आईएसआईएस के खिलाफ ऐलान-ए-जंग, काबुल हमलावरों के खिलाफ एक्शन की तैयारी में अमेरिका
नई दिल्ली. काबुल एयरपोर्ट पर हुए दो आत्मघाती धमाकों के बाद अमेरिकी राष्ट्रपित जो बाइडेन गुस्से में हैं। उन्होंने दो टूक शब्दों में कहा है कि अमेरिकी हमलावलों का पता लगाएगा और उन्हें बड़ी कीमत चुकाना पड़ेगी। बता दें, गुरुवार रात हुए सीरियल ब्लास्ट में अब तक 35 लोगों के मारे जाने की सूचना है। 70 से अधिक लोग घायल हुए हैं। मृतक संख्या बढ़ सकती है। इस्लामिक स्टेट ने हमलों की जिम्मेदारी ली है। काबुल एयरपोर्ट पर हमले की पुष्टि के बाद जब जो बाइडेन ने मीडिया को संबोधित किया तो उनका गला भर आया। उन्होंने पेंटागन को पलटवार की योजना बनाने को कहा है।
बता दें, हमले में करीब एक दर्जन अमेरिकी सैनिकों के मारे जाने की सूचना है। कई घायल हुए हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति ने इसे एक दशक में अमेरिकी सेना के लिए सबसे बुरा दिन बताया। इस्लामिक स्टेट ने आत्मघाती बमबारी की जिम्मेदारी ली है। बिडेन ने भी आईएसआईएस को हमलों के लिए दोषी ठहराया। व्हाइट हाउस में टिप्पणी में करते हुए उन्होंने कहा, हम माफ नहीं करेंगे, हम नहीं भूलेंगे। हम आपको ढूंढेंगे और आपको कीमत चुकाना होगी। बिडेन ने कहा कि काबुल एयरपोर्ट पर अमेरिकी सैनिकों का ऑपरेशन जारी रहेगा। हालांकि उन्होंने 31 अगस्त की डेड लाइन पर कुछ नहीं कहा। कम से कम 1,000 अमेरिकी और कई अन्य अफगान अभी भी काबुल से बाहर निकलने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
अमेरिका ने काबुल एयरपोर्ट से अपने लोगों को निकालने का काम तेज कर दिया है। 25 घंटे में 7500 नागरिक रेस्क्यु किए गए हैं। वैसे भी उसके पास 31 अगस्त तक का ही समय है। रूस ने कहा है कि काबुल एयरपोर्ट पर अगले कुछ घंटे अहम हो सकते हैं। आशंका जताई जा रही है कि आने वाले दिनों में कुछ और कार हमले हो सकते हैं। रूस ने अपने दूतावास को खाली करवा लिया है।
भारत के लिहाज से अच्छी बात यह है कि अधिकांश लोगों को सुरक्षित भारत लाया जा चुका है। चुनिंदा लोग बचे हैं, उनसे सरकार का सम्पर्क नहीं हो रहा है। हो सकता है कि ये लोग भारत नहीं आना चाहते हो। कुछ सिख ऐसे भी हैं जो भारत के बजाए अमेरिका जाना पसंद कर रहे हैं।