पुलिस को डिजीटल अरेस्ट के मामले में दिल्ली के नवीन की तलाश, छात्रों को नौकरी का लालच देकर खाते खुलवाता था

ग्वालियर. अभी तक के सबसे बड़े डिजीटल अरेस्ट में पुलिस की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) को नवीन नाम युवक की तलाश है। ऐसा बताया जा रहा है कि अम्बाला में डिजीटल अरेस्ट कर एक बुजुर्ग से 2 करोड़ रूपये की ठगी के मामले में अम्बाला पुलिस ने नवीन को 13 मार्च को गिरफ्तार किया है।
एसआईटी ने उज्जैन से बंधन बैंक के असिस्टेंट मैनेजर समेत 6 लोगों को पकड़ने के बाद नोएडा व दिल्ली से 3 छात्रों को गिरफ्तार किया गया था। इनमें से एक छात्र गुरजीत सिंह के यश बैंक के खाते में 2.80 लाख रूपये आये थे। जब उसे पकड़ा गया तो उसका कहना था कि यह अकाउंट उसने नवीन के कहने पर खुलवाया था। नवीन ने उसे एयरपोर्ट पर जॉब लगवाने का लालच दिया था। इसके लिये उसने अकाउंट खुलवाकर कुछ ट्रांजेक्शन दिखाने के लिये कहा था। इससे पहले भी नवीन ने 15 लाख रूपये उसके एकाउंट में डलवाये थे।
डिजीटल अरेस्ट करवाने के लिये संपर्क में था नवीन
पुलिस को यह भी पता लगा है कि नवीन किराये पर अकाउंट खुलवाकर डिजीटल अरेस्ट कर ठगी करने वालों के बीच की कड़ी है। ठगी की रकम यही आगे बढ़ाता था। इसके ठगी करने वालों से सीधे संबंध है। इससे ग्वालियर में हुई ठगी में कई महत्वपूर्ण सुराग मिल सकते है। पुलिस अब इसका रिकॉर्ड तलाश रही है।
दिल्ली से यह पकड़े गए थे
दिल्ली की बैंक ऑफ बड़ौदा में वर्धमान उर्फ उज्जवल के खाते में ठगी के 2.5 लाख रुपए ट्रांसफर हुए थे। उज्जवल बीबीए प्रथम वर्ष का छात्र है। उसे पकड़ने के बाद पता चला कि उसका यह खाता उसके मामा के लड़के दीपांशु मौर्य ने खुलवाया था। इसका पता चलते ही पुलिस ने दीपांशु को भी हिरासत में लिया था। इसके बाद इसके साथ ही एक आरोपी गुरजीत सिंह को भी पकड़ा था। उसके यश बैंक के खाते में 2.80 लाख रुपए आए थे। गुरजीत बीए सेकेंड ईयर का छात्र है

