LatestNewsमप्र छत्तीसगढ़राज्य

कल पटना में एनडीए विधायक दल की बैठक, शाह कल पटना में नीतीश से मिलेंगे

नई दिल्ली. बिहार में नई सरकार के गठन को लेकर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। चुनाव में प्रचंड जीत दर्ज करने के बाद नीतीश कुमार की अगुवाई में एनडीए सरकार 20 नवंबर को पटना के गांधी मैदान में शपथ लेगी। इस बीच सबसे बड़ी खबर यह है कि गृह मंत्री अमित शाह शपथ से ठीक एक दिन पहले पटना पहुंचने वाले हैं। माना जा रहा है कि बीजेपी कोटे से शामिल होने वाले मंत्रियों की सूची यहीं पर अंतिम रूप से तय की जाएगी।

दिल्ली में शाह के आवास पहुंचे नड्डा। आज जदयू नेताओं के साथ बैठक। - Dainik Bhaskar
दसवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे नीतीश कुमार
बिहार चुनाव में रिकॉर्ड बहुमत के साथ सत्ता में वापसी करने के बाद नीतीश कुमार 20 नवंबर को दसवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले हैं। उन्होंने 3 मार्च 2000 को पहली बार सीएम पद की शपथ ली थी, दूसरी बार 24 नवंबर 2005 को, तीसरी बार 26 नवंबर 2010 को, चौथी बार 22 फरवरी 2015 को, पाँचवीं बार 20 नवंबर 2015 को और छठी बार 27 जुलाई 2017 को शपथ ली थी। सातवीं बार 16 नवंबर 2020 को, आठवीं बार 10 अगस्त 2022 को और नौवीं बार 28 जनवरी 2024 को उन्होंने सीएम पद की शपथ ली थी। अब 20 नवंबर 2025 को नीतीश कुमार पटना के गांधी मैदान में धूमधाम से अपनी 10वीं शपथ लेंगे।
मंत्रिमंडल के गठन पर मंथन, बीजेपी के 15 मंत्री संभव
नई सरकार में मंत्रियों को लेकर जारी सस्पेंस जल्द खत्म होने वाला है। सूत्रों के अनुसार नए मंत्रिमंडल में बीजेपी के कुल 15 मंत्री शामिल हो सकते हैं, जिनमें कई नए चेहरे भी शामिल होंगे। जबकि 20 नवंबर को डिप्टी सीएम सहित लगभग 10 मंत्री शपथ ले सकते हैं। इसे लेकर मंगलवार को दिल्ली में एक अहम बैठक हुई, जिसमें गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा और केंद्रीय मंत्री ललन सिंह मौजूद रहे। माना जा रहा है कि इसी बैठक में मंत्रियों के नाम पर विस्तृत चर्चा की गई।
विधायक दल की बैठक
बुधवार को पटना में एनडीए विधायक दल की बैठक होगी, जिसमें नेता का चयन और शपथ ग्रहण की रणनीति तय की जाएगी। इसके अलावा बीजेपी विधायक दल की अलग बैठक भी बुलाई गई है जिसमें विधायक दल का नेता और डिप्टी सीएम का नाम फाइनल हो सकता है। राज्य बीजेपी अध्यक्ष दिलीप जायसवाल के अनुसार पार्टी कार्यालय में होने वाली बैठक में केंद्र द्वारा नियुक्त पर्यवेक्षक भी शामिल होंगे, जो प्रक्रिया की देखरेख करेंगे। इसके बाद राज्यपाल के समक्ष सरकार गठन का दावा पेश किया जाएगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *