ई-कॉमर्स कंपनियों को लेकर नीति बनाएगी मप्र सरकार, केंद्र सरकार को भेजा जाएगा नीति का प्रारूप- गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा
भोपाल. ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन से सल्फास मंगाकर खाने के मामले को गंभीरता से लेते हुए सरकार ऐसी कंपनियों के लिए नीति बनाने जा रही है। गृहमंत्री नरोततम मिश्रा नेयह जानकारी दी और कहा कि आज जहर लाकर दिया है कल कोई हथियार भी मंगा सकता है इसलिए इन कंपनियों पर नियंत्रण की जरूरत है। गृहमंत्री ने आगे कहा कि मैंने पुलिस अधीक्षक से बात की है और पुलिस अधिकारियों को तलब भी किया है। इंदौर कलेक्टर कार्यालय में मंगलवार को आयोजित जनसुनवाई में यह मामला सामने आया है जिसे लेकर सरकार गंभीर है। गृहमंत्री ने बताया कि मैंने पिछले हफ्ते ही यह विषय उठाया था अब हम नीति बना रहे हैं।
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस अजीब है। चर्चा सड़क पर करती है, सदन में हंगामा। विचित्रताओं से भरी हुई है। उन्होंने कहा कि सदन में चर्चा के लिए उनके पास कोई वक्ता नहीं है। इसलिए चर्चा में भाग नहीं ले पाते। सदन में हो-हल्ला नहीं करेंगे, तो भागेंगे कैसे। उन्होंने कहा कि हम सदन को चलाने की पूरी कोशिश करते हैं। पहले विधानसभा अध्यक्ष बैठक बुलाते हैं। उस समय सब (कांग्रेस के विधायक) कहते हैं चर्चा करेंगे।
इस बार पांच दिन (20 से 24 दिसंबर) का सत्र है। इसमें नए विधायकों की शपथ होगी। दिवंगत सदस्यों को श्रद्धांजलि दी जाएगी और फिर तृतीय अनुपूरक बजट आएगा। पंचायत चुनाव, नगरीय निकायों के अध्यादेश विधानसभा में प्रस्तुत होंगे। विधेयकों पर चर्चा होगी। प्रश्नकाल की सूचनाएं आज से ही दे सकते हैं। कांग्रेस के जनजागरण अभियान को लेकर जब पूछा गया कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं को घर-घर जाने को कहा है, तो डा. मिश्रा ने कहा कि कहते तो हमेशा ऐसा ही हैं। उपचुनाव में कहा था कि मतदान केंद्र तक पहुंचो। उनकी कोई मानता नहीं है। न दिल्ली में और न मतदान केंद्र पर।