यहां बनेगा MP का पहला थ्री लेयर एलिवेटेड ब्रिज, सबसे ऊपर दौड़ेगी मेट्रो
उज्जैन. मुख्यमंत्री मोहन यादव ने शिप्रा विहार में आयोजित कार्यक्रम में कहा कि अब इंदौर और उज्जैन अलग-अलग नहीं रह गए हैं। इंदौर, उज्जैन, शाजापुर (मक्सी), देवास और धार को मिलाकर एक मेट्रोपॉलिटन सिटी का स्वरूप तैयार किया जा रहा है। यह वही परिकल्पना है, जो राजा भोज के परमार काल में 84 कोस का एकीकृत जनपद हुआ करता था, जिसे अवंतिका या मालवा महाजनपद के नाम से जाना जाता था। हमने केवल उस महाजनपद का नाम सुना था, लेकिन अब वह साकार होता दिख रहा है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने उज्जैन विकास प्राधिकरण एवं उच्च शिक्षा विभाग की ओर से 371 करोड़ लागत के 23 विकास कार्यों का लोकार्पण व भूमिपूजन किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि मेट्रोपॉलिटन सिटी का प्रस्ताव कैबिनेट से पारित हो चुका है, जिसे 28 जुलाई से आरंभ हो रहे विधानसभा सत्र में प्रस्तुत किया जाएगा।
इंदौर-उज्जैन मेट्रो के लिए 850 करोड़ मंजूर
मुख्यमंत्री ने कहा कि इंदौर-उज्जैन मेट्रो प्रोजेक्ट के लिए केंद्र सरकार 850 करोड़ की मंजूरी भेज दी गई है। प्रदेश का पहला तीन-स्तरीय एलिवेटेड ब्रिज उज्जैन में बनेगा, जिसमें सबसे ऊपरी तल पर मेट्रो ट्रेन चलाई जाएगी। कार्यक्रम में सहायक प्राध्यापकों को नियुक्ति पत्र वितरित किए गए। प्रारंभ में मुख्यमंत्री ने संतों का सम्मान व कन्या पूजन कर कार्यक्रम की शुरुआत की। इस अवसर पर सांसद अनिल फिरोजिया, विधायक अनिल जैन कालूहेड़ा, सतीश मालवीय, निगम अध्यक्ष कलावती यादव, संभागायुक्त संजय गुप्ता, कलेक्टर रौशन कुमार सिंह, यूडीए के संदीप सोनी, भाजपा नगर अध्यक्ष संजय अग्रवाल सहित अन्य गणमान्य उपस्थित रहे।

