बंगाल चुनाव में इलेक्शन कमीशन सख्त, रोड शो, पद यात्रा, साइकिल व बाइक रैली की मंजूरी नहीं
नई दिल्ली. चुनावी कैंपेन के दौरान राजनीतिक दलों द्वारा कोरोना प्रोटोकॉल तोड़ने पर अब इलेक्शन कमीशन ने सख्त रूख अपनाया है। ईसी ने गुरूवार को बंगाल में चुनाव प्रचार के लिए नई गाइडलाइन जारी की है इसके तहत रोड शो, पद यात्रा, साइकिल रैली या बाइक रैली को इजाजत नहीं दी जाएगी। जनसभा में 500 से ज्यादा लोग इकट्ठा नहीं होंगे। इलेक्शन कमीशन ने कहा है कि चुनाव प्रचार के लिए हमने गाइडलाइंस जारी की थीं लेकिन ये देखने में आ रहा है कि राजनीतिक दल इसका पालन नहीं कर रहे है।
बंगाल चुनाव के लिए 4 सख्त निर्देश
रोड शो और पदयात्रा की मंजूरी नहीं दी जाएगी।
साइकिल, बाइक या गाडि़यों की रैली की इजाजत नहीं दी जाएगी।
जनसभा में 500 से ज्यादा की भीड़ इकट्ठा नहीं हो सकेगी, इसके लिए भी पर्याप्त जगह, सोशल डिस्टेंसिंग और दूसरे कोरोना नियमों का सख्ती से पालन किया जाएगा।
रोड शो, पद यात्रा, साइकिल-बाइक-गाडि़यों की रैली के लिए मंजूरी अगर पहले ही दे दी गई है तो ये मंजूरी वापस ली जाती है। जनसभा के लिए अगर पहले से मंजूरी मिल चुकी है तो इसे नई गाइडलाइंस के हिसाब से करवाना होगा।
ईसी ने गुस्से के साथ लगाई फटकार
जिन नेताओं और कैंडिडेट्स को कोरोना से लड़ाई में पथ प्रदर्शक बनना चाहिए वो ही लगातार प्रोटोकॉल का उल्लंघन कर रहे है। वे न खुद बल्कि जनता को भी खतरे में डाल रहे है। हमने 16 अप्रैल को गाइडलाइन जारी की थी कि शाम 7 बजे से लेकर सुबह 10 बजे तक कोई भी रैली जनसभा या नुक्कड़ सभाएं नहीं होंगी। हमने छठवें, सातवें और आठवें फेज के लिए प्रचार खत्म करने की सीमा भी 48 घंटे से बढ़ाकर 72 घंटे कर दी थी। इसके बाद 21 अप्रैल को हमने कहा कि अगर कैंडिडेट या पार्टियां कोविड प्रोटोकॉल का पालन नहीं करती है तो लोकल एडमिनिस्ट्रेशन उनके खिलाफ एक्शन ले अगर उन्हें आगे कैंपेन या रैली की इजाजत दी गई है तो उसे रद्द कर दिया जाए। हमें गुस्सा इस बात का है कि इस सबके बावजूद राजनीतिक दल और कैंडिडेट्स नियमों का उल्लंघन कर रहे है इसके चलते प्रशासन और सरकार को नियमों का पालन करवाने में दिक्कत आ रही है।