्ज करवाई।
करोड़ों की ठगी का कंबोडिया कनेक्शन
रामकृष्ण मिशन आश्रम के सचिव सुप्रदिप्तानंद स्वामी के साथ हुई 2.53 करोड़ की ठगी में विदेशी नेटवर्क की बात सामने आई है। ठगी के लिए जो कॉल किया गया था वह कंबोडिया देश से आया था, जबकि महाराष्ट्र के नासिक पुलिस का इंस्पेक्टर बनकर उन्हें धमकाया और डिजिटल अरेस्ट किया गया था।
यूएसडीटी, क्रिप्टो करेंसी से धन विदेश भेजा गया
पुलिस को जांच में ऐसे कई सबूत मिले हैं, जिसमें 2.53 करोड़ रुपए की ठगी के बाद पैसा देश के अलग-अलग राज्यों में बंदरबांट किया गया। यहां से गिरोह के गुर्गों ने रुपए निकालकर आगे बढ़ाए और वहां से यूएसडीटी और क्रिप्टो करेंसी में बदलकर विदेश भेजा गया। पुलिस इसकी भी पड़ताल कर रही है।

Newsअंतरराष्ट्रीय

पाकिस्तान में लश्कर का आंतकी को अज्ञात हमलावरों ने मार गिराया, भारत में 3 आतंकी हमलों में शामिल था

नई दिल्ली. लश्कर-ए-तैयबा के शीर्ष आतंकी सैफुल्लाह खालिद को पाकिस्तान में अज्ञात हमलावरों ने मार गिराया है। वह लम्बे समय से नेपाल से अपने नापाक हरकतों को संचालित कर रहा था। हालांकि वर्तमान में वह सिंध प्रांत क मतली, बदीन से काम कर रहा था। यह आतंकी भारत में हुए 3 हमलों शामिल था।
भारत में इन हमलों था शामिल
नागपुर में आरएसएस मुख्यालय में वर्ष 2006 में हमला करवाया था।
2001 में रामपुर में सीआरपीएफ कैम्प पर हमला करवाया था।
बंगलौर में 2005 में हमला करवाया था।
खबर लगातार अपडेट की जा रही है

Newsअंतरराष्ट्रीय

भारतीय सेना के हमले में 90 आतंकियों की मौत

मुजफ्फराबाद में एक आतंकी इमारत की तस्वीर. (फोटोः एपी)

नई दिल्ली. भारतीय सेना की एयरस्ट्राइक में पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर में आतंकी शिविरों पर भारतीय हमलों में 80-90 से अधिक आतंकवादी मारे गये है। वहाबलपुर और मुरीदके में करीब 25-30 आतंकवादी मारे गये है। जो सबसे बड़ी 2 जगहें है। भारतीय एजेंसियां अन्य आतंकी शिविरों में मौजूद तादाद की पुष्टि कर रही है।
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने आतंकवाद के खिलाफ अपनी नीति को और अधिक आक्रामक रूप देते हुए मंगलवार रात ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को अंजाम दिया. इस ऑपरेशन के तहत तीनों सेनाओं ने मिलकर पाकिस्तान और पीओके में स्थित कुल 9 आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की है। यह कार्रवाई रात करीब 1:30 बजे की गई और इसका उद्देश्य आतंकियों के लॉन्चपैड्स और हथियारों के भंडार को नेस्तनाबूद करना था।
सूत्रों के मुताबिक, भारतीय वायुसेना के मिराज-2000 और सुखोई-30 एमकेआई जैसे एडवांस फाइटर जेट्स ने बहावलपुर, कोटली और मुजफ्फराबाद समेत 9 क्षेत्रों को निशाना बनाया. ये इलाके लंबे समय से जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठनों के गढ़ माने जाते है।

Newsअंतरराष्ट्रीय

जैश का मुख्यालय, लश्कर से भी हैं लिंक, भारत की एयरस्ट्राइक का टारगेट बना पाक का बहावलपुर

नई दिल्ली. भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान और पीओके में आतंकवादी ठिकानों पर रातभर चले अभियान के तहत हमले किये। पाकिस्तानी सेना की मीडिया विंग डीजी आईएसपीआर ने कोटली, मुरीदके और बहावलपुर सहित 9 जगहों पर भारतीय हमलों की पुष्टि की है। इसे ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम दिया गया है। जिसके मुख्य टारगेट जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) और लश्कर-ए-तैयबा जैसे जिहादी ठिकाने थे। जो पिछले 3 दशकों से भारत पर बड़े आतंकी हमलों के लिये जिम्मेदार रहे है।
क्यों बनाया बहावलपुर निशाना
पाकिस्तान का 12वां सबसे बड़ा शहर बहावलपुर जैश-ए-मोहम्मद का गढ़ है। यह शहर लाहौर से करीब 400 किमी दूर है। यहां जेश-ए-मोहम्मद का मुख्यालय ‘जामिया मस्जिद सुब्हान अल्लाह’ परिसर में स्थित है। जिसे उस्मान -ओ-अली कैम्पस भी कहा जाता है। यह परिसरा 18 एकड़ में फैला हुआ है। जैश-ए-मोहम्मद के लिये भर्ती, फंडिग और ट्रेनिंग का केन्द्र है। भारतीय हमले में यह मस्जिद भी निशाने पर थी। जैश-ए-मोहम्मद का संस्थापक मौलाना मसूद अजहर बहावलपुर का ही रहने वाला है। यहीं एक भारी सुरक्षा वाले परिसर में रहता है। जैश-ए-मोहम्मद पर आधिकारिक रूप से 2002 में प्रतिबंध लगाया गया था। लेकिन यह कार्यवाही केवल कागजों तक ही सीमितस रहीं। संगठभ्न को अपने कैम्प को पूरी तरह से संचालित करने की आजादी दी गयी। जैश-ए-मोहम्मद का कैम्प पाकिस्तान की 31 कॉर्प्स के मुख्यालय एक आर्मी कैंट से कुछ ही दूरी पर स्थित है। ऐसा बताया जाता है कि बहावलपुर में एक खुफिया परमाणु ठिकाना भी मौजूद है। कैंप की इस छावनी के पास मौजूदगी आईएसआई की तरफ से जैश-ए-मोहम्मद को दिये जा रहे समर्थन और सुरक्षा का सबसे बड़ा सबूत है।
जैश-ए-मोहम्मद का क्या है इतिहास
24 दिसम्बर 1999 को हरकत-उल-मुजाहिद्दीन के 5 आतंकवादियों से इंडियर एयरलाइंस की एक फ्लाइट को हाईजैक कर लिया था। जिसमें 190 यात्री और चालक दल के सदस्य थे। विमान को काठमांडू से दिल्ली लाया जा रहा था। लेकिन उसे अमृसगर, लाहौर, दुबई होते हुए कंधार (तालिबान के कब्जे वाले अफगानिस्तान) ले जाया गया। भारत को 3 आतंकियों मसूद अजहर, उमर शेख और मुश्ताक जरगर को छोड़ने के लिये मजबूर होना पड़ा।
कौन है मसूद अजहर?
1968 में जन्मे मसूद अजहर को 1994 में भारत में गिरफ्तार किया गया था. गिरफ्तारी से पहले वह अफगानिस्तान के आतंकी संगठन हरकत-उल-मुजाहिदीन (HuM) का सदस्य और एक मौलवी था. रिहाई के बाद मसूद अजहर ने जैश-ए-मोहम्मद (JeM) की स्थापना की. यह संगठन कट्टरपंथी इस्लामी विचारधारा वाले देवबंदी स्कूल से प्रेरित है. JeM ने अन्य सक्रिय आतंकी संगठनों के साथ मिलकर 2000 के बाद भारत में कई हमले किए, जिनमें जम्मू-कश्मीर विधानसभा और भारतीय संसद पर हमले शामिल हैं.जैश-ए-मोहम्मद की शुरुआत 31 जनवरी 2000 को कराची में हुई थी. आतंकवादी गतिविधियों को शुरू करने से पहले अजहर अफगानिस्तान गया था, जहां उसने अल-कायदा के पूर्व प्रमुख ओसामा बिन लादेन से मुलाकात की थी.इस संगठन को ISI से न सिर्फ बुनियादी ढांचे में मदद मिली, बल्कि फंडिंग और विदेशी दौरे कराने में भी सहयोग मिला. JeM के पहले कुछ सदस्य हरकत-उल-मुजाहिदीन के कैडर से ही आए थे. बहावलपुर स्थित मुख्यालय का इस्तेमाल मुख्य रूप से भर्ती, फंड जुटाने और ब्रेनवॉश करनेके लिए होता है, जबकि आतंकवादी ट्रेनिंग कैंप खैबर पख्तूनख्वा और पीओके में स्थित हैं.
जामिया मस्जिद सुब्हान अल्लाह
यह मस्जिद, जो एक मदरसे के रूप में सामने आती है, JeM की एक फ्रंटल संस्था अल-रहमत ट्रस्ट द्वारा फंड की जा रही थी. 2011 तक यह एक साधारण इमारत थी, लेकिन 2012 तक इसे एक बड़े ट्रेनिंग सेंटर में बदल दिया गया. सैटेलाइट इमेज से पता चलता है कि यह परिसर 18 एकड़ में फैला है, जिसमें एक बड़ी मस्जिद, 600 से अधिक छात्रों के लिए मदरसा, स्विमिंग पूल, घोड़ों के लिए अस्तबल और एक जिमनैजियम शामिल हैं.

Newsअंतरराष्ट्रीय

पाकिस्तान में 100 किमी अन्दर तक मार कर एयरस्ट्राइक में 9 ठिकाने तबाह

नई दिल्ली. भारत ने आतंकवाद के खिलाफ बड़ी कार्यवाही करते हुए बुधवार की रात डेढ़ बजे 9 आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की। इस हमले को ‘ऑपरेश सिंदूर’ का नाम दिया गया है। यह तीनों सेनाओं का ज्वॉइंट ऑपरेशन था। भारत की पराक्रमी सेनाओं ने पाकिस्तान के 4 और पीओके के 5 ठिकानों को टारगेट कियाा है। भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ ने सभी टारगगेट की पहचान की थी। जिसके बाद पूरी प्लानिंग के साथ लश्कर और जैश के ठिकानों पर हमला किया गया। यह कौन-कौन से ठिकाने है और इंटरनेशनल बॉर्डर से कितनी दूर है।
भारत ने किये 24 हमले किये
भारत की एयरस्ट्राइक के बाद पाकिस्तानी सेना का बयान भी सामने आ गया है। पाक सेना ने कहा कि 6 जगहों पर 24 हमले किये गये हैं। इसमें 8 लोगों की मौत हो गयी है। जबकि 33 लोग घायल हुए हैं। वहीं, भारतीय सेना की एयर स्ट्राइक के बाद बौखलाया पाकिस्तान एलओसी पर लगातार सीजफायर का उल्लघंटन कर रहा है। 6-7 मई की रात को पाकिस्तान सेना ने जम्मू कश्मीर के सामने नियंत्रण रेखा और अंर्तराष्ट्रीय सीमा पर स्थित अपनी चौकियों से बिना उकसावे के गोलीबार और तौपखाने से गोले दागे। इस अंधाधुध फायरिंग और गोलाबारी में 3 नागरिकों की जान चली गयी है। भारतीय सेना ने इस कार्यवाही मुंहतोड़ जबाव दिया है।

भारत ने कहा- पाकिस्तानी सैन्य ठिकाने को निशाना नहीं बनाया इंडियन आर्मी ने कहा कि पाकिस्तानी सैन्य ठिकाने को निशाना नहीं बनाया गया। आतंकी ठिकाने को निशाना बनाया गया है। उधर, न्यूज एजेंसी एएनआई को सूत्रों ने बताया कि यह एक संयुक्त सैन्य अभियान था, जिसमें भारतीय सेना और वायु सेना ने मिलकर सटीक हमला करने वाले हथियारों का इस्तेमाल किया।न्यूज एजेंसी ANI ने सूत्रों के हवाले से बताया कि भारतीय सेना ने पहलगाम आतंकी हमले के लिए जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर के ठिकानों को निशाना बनाने के इरादे से टारगेट सेलेक्ट किए थे।

1. बहावलपुर – अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगभग 100 किमी दूर स्थित है, यहां जैश-ए-मोहम्मद का मुख्यालय था, जिसे भारतीय सेनाओं ने ध्वस्त कर दिया है.
2. मुरीदके– ये आतंकी ठिकाना इंटरनेशनल बॉर्डर से 30 किमी दूर स्थित है, यहां लश्कर-ए-तैयबा का शिविर था, जो कि 26/11 मुंबई हमले से जुड़ा था.
3. गुलपुर- ये आतंकी ठिकाना LoC (पुंछ-राजौरी) से 35 किलोमीटर दूर स्थित है.
4. लश्कर कैंप सवाई – ये आतंकी ठिकाना पीओके तंगधार सेक्टर के अंदर 30 किलोमीटर दूर स्थित है.
5. बिलाल कैंप – जैश-ए-मोहम्मद का लॉन्चपैड, ये ठिकाना आतंकियों को सीमा पार भेजने के लिए इस्तेमाल किया जाता था.
6. कोटली – एलओसी से 15 किमी दूर स्थित लश्कर का शिविर. ये 50 से अधिक आतंकियों की क्षमता वाला ठिकाना था.
7. बरनाला कैंप– ये आतंकी ठिकाना LoC से 10 किमी दूर स्थित था.
8. सरजाल कैंप- सांबा-कठुआ के सामने इंटरनेशनल बॉर्डर से 8 किमी दूर स्थित जैश का प्रशिक्षण केंद्र.
9 मेहमूना कैंप (सियालकोट के पास)– ये हिज्बुल मुजाहिदीन का प्रशिक्षण शिविर था और इंटरनेशनल बॉर्डर से 15 किमी दूरी पर स्थित था.

Newsअंतरराष्ट्रीय

दो जासूस गिरफ्तार एक नीबू पानी की दुकान तो एक ने पाकिस्तानी महिला से की शादी

अमृतसर -पंजाब पुलिस ने अमृतसर में दो भारतीय नागरिकों को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों की पहचान जफर रियाज (कोलकाता निवासी) और मोहम्मद शमशाद (बिहार के मधुबनी जिले के निवासी) के रूप में हुई है। शमशाद अमृतसर रेलवे स्टेशन के पास नींबू पानी की दुकान चलाते थे। जफर रियाज ने 2005 में एक पाकिस्तानी महिला रबिया से शादी की थी, और 2012 में वे दोनों लाहौर चले गए, जहां जफर को ISI ने जासूसी के लिए प्रेरित किया। भारत में रहते हुए,
जफर ने भारतीय सेना की इमारतों, वाहनों और अन्य संरचनाओं की तस्वीरें और वीडियो बनाए और उन्हें एन्क्रिप्टेड ऐप्स के माध्यम से ISI को भेजा। शमशाद ने भी जफर के कहने पर अमृतसर के एयरफोर्स स्टेशन और छावनी क्षेत्र की तस्वीरें लीं और उन्हें साझा किया। पुलिस ने इन दोनों के खिलाफ ऑफिसियल सीक्रेट्स एक्ट की धाराओं 3, 4, 5 और 9, और भारतीय दंड संहिता की धारा 120-बी (आपराधिक साजिश) के तहत मामला दर्ज किया है। इस गिरफ्तारी के बाद, पंजाब पुलिस ने कहा है कि वे भारतीय सेना के साथ मजबूती से खड़े हैं और किसी भी तरह की सुरक्षा को कमजोर करने की कोशिश को सख्ती से निपटेंगे।

Newsअंतरराष्ट्रीय

फ्लाइट में 5 लश्कर आतंकी होने का दावा, भारत से श्रीलंका पहुंचा प्लेन की कोलम्बों में चेकिंग

चेन्नई. श्रीलंकन एयरलाइंस से चेन्नई उड़ान भरने वाली एक फ्लाइट की कोलम्बो के बांदरणायके अंर्तराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सुरक्षा जांच की गयी। फ्लाइट में लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के 5 संदिग्ध आतंकियों की मौजूदगी का दावा किया गया था। अधिकारियों ने यह जानकारी दी है।
धमकी ईमेल कर दी गयी थी
चेन्नई एयरपोर्ट के अधिकारियों को एक ईमेल के जरिये धमकी मिली थी। जिसमें कहा गया था कि श्रीलंकन एयरलाइंस की एक फ्लाइट में 5 लश्कर-ए-आतंकवादी सवार है। यह धमकी ऐसे समय पर आयी है जब देश में 22 अप्रैल को जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद सुरक्षा सतर्कता पहले से ही बढ़ी हुई है। यह ईमेलसुबह 11.06 बजे मुख्य सुरक्षा अधिकारी को मिला। जिसमें लिखा था यूएल122 (9.55 एएम) फ्लाइट में 5 सउथ इंडियन लश्कर के ऑपरेटिव है। उनका प्रोफाइल एकदम साफ है। वह अच्छी तरह ट्रेंड है और उन पर किसी को कोई शक नहीं होगा।
फ्लाइट लैंडिंग के बाद किया स्कैन
हालांकि जब तक यह ईमेल रिसीव हुआ, फ्लाइट पहले ही रवाना हो चुकी थी। इसके बाद चेन्नई से मिली जानकारी को कोलम्बो एयरपोर्ट की भेजा गया। जहां पहुंचने पर फ्लाइट की पूरी सुरक्षा जांच की गयी और यात्रियों को उतारकर स्कैन किया गया। अधिकारियों ने बताया कि जांच के दौरान कोई भी संदिग्ध व्यक्ति या गतिविधि नहीं पायी गयी और बाद में यह धमकी फर्जी निकली।
श्रीलंकन एयरलाइंस ने जारी किया बयान
श्रीलंकन एयरलाइंस की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि फ्लाइट की पूरी जांच की गई और बाद में इसे आगे संचालन के लिए क्लियर कर दिया गया।  बयान में कहा गया, ‘यह तलाशी चेन्नई एरिया कंट्रोल सेंटर से भारत में वॉन्टेड एक संदिग्ध के बारे में अलर्ट मिलने के बाद स्थानीय अधिकारियों के सहयोग से की गई।’