तलवार के दम पर इस्लाम देश में आया, ममता उसी तर्ज पर बीजेपी नेताओं को टीएमसी में ला रहीं- कैलाश विजयवर्गीय
भोपाल. भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के दिए एक बयान पर विवाद हो गया है, उन्होंने कहा कि जिस तरह से तलवार के दम पर इस्लाम ने देश में प्रवेश किया था उसी तर्ज पर ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल में भाजपा नेताओं को टीएमसी में शामिल करा रही है। ममता बनर्जी देश के उन नेताओं की फेहरिस्त में शामिल हो गई है जिनकों प्रजातंत्र पर विश्वास नहीं है। अब इस बयान पर मुस्लिम उलेमाओं ने नाराजगी जताई है। ऑल इंडिया उलेमा बोर्ड के अध्यक्ष काजी सैयद अनस अली नदवी ने कहा है कि सियासत के लिए किसी धर्म को बदनाम करना उचित नहीं हैं। हिंदुस्तान में इस्लाम के प्रसार को मुहब्बत-भाईचारे की तहरीर करार दिया है। ये प्रक्रिया न सियासत की नैतिकता में शामिल है और न ही धर्म की सांस्कृतिक शिक्षा इसका हुक्म देती है। वहीं, जमीयत उलेमा हिंद मध्यप्रदेश के हाजी मोहम्मद हारून ने कहा कि कि कुछ सियासी लोग खुद को सुर्खियों में बनाए रखने के लिए भूल गए हैं कि वे जो कह रहे हैं, वह उनकी खुद की पार्टी की गाइडलाइन के खिलाफ है।
कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने कहा है कि पहले वह अपनी पार्टी भाजपा की सरकारों के हाल पर नजर डालें। उन्होंने कहा कि कैलाश मजहब-ए-इस्लाम का इतिहास पढ़ लें, समझ लें, फिर कोई बात कहें। इस्लाम धर्म किसी से बैर, विद्वेष या नफरत का पाठ नहीं पढ़ाता। विजयवर्गीय ने कहा कि पश्चिम बंगाल में लॉ एंड ऑर्डर नहीं है। एक-एक व्यक्ति पर 20 से 40 केस दर्ज किए गए। हमारे प्रचारक को भी उलझा दिया। इस प्रकार सरकार जब विपक्ष को कील करने में लग जाती है, तो व्यक्ति वहां कैसे रह पाएगा।