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पेंशन कर्मचारियों को नहीं, जबकि जनप्रतिनिधि और जनसेवकों मिल रहा है 3-3 पेंशन का लाभ

भोपाल. पूरे देश में कर्मचारियों की पेंशन को लेकर बहस हो रही है जबकि जनसेवक या जनप्रतिनिधि 3-3 पेंशन का लाभ ले रहे हैं, अभी हाल ही में अग्निवीरों की पेंशन का मुद्दा सुर्खियों में है कि उन्हें पेंशन दी जाये, इस पर सवाल खड़े हो रहे हैं। लेकिन उन ‘‘माननीयों’’ से कोई कुछ नहीं पूछ रहा है जो जनसेवक विधायक के साथ सांसद की भी पेंशन ले रहे है। इस विषय को लेकर ‘‘माननीयों’’ के बीच से ही वरूण गांधी ने मोर्चा खोल दिया है। जिसके बाद से फिर पेंशन व्यवस्था कठघरे में है। मध्यप्रदेश में पेंशन की यह व्यवस्था विधायकों के ही हाथों से तय होती है।
पहले 5 साल पूर्ण होने पर ही विधायक रहने पर ही मिलती
पहले 5 वर्ष पूर्ण होने पर पेंशन ही मिलती थी, 2008 से पहले तक 5 वर्ष विधायक रहने पर ही पेंशन का लाभ मिलता था। लेकिन नियम बदल दिये गये। 2008 के बाद मप्र विधानसभा ने नियम बदल दिये और इसे 6 माह कर दिया। यह व्यवस्था भी सिर्फ 4 वर्ष चलीं। 2012 में नया प्रावधान आया कि चुनाव जीतने और निर्वाचन का प्रमाण-पत्र मिलते ही वह पेंशन का हकदार होगा।
जीत का प्रमाण पत्र मिलते ही पेंशन हकदार माननीय
ऐसा पता चला है कि पूर्व विधायक-पूर्व सांसद के साथ मीसाबंदी अथवा रिटायर्ड अधिकारी भी पेंशन एक साथ ‘‘माननीयों’’ द्वारा ली जा रही है मेडीकल भत्ता 15 हजार रूपये पूर्व विधायकों को अतिरिक्त मिल रहे हैं। विधायकों ने पिछले 14 वर्षो में 3 बार नियम बदल दिये हैं। ताजा प्रावधान के अनुसार चुनाव परिणाम आने के ठीक बाद जैसे ही उसे निर्वाचित होने का प्रमाण-पत्र मिलते ही पेंशन का हकदार हो जाता है।
मप्र का आर्थिक बोझ बढ़ रहा 800 विधायकों की पेंशन से
मध्यप्रदेश में इस वक्त 800 पूर्व विधायकों को पेंशन मिल रही है इनमें से 20 प्रतिशत ऐसे हैं, जो पूर्व विधायक की पेंशन तो ले रहे, इसके अलावा मीसाबंदी, पूर्व सांसद अथवा सेवानिवृत्त अधिकारी-कर्मचारी की पेंशन भी उन्हें मिल रही है। पूर्व विधायकों में इस वक्त सबसे अधिक पेंशन पूर्व मंत्री गौरीशंकर शेजवाल को मिल रही है जो 59 हजार रूपये है।
रूस्तम सिंह को 2 लाख पेंशन
वर्तमान में रूस्तम सिंह को 2 लाख पेंशन मिल रही है विधायक की पेंशन के साथ-साथ पूर्व आईपीएस अधिकारी भी पेंशन ले रहे हैं, यह लगभग 2 लाख रूपये हैं। ऐसे कई नेता विधायक व सांसद की दोंनों की पेंशन का लाभ रहे हैं।
पूर्व सांसद और गृहसचिव डॉ. भागीरथ प्रसाद 1.5 लाख रूपये पेंशन
1975 बैंच के सीनियर आईएएस अधिकारी रहे और बाद में सांसद चुने गये। इन्हें भी पूर्व अधिकारी व पूर्व सांसद की मिलाकर 1.5 लाख रूपये से ज्यादा पेंशन मिल रही है।
पूर्व वित्तमंत्री राघव जी को मिल रहा है 3 पेंशन का लाभ
विधायक -सांसद के साथ मीसाबंदी की पेंशन भी ले रहे, पूर्व विधायक की 38,200 रूपये पेंशन एवं 15 हजार रूपये मेडीकल भत्ता और पूर्व सांसद की 25 हजार रूपये पेंशन का लाभ रहे हैं।
लाभ के लिये विधानसभा -संसदों के बीच नहीं बहस होती, पलभर पास होते हैं विधेयक
जब भी विधायकों एवं सांसदों के लाभ मुद्दा विधानसभा सदन और संसदों के बीच लाया जाता है तो विधायक -सांसद टेबिल थप-थपाकर पास कर लेते हैं जबकि जनता के मुद्दों को लेकर 3-3 दिन तक बहस चलने के बाद भी कई बार सदन से पास नहीं होते हैं मुद्दे।
संसदीय मामलों के विशेषज्ञों का मानना है कि
तत्कालीन सांसद नानाजी देशमुख ने लिखा है कि एक सांसद पर 5 वर्ष में करोंड़ों रूपये खर्च होते हैं। एक तरह से उनकी बात सही थी। नेता इसके बाद भी पेंशन व सुविधाओं के नाम पर काफी पैसा लेते हैं। यदि फिर भी पेंशन चाहिये तो एक पेंशन लें।
सुभाष कश्यप, संसदीय मामलों के जानकार

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माधव प्रॉद्योगिकी एवं विज्ञान संस्थान में (MITS) 11 दिसंबर को लगेगा विशाल ड्रोन मेला

ग्वालियर  मिनिस्ट्री ऑफ सिविल एविएशन, भारत सरकार एवं फिक्की के साथ मिलकर माधव प्रॉद्योगिकी एवं विज्ञान संस्थान तकनीकी को बढ़ावा देते हुई एक विशाल ड्रोन मेला आयोजित कर रहा है, इस मेले के उद्घाटन 11 दिसंबर को होगा, इस अवसर पर केंद्रीय नागरिक उड़यन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह, केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, विवेक शेज्वलकर, सांसद ग्वालियर, मध्य प्रदेश के कई विभागों के आला अफसर उपस्थित रहेंगे. MITS  के निदेशक डा आर के पंडित ने बताया कि भारत की तकनीकी क्षमता को बढ़ाते हुए सभी विभाग ड्रोन का उपयोग. कर रहे हैं, इस क्षेत्र में अपार सम्भावना है।
इस मेले से अन्य विभाग भी इसका उपयोग करने की दिशा में जानकारी प्राप्त कर सकते है।  ड्रोन का उपयोग सभी विभागों के लिए लाभकारी होगा। मेले में मुख्य ऑडियंस मुख्यतः किसान, स्कूल एवं कॉलेज के छात्र छात्राओं का समूह, एवं इस क्षेत्र में शोध करने वाले रिसर्चर रहेंगे । इस अवसर पर कई विभागों खनन ,शिक्षा, साइंस एंड टेक्नोलॉजी, लैंड रिकॉर्ड, पुलिस, DRDE , रक्षा आदि विभागों से आए सभी तरह के ड्रोन का प्रेजेंटेशन होगा । इस अवसर के लिए सभी तैयारीयों को कर लिया गया है, कलेक्टर कौशलेन्द्रविक्रम सिंह, नगर निगम कमिश्नर किशोर कन्याल, , रूरल डेवलोपमेन्ट विभाग, अविशन विभाग , रिलायंस, यूएडी विभाग, डीआरडीई, फिक्की, टूरिज्म विभाग, पीडबलूडी टाउन एंड कंट्री प्लानिंग, हेल्थ विभाग, अर्बन डेवलपमेंट विभाग के आला अफसर एवं सचिव सिंधिया इंजीनियरिंग कॉलेज सोसाइटी भी पहले ही मीटिंग में मौजूद रहे थे । MITS  के निदेशक डा आरके पंडित ने कहा कि माननीय केंद्रीय मंत्री सिविल अविशन श्रीमंत ज्योतिरादित्य सिंधिया के आदेशानुसार समाज हित में इस ड्रोन मेले का आयोजन खास तौर पर किसानों एवं तकनीकी छात्र एवं छात्राओं को ड्रोन का महत्त्व एवं उसकी. उपयोगिता समझाने के लिए किया जा रहा है. तकनीकी छमताओं के विकास से समाज के सभी वर्गों को जिसमे किसान, हेल्थ सेवा, ट्रांसपोर्ट सेवाओं को और उपयोगी इफेक्टिव एव तेज बनाया जा सकता है।  MITS में इस बाबत कंट्रोल रूम भी बनाया गया है।  जहाँ अधिक जानकारी प्राप्त की जा सकती है.भाग लेने के लिए संस्थान की वेबसाइट पर जानकारी उपलब्ध है।

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ग्वालियर के आलीशान महल की कीमत है 4 हजार करोड़ रूपये, दरबार हॉल की दीवारों पर जड़ा है सोना चांदी

ग्वालियर. केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया एक सफल भारतीय राजनेता होने के साथ-साथ ग्वालियर के सिंधिया वंश का भी एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। सिंधिया ग्वालियर रियासत के अंतिम महाराजा जीवाजीराव सिंधिया के पोते ज्योतिरादित्य सिंधिया हैं। दशकों से मप्र के शाही शहर ग्वालियर में स्थित जयविलास पैलेस सिंधिया वंश का घर रहा है।

महाराजी जयाजीराव सिंधिया ने सन् 1874 में जयविलास महल निर्माण करवाया था। तब इसकी लागत एक करोड़ रूपये के लगभग थी। लेंकिन आज इस शानदार और आलीशान महल की कीमत 4 हजार करोड़ के रूपये के लगभग है। इस महल में 400 से भी अधिक कमरे है। इसमें से 30 से अधिक कमरों को म्यूजियम बना दिया गया है।
सोने, चांदी और रत्न से जड़ी हुई है महल दरबार हॉल की छतें

सोने,चांदी और रत्न जड़ी हुई हैं महल की छतें

ऐसा बताते हैं कि जयविलास पैलेस की छतों पर कई जगहों पर सोने, चांदी और रत्न जड़े हुए हैं। हमारे सूत्रों के अनुसार हॉल में लगभग 560 किलो सोने का इंटीरियर है। महल में एक फाइव स्टार होटल बना हुआ है जो कि महल परिसर के बाहर बना हुआ हे। इसके अलावा महल में एक बड़ा संग्रहालय है। जिसमें औरंगजेब और शाहजहां की तलवार भी है और इसके साथ ही देश विदेश की कई शानदार कलाकृतियां भी है।
बड़े बड़े झूमर भी है जो आगन्तुकों का ध्यान आकर्षित करते हैं

बड़े-बड़े झूमर करते हैं ध्यान आकर्षित

जयविलास महल के संग्रहालय में 2 बड़े-बड़े झूमर लगे हुए हैं, जिनका वजन हजारों टन है। ये झूमर पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते है।  कहते हैं कि इन झूमरों को टांगने से पहले 10 हाथियों को छत पर चढ़ा कर पहले छत की मजबूती मापी गई थी, उसके बाद इन्हें टांगा गया था।

डायनिंग टेबिल पर चलती है चांदी की ट्रेन

डाइनिंग टेबल पर चलती है चांदी की ट्रेन

जयविलास महल के संग्रहालय की एक और प्रसिद्ध चीज है, जो लोगों का मन मोह लेती है और वो है चांदी की रेल, जिसकी पटरियां डाइनिंग टेबल पर लगी हुई हैं और विशिष्ट दावतों में यह रेल खाना परोसती चलती है।  भारतीय नागरिकों को यहां घूमने के लिए 150 रुपये प्रति व्यक्ति के हिसाब से टिकट लेना होता है।  जबकि विदेशी नागरिकों के लिए टिकट की कीमत 800 रुपये है।

सिंधिया खानदान को आज भी मानते हैं राजपरिवार

सिंधिया खानदान को आज भी राजपरिवार की तरह मानते हैं
सिंधिया खानदान को आज भी राजपरिवार की तरह माना जाता है। ज्योतिरादित्य सिंधिया ग्वालियर के महाराज हैं। पत्नी प्रियदर्शिनी राजे सिंधिया महारानी हैं। जबकि बेटे महाआर्यमन राजकुमार व अनन्या राजकुमारी हैं।

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बाड़े पर बड़ी भीड़, पुलिस ने बढ़ाई सुरक्षा

ग्वालियर. गुरूवार को पूरे दिन और रात पुष्य नक्षत्र रहेगा। गुरूवार को यह नक्षत्र पढ़ने से गुरू पुष्य योग बन रहा है। पूरे दिन अमृत सिद्धि योग, सर्वार्थ सिद्धि योग भी रहेगा। सीधे शब्दों में कहें तो दीपावली के पूर्व खरीदारी के लिये महामुहूर्त गुरूवार को पड़ रहा है। इस दिन सोना, चांदी, वाहन कपड़े व प्रॉपर्टी में निवेश बहुत फलकारी और शुभ रहेगा। गुरू पुष्य नक्षत्र पर सोने की खरीदारी का खास महत्व रहता है। इस मौके को भुनाने के लिये बाजार में व्यापारी भी तैयार है। बाड़ा, मुरार व ग्वालियर के बाजारों में आकर्षक लाइट्स लग चुकी है। व्यापारियों ने खरीदारों का स्वागत तक की तैयारी कर रखी है। महा मुहूर्त में खरीदारों की अच्छी संख्या बाड़ा पहुंचने की संभावना है। इसके लिये यातायात पुलिस ने भी इंतजाम कर लिये हैं। भीड़ बढ़ने पर बड़े वाहनों को डायवर्ट किया जा सकता है।
गुरू पुष्य नक्षत्रों खरीदारी फलदायी
ज्योतिषाचार्य पंडित दिनेश कुमार के मुताबिक दीपावली से पूर्व कार्तिक कृष्णपक्ष को आने वाले पुष्य नक्षत्र में नई वस्तुयें खरीदना बहुत शुभ माना जाता है। पुष्य नक्षत्र के स्वामी शनिदेव है। शनिवार को या शनि के नक्षत्र में जो भी काम करें। वह लम्बे समय तक चलता है। इस योग में निवेश भी लम्बे समय तक फायदा देने वाला हो सकता है।
पुष्य नक्षत्रों से बाजारों में बड़ी रौनक
ग्वालियर में इस महा मुहूर्त पर ग्राहकों को दुकानों तक खींचने के लिये व्यापारियों ने पूरी तैयारी कर ली है। बाजारों में बुधवार की रात से ही रौनक बनी हुई है। व्यापारियों ने बाजारों को सजा रखा है। ऐसा माना जा रहा है कि गुरूवार की सुबह 11 बजे के बाद से ही बाड़ा स्थित बाजारों में खरीदारी के लिये लोग पहुंचना शुरू हो जायेंगे। वैसे भी दीपावली के पहले यह 7 दिन ही खरीदारी के लिये बचे हैं। ऐसे में दोपहर बाद बाजार में काफी भीड़ होने की संभावना है। शाम तक सभी पार्किंग फुल होने की संभावना है।
बाजारों में भीड़ बढ़ते ही पुलिस ने बढ़ाया पुलिस बल
बाजार में पुष्य नक्षत्र को लेकर पुलिस ने भी तैयारियां पूरी कर ली है। गुरूवार को जाम न लगे इसके लिये बुधवार को व्यापारियों के साथ पुलिस अधिकारियों ने बैठक की है और साथ ही सभी व्यापारियों से आग्रह किया है कि बाजार में अपने वाहन खड़े न करें । भीड़ होने की आशंका के चलते यातायात पुलिस के 50 अतिरिक्त जवान लगाये जा रहे हैं। वाहन पार्किंग को लेकर भी गजराराजा स्कूल गोरखी में वाहन पार्क कराये जायेंगे।

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दिल्ली से मुंबई एक्सप्रेस-वे पर इलेक्ट्रिक वाहनों के लिये बनेगी फोरलेन, 5 राज्यों से निकलेगा, 50 किमी पर होगा चार्जिंग पॉइंट

नई दिल्ली. दिल्ली से मुंबई के बीच 1350 किमी लम्बा ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे बनाया जा रहा है। 1 लाख करोड़ रूपये की लागत से बन रहे इस एक्सप्रेस-वे पर 350 किमी तक काम हो चुका है। अभी 8 लेन बनाये जा रहे हैं। इनके अलावा 4 लेन और बढ़ाये जायेंगे। 2 जाने के और 2 आने के, यह चारों लेन सिर्फ इलेक्ट्रिक वाहनों के लिये होंगे। यह देश का पहला एक्सप्रेस-वे होगा। जिस पर डेडिकेटेड इलेक्ट्रिक वाहनों के लिये फोरलेन होगी।

डिवाइडर पर पौधे रोपे जा रहे हैं। पूरे एक्सप्रेस को हरा-भरा बनाने का काम जारी है।

प्रदूषण भी कम होगा
ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे के बनकर तैयार हो जाने से केवल समय ही नहीं बचेगा बल्कि प्रदूषण भी कम होगा। एक्सप्रेस-वे के किनारे नई औद्योगिक टाउनशिप और स्मार्टसिटी बनाने का भी प्रस्ताव हैं। इसका सर्वे जारी है। पूरे रूट पर 92 स्थानों पर इंटरवल स्पॉट डवलप किये जायेंगे।
प्रतिदिन 1 लाख वाहन चलते
केन्द्रीय सड़क और परिवहन मंत्री नितिन गड़करी ने बताया कि एक्सप्रेस-वे का काम जनवरी 2023 तक पूरा हो जायेगा। हालांकि कोविड़ के चलते काम में देरी हुई थी। मुंबई से दिल्ली तक यात्रा महज 13 घंटे में पूरी जायेगी, जबकि अभी 25 घंटे लगते हैं। एक्सप्रेस -वे बनने से दिल्ली- मुंबई के बीच की दूरी 150 किमी कम हो जायेगी। दिल्ली से मुंबई को जोड़ने वाले एनएच-8 पर अभी वाहनों को अत्याधिक दबाव है। इस पर प्रतिदिन 1 लाख वाहन चलते हैं। यह वाहन एक्सप्रेस-वे पर शिफ्ट होंगे।

ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे की खासियतें
एक्सप्रेस-वे से हर साल 32 करोड़ लीटर ईंधन बचेगा।
सुरक्षा के लिए सड़क के दोनों ओर 1.5 मीटर ऊंची दीवार बनेगी।
टोल प्लाजा हाईवे के बजाए स्लिप लेन में बनेंगे, ताकि जिस शहर में जाएंगे, उतना ही टोल लगे।
हर 2.5 किलोमीटर के बाद पशुओं के लिए ओवर पास बनाए जाएंगे।
हर 500 मीटर पर एक अंडर पास होगा।
हर 50 किलोमीटर पर दोनों ओर फेसिलिटी सेंटर होंगे। वहां रेस्तरां, फूड कोर्ट, सुविधा स्टोर, ईंधन स्टेशन, ईवी चार्जिंग पॉइंट और शौचालय आदि होंगे।
एक्सप्रेस-वे पर गाड़ियों के लिए 120 किमी/घंटे की स्पीड तय होगी।
ग्रीनफिल्ड एक्सप्रेस-वे पर लाइटें सोलर पावर से चलेंगी।

दिल्ली से दौसा का रास्ता दिसंबर तक पूरा होगा
गुरुग्राम से जयपुर रिंग रोड तक एक्सप्रेस-वे नेशनल हाईवे 8 के सामानंतर तैयार किया जाएगा। यहां से अलवर (हरियाणा) होते हुए आदिवासी क्षेत्र झबुआ-रतलाम-वड़ोदरा तक जाएगा। इसमें दिल्ली से दौसा (280 किलोमीटर) का काम इस साल दिसंबर तक पूरा हो जाएगा। वहीं, मध्य प्रदेश के झबुआ-रतलाम सेक्शन पर एक्सप्रेस-वे का काम जारी है। बड़ौदा-मुंबई सेक्शन का 90% काम पूरा किया जा चुका है।

2018 में शुरू हुआ ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट
ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट 2018 में शुरू हुआ। 9 मार्च, 2019 को इसकी आधारशिला रखी गई। 2023 तक इसे पूरा कर लिया जाएगा। इंडोनेशिया की 1167 किलोमीर लंबी ट्रांस जावा रोड 2019 में दो दशकों के बाद बनकर तैयार हुई। वहीं, करीब 217 किलोमीटर का जापान का सिंटोमा एक्सप्रेसवे जापान में 2000 में बनकर तैयार हुआ, जिसे बनने में करीब एक दशक का समय लगा।

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बिना टाईप किये व्हाट्सएप मैसेज भेजना काफी आसान, जानिये पूरा प्रोसेस

नई दिल्ली. व्हाट्सएप  (whatsapp) काफी पॉपुलर इंस्टैंट मैसेजिंग एप है कि आप इस पर बिना टाइप किये भी मैसेज भेज (Send) सकते हैं। इसके लिये आपको एडवांस वॉयस रिकॉग्निशन की मदद लेनी होगी। यह ट्रिक एंड्रायड फोन पर काम करती है और इसके लिये आपको कुछ सेटिंग्स में बदलाव करने होंगे।

WhatsApp

सेटिंग में बदलाव करके आप बिना टाइप किए भी WhatsApp पर मैसेज कर सकते हैं। इस फीचर उस टाइम काफी उपयोगी होता है जब आपके पास फोन का एक्सेस नहीं होता है।

WhatsApp

Google.Assistant ने WhatsApp मैसेज वॉयस से सेंड करने का फीचर 2015 में लॉन्च किया था।  2016 में ऐपल Siri ने इस फीचर को पेश किया था।  इससे थर्ड पार्टी ऐप से वॉयस के जरिए मैसेज भेजा जा सकता है।  यहां पर आपको एंड्रॉयड फोन में बिना टाइप किए WhatsApp मैसेज भेजने का तरीका बता रहे हैं।

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देहरादून और ऋषिकेश के बीच बना पुल ढह गया, पूरी तरह से संपर्क टूटा, गांडि़यां फंसी

देहरादून. उत्तराखंड की राजधानी देहरादून की ऋषिकेश से जोड़ने वाला सबसे महत्वपूर्ण रानीपोखरी पुल ढह गया है। जिसकी वजह से देहरादून से ऋषिकेश जाने वाला यातायात पूरी तरीके से रूक गया है। यह हादसा अचानक हुआ जब पुल से गाडि़यां निकल रही थीं इस कारण से कुछ वाहन अभी उसमें फंसे हुए हैं।
ऋषिकेश और देहरादून को एक दूसरे से जोड़ता है यह पुल
नेशनल हाइवे पर स्थित रानीपोखरी पुल काफी महत्वपूर्ण है। जो देहरादून से ऋषिकेश को जोड़ता है और इस पर काफी यातायात भी रहता है। उत्तराखण्ड मंें लगातार वर्षा हो रही है ऐसे में मैदानों में भी बरसाती नदी नालों का जलस्तर बढ़ जाता है।

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राज्यपाल मंगुभाई पटेल का जीवाजी यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में जोरदार स्वागत, सभी विद्यार्थियों को बधाई, देश का गौरव लौटाना चाहते है तो एक जुट होकर प्रयास करना होगा

ग्वालियर. ग्वालियर के जीवाजी यूनिवर्सिटी का दीक्षांत समारोह अटल बिहारी वाजपेयी इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर, समारोह में शामिल होने राज्यपाल मंगूभाई पटेल पहुंचे। एयरपोर्ट से लेकर दीक्षांत समारोह के गेट तक उनका जोरदार स्वागत हुआ, जिस पर उनके मुंह से वाह ग्वालियर निकला। समारोह में उन्होंने अपने हाथों से विद्यार्थियों को उपाधि प्रदान की। कार्यक्रम की शुरूआत राष्ट्रगान के साथ हुई।

राज्यपाल शाम को किले भी घूमने जाएंगे
शाम को राज्यपाल ग्वालियर के एतिहासिक किले को भी घूमने जाएंगे। कार्यक्रम में उनके साथ समारोह में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर वर्चुअल रूप से शामिल हुए। अति विशिष्ट अतिथि मप्र के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव, विशिष्ट अतिथि मप्र के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर और मप्र के उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण( स्वतंत्र प्रभार), नर्मदा घाटी विकास राज्य मंत्री भारत सिंह कुशवाह और सांसद विवेक नारायण शेजवलकर शामिल हुए। दीक्षांत शपथ जेयू की कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला द्वारा दिलाई ।

दीक्षांत समारोह से पहले गुरुवार को इसकी रिहर्सल भी की गई। दीक्षांत समारोह की शुरुआत शोभायात्रा से होगी। रिहर्सल में कुलसचिव, अकादमिक काउंसिल के सदस्य, कार्यपरिषद के सदस्य, सभी डीन और कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला क्रम से शामिल रहीं। सभी के मंच पर पहुंचने के बाद राष्ट्रगान की धुन बैंड के माध्यम से बजाई गई। इसके बाद मंच से कार्यक्रम की शुरुआत हुई। रिहर्सल में कार्यक्रम के दौरान समय प्रबंधन के तहत प्रोटोकॉल का पालन का ध्यान रखा गया। इस दौरान राजभवन से आए अधिकारियों ने भी कार्यक्रम स्थल का मुआयना किया। इस दौरान पुलिस अफसर भी सुरक्षा व्यवस्था का मुआयना करने के लिए पहुंचे।

दीक्षांत समारोह में इन्हें मिला सम्मान
दीक्षांत समारोह में वर्ष 2018- 19 और 2019- 20 की डिग्री के साथ- साथ गोल्ड मैडल और नकद पुरस्कार प्रदान किए। कार्यक्रम में पीएचडी के 180, एमफिल के 13, पीजी के 228 छात्रों को डिग्री प्रदान की जाएगी। इसके अलावा वर्ष 2018- 19 के 49 छात्रों को गोल्ड मैडल प्रदान किए जाएंगे, जिनमें 14 यूजी के जबकि 35 पीजी के छात्र- छात्राएं शामिल हैं। प्रायोजित गोल्ड मैडल 16 हैं। वर्ष 2019- 20 के कुल 51 छात्रों को स्वर्ण पदक प्रदान किए जाएंगे, जिनमें 16 यूजी के, जबकि 35 पीजी के छात्र शामिल हैं। इनमें प्रायोजित स्वर्ण पदक 18 हैं।

राज्यपाल का कार्यक्रम

शाम 6 बजे किला घूमने जाएंगे।

शनिवार को 11 बजे मद्दा खो जाएंगे।

शनिवार दोपहर 12 बजे अमरगढ़ में आदावासी गोपाल भदोला के घर भोजन करेंगे

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पाकिस्तान के अरशद नदीम ने नीरज का जेवलिन थ्रो उठा लिया था, नीरज चोपड़ा बोले हम एक दूसरे का सम्मान करते हैं

नई दिल्ली. जेवलिन थ्रोअर नीरज चौपड़ा ने टोक्यों ऑलम्पिक में भारत के लिये इकलौता गोल्ड मेडल जीता थाि। नीरज ने जेवलिन थ्रो के फायनल में अपने पहले प्रयास में 87.03 मीटर का थ्रो किया था और उनका दूसरा थ्रो 87.58 का रहा था। कोई अन्य एथलीट उनके पहले थ्रो के आस-पास भी नहीं आ पाया था।

नीरज चोपड़ा ने कहा कि अरशद नदीम ने उनका जेवलिन नियमों के दायरे में रहकर ही लिया था।
हालांकि अब नीरज ने बताया है कि उन्होंने पहला थ्रो जल्दबाजी में किया था। नीरज ने कहा था कि फायनल शुरू होने वाला था मुझे अपना जेवलिन नहीं मिल रहा था। तभी मैंने देखा कि मेरा जेवलिन पाकिस्तानी थ्रोअर अरशद नदीम के हाथों में है। फिर मैंने उनसे जेवलिन लिया और जल्दबाजी में थ्रो किया।
अरशद ने कोई नियम नहीं तोड़ा था
नीरज का जेवलिन नदीम के हाथ में होने की खबर अब सामने आयी है तो लोग यह कहने में जुट गये हैं कि पाकिस्तानी एथलीट ने जानबूझ कर ऐसा किया होगा। इस पर नीरज ने बताया है कि अरशद नदीम ने कोई नियम नहीं तोड़ा है। उन्होंने जो कुछ किया नियम के दायरे में किया।
दोनों एथलीट एक-दूसरे का सम्मान करते हैं
नीरज और अशरफ लम्बे समय से एक -दूसरे के प्रतिद्वंदी रहे हैं और इसके बावजूद वह एक दूसरे का सम्मान भी करते हैं। 2018 एशियम गेम्स में भी दोनों आमने-सामने हुए थे। तब नीरज ने गोल्ड जीता था और अशरफ ने ब्रॉन्ज । टोक्यों ऑलम्पिक में अरशद नदीम 5वें स्थान पर रहे थे।

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अश्लील वीडियो सामने आने के बाद बीजेपी महासचिव केटी राघवन का इस्तीफा, पार्टी सदस्य ने ही किया था स्टिंग ऑपरेशन

चेन्नई. तमिलनाडु में राजनीति गरमा गई है यहां के बीजेपी महासचिव केटी राघवन ने कथित तौर पर आपत्तिजनक वीडियो सामने आने के बाद इस्‍तीफा दे दिया है। राघवन ने अपने इस्‍तीफे की घोषणा सोशल मीडिया के जरिए की। स्टिंग ऑपरेशन में सामने आए इस आपत्तिजनक वीडियो में वे पार्टी की एक महिला कार्यकर्ता के साथ हैं।

पार्टी सदस्य ने ही जारी किया था वीडियो
राघवन के इस कथित वीडियो को बीजेपी के ही सदस्‍य मदन रविचंद्रन ने यूट्यूब पर पोस्ट किया था। रविचंद्रन यूट्यूबर हैं और पिछले ही साल उन्‍होंने बीजेपी जॉइन की थी। इस वीडियो में एक पुरुष एक महिला से बातचीत कर रहा है हालांकि वीडियो की सत्‍यता की अभी पुष्टि नहीं हुई है। वहीं इस वीडियो को सोशल मीडिया से हटा दिया गया है।

छवि धूमिल करने की कोशिश
वीडियो  सामने आने के बाद राघवन ने ट्वीट करके कहा, ‘पिछले 30 सालों से, मैंने बिना किसी लाभ के काम किया है मुझे आज सुबह मेरे बारे में एक वीडियो के बारे में पता चला। यह वीडियो मेरी और पार्टी की छवि धूमिल करने के लिए जारी किया गया है। मैं इन आरोपों से इनकार करता हूं और कानूनी रूप से इस मामले को देखूंगा। मैंने सम्मानित राज्य अध्यक्ष अन्नामलाई के साथ चर्चा की है और मैं पार्टी के पद से इस्तीफा देता हूं  सत्य की जीत होगी।

कई नेताओं के है ऐसे वीडियो
चैनल ‘मदन डायरी’ पर वीडियो जारी करने के बाद रविचंद्रन ने दावा किया है कि उनकी टीम के पास ऐसे कई नेताओं के ऑडियो और वीडियो क्लिप हैं, जिन्‍हें वे समय आने पर जारी करेंगे। उन्होंने कहा कि यह वीडियो जारी करने के बारे में अन्‍नामलाई को जानकारी थी।

वहीं तमिलनाडु बीजेपी के अध्यक्ष अन्नामलाई ने रविचंद्रन की इस बात से इनकार करते हुए इसे अस्वीकार्य बताया है उन्होंने कहा, ‘हम इस आरोप को बहुत गंभीरता से ले रहे हैं। जांच समिति बनाई जाएगी यह टीम आरोपों के पीछे की सच्चाई की जांच करेगी। आरोपियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी। बीजेपी में महिलाओं के साथ सम्‍मानपूर्ण व्‍यवहार किया जाता है।