ग्वालियर-चंबल अंचल के जिलों की सीमाओं पर फंसे हजारों परिवार
ग्वालियर. मुरैना-धौलपुर हाईवे पर अल्लाबेली चौकी व चंबल पुल के बीच दबोह आलमपुर का रहने वाल मंगल सिंह परिवार सहित फंसा था उसे न तो मुरैना पुलिस अपनी सीमा में आने दे रही थी और न ही वापस होने पर राजस्थान पुलिस ही अपने यहां ले रही थी। ऐसे में परिवार दोनों प्रदेशों के बीच में सीमा पर फंसे हुए थे। यह हालत तकरीबन उन सभी मजदूरों की थी जो लॉकडाउन के बाद अपने घरों को जा रहे है।
सरकार के निर्देश पर सभी राज्यों ने अपनी सीमाओं सील की
यह स्थिति इसलिए पैदा हुई क्योंकि केंद्र सरकार के निर्देश पर सभी राज्यों ने अपनी सीमाओं को सील कर दिया है हालांकि केंद्र सरकार ने आदेश दिए है कि सीमा पर पलायन कर आए लेागों को 14 दिन तक क्वारंटाइन किया जाए लेकिन अचानक आए आदेश के बाद प्रशासन व्यवस्थाएं नहीं कर पाया। ऐसे में इन लोगों को खासतौर से दोनों प्रदेशों की सीमा के बीच में फंसे लोगों के सामने संकट खड़ा हो गया है। मध्य प्रदेश और राजस्थान की सीमा पर स्थित मुरैना की अल्लाबेली चौकी पर प्रशासन ने सुबह से पलायन करने वाले मजदूरों के लिए कोई सुविधा नहीं की यहां तक टैंट तक नहीं लगाया। ऐसे में पलायन करके आ-जा रहे लोग सीमा के दोनों ओर धूप में ही खड़े थे।
सीमा सील कराने सुबह ही कलेक्टर व पुलिस चौकी पर पहुंचे
सीमा को सील कराने के लिए सुबह ही कलेक्टर प्रियंकादास व एसपी डॉ. असित यादव पुलिस चौकी पर पहुंचे। सीमा सीन कराने के बाद कलेक्टर ने भानपुर रेस्टहाउस, पटवारी ट्रैनिंग सेंटर देवपुरी बाबा मंदिर, एसआरडी कॉलेज का निरीक्षण किया जिससे इन जगहों पर पलायन करने पाले मजदूरों को रखा जा सके।