1000 वर्ष पूर्व बना था सहस़्त्रबाहू का मंदिर, गंगा और यमुना के नाम से जाते सास-बहू के मंदिर को,
ग्वालियर. ऐतिहासिक किले की पूर्व दिशा में विशाल 2 मंदिर बने हुए है। यह दोनों ही मंदिर लगभग 1 हजार वर्ष पुराने है। उस वक्त इन मंदिरों का निर्माण कच्छपघात राजवंश के राजा महिपाल ने 11वीं शताब्दी में कराया था। यह दोनों ही मंदिर विष्णुजी को समर्पित थे। इसलिये इनका सहस्त्रबाहू मंदिर रखा गया। लेकिन समय के साथ इन मंदिरों को लोग सास-बहू मंदिर कहने लगे। भारतीय पर्यटन एवं यात्रा प्रबंधन संस्थान असिस्टेंट प्रो. सीएस बरूआ के अनुसार इन मंदिरों का निर्माण उत्तर भारत की नागर शैली में कराया गया था।
इसलिये इसमें सुन्दर नक्काशी और कंगूरे और देवताओं की मूर्तियां देखने को मिलती है। इस मंदिर का निर्माण 5 हिस्सों में किया गया था। इसमें अर्द्ध मंडप, मंडप, महामंडप, अंतराल और गर्भगृह है। इसमें त्रिदेव की मूर्तियां भी है। इनमें प्रभु ब्रम्हा, विष्णु और महेश शामिल हे। दरवाजे दोनों ओर 2 द्वारपाल की भी मूर्तियां बनाई गयी है। इनको जय और विजय कहा जाता है। यह ऐसा मंदिर है। जहां गंगा और यमुना की मूर्तियां भी बनी हुई है।
वर्ष 1881 में हुआ जीर्णोद्वार
देखरेख के अभाव में इस मंदिर का एक बड़ा हिस्सा गिर गया था। अंग्रेज शासकों ने जब इसे जीर्ण-शीर्ण देखा तो वर्ष 1881 में ब्रिटिश ऑर्किटेक्ट मेजर जेबी कीथ से इसका रेनोवेशन कराया था और इसके लिये उन्होंने इसके पुराने नक्शे का सहारा लिया था। 1958 में इसे भारतीय पुरातत्व विभाग के अधीन आ गया।
नागर शैली की खासियत
नागर शैली उत्तर भारतीय हिंदू स्थापत्य कला की एक शैली है। वास्तुशास्त्र के अनुसार नागर शैली के मंदिरों की पहचान आधार से लेकर सर्वोच्च अंश तक इसका चतुष्कोण होना है। मंदिर के सबसे ऊपर शिखर होता है, जिसे रेखा शिखर कहते हैं। मंदिर में दो भवन भी होते हैं, एक गर्भगृह और दूसरा मंडप। गर्भगृह ऊंचा होता है और मंडप छोटा होता है। गर्भगृह के ऊपर एक घंटाकार संरचना होती है, जिससे मंदिर की ऊंचाई बढ़ जाती है।
सदी के महानायक भी कर चुके हैं जिक्र
इन मंदिरों की ख्याति का अंदाजा इसी से लगा सकते हैं कि सदी के महानायक अमिताभ बच्चन भी इसका जिक्र कर चुके हैं। छोटे पर्दे पर प्रसारित होने वाले एक शो के संबंध में उन्होंने इन मंदिरों की जुड़ी जानकारी देने के लिए ट्वीट किया था। इसमें अमिताभ बच्चन ने लिखा था कि मध्यप्रदेश का एक हजार साल पुराना सास-बहू मंदिर आकर्षित करता है। साथ ही इसको मैं हेरिटेज मैप पर भी पिन कर रहा हूं, जिससे ज्यादा से ज्यादा लोग इसे देखें।

