ncc वूमेंस ट्रेनिंग अकादमी हुई पिपिंग सेरेमनी, 122 प्रशिक्षणर्थियों को दी गयी रेंक

ग्वालियर. देश के इकलौते वूमेन ट्रेनिंग एकेडमी (OTA) परिसर में बुधवार को पिपिंग सेरेमनी का आयोजन किया गया। सेरेमनी में पहले प्रशिक्षणार्थियों द्वारा दीक्षांत परेड की गयी। इसके बाद मुख्य अतिथि के तौर पर एनसीसी पहुंचे राज्यमंत्री रक्षामंत्री संजय सेठ और एनसीसी के ब्रिगेडियर कमांडेंट जितेन्द्र शर्मा ने 122 प्रशिक्षणार्थियों को भव्य पिपिंग सेरेमनी में रैक प्रदान की गयी और साथ ही अधिकारी द्वारा राष्ट्रीय ध्वज के समक्ष शपथ दिलवाई गयी। जिसके तहत सभी प्रशिक्षणार्थियों ने एनसीसी के नियमों का पालन करने की शपथ ली।

पिपिंग सेरेमनी किये जाने के पश्चात इन महिला एनसीसी अधिकारियों को राष्ट्रीय ध्वज के समक्ष कर्नल इतिका सूरी, प्रशिक्षण अधिकारी (समन्वय) एवं मेजर प्रतिभा तिवारी, प्रतिक्षण अधिकारी द्वारा शपथ दिलवाई गयी। जिसके तहत सभी प्रशिक्षणर्थियों ने एनसीसी नियमों पर अमल करने की शपथ ली। 122 प्रशिक्षणार्थियों को भव्य दीक्षांत परेड में रैंक प्रदान किये गये।
एनसीसी OTA में केयर टेकर की तीसरी रैंक लेने वाली केयर टेकर अधिकारी सुनीता हुड्डा ने कहा है कि वह कैरला और लक्षद्वीप स्टेट से 2 फरवरी को आई थी। केयरटेकर अधिकारी की कमान संभाल रही है। ग्वालियर एनसीसी ओटीए में प्रशिक्षण लेने के लिये वह आयी थी। तो पहले ऐसा लगा था कि वह यहां पर एडजस्ट नहीं हो पायेंगी या नहीं हो पायेंगे यहां का माहौल कैसा होगा। इस शिविर में अलग-अलग स्टेट और अलग कल्चर के कैंडिडेट आये है। हम 4-5 कैंडिडेट एक रूम शेयर कर रहे थे। इससे हम एक दूसरे के कल्चर को हम जान सके पहचान सके ताकि उनकी लैग्वेज कैसी है। उनका रहन-सहन कैसा है। मुझे यहां पर बहुत कुछ सीखने को मिला है। मुझे अपने आप पर बहुत गर्व हो रहा है। मैं आखिरकार अधिकारी बन गयी हूं। मुझे आज बहुत खुशी हो रही है। उन्होंने बताया कि एनसीसी एक ऐसा प्लेटफार्म है। जहां आकर आप अपने लिये कुछ सीखते हैं बल्कि यहां ओवर ऑल डवलपमेंट होता है। आज एनसीसी ज्वॉइन करने के बाद ही यह सब सीख सकते हैं। जिस तरह के एनसीसी में तरह-तरह के कैम्प लगते हैं। जिससे हमारा फिजीकल ओर मेंटल डवलपमेंट भी होता है।
इनको मिले यह पदक
कनिष्ठ स्कन्ध की मेरिट क्रम में प्रथम होने पर एनसीसी महानिदेशक का प्लेक ऑफ ऑनर राजस्थान निदेशालय की केयर टेकर ऑफिसर संजना राठौर को प्रदान किया गया। कोर्स में सर्वश्रेष्ठ ANO होने के लिए “एनसीसी महानिदेशक ट्रॉफी” मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ निदेशालय की केयर टेकर ऑफिसर अश्विनी राठौर को प्रदान किया गया । एनसीसी विषयों में सर्वश्रेष्ठ एएनओ होने के लिये “शर्मा कप” मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ निदेशालय की केयर टेकर ऑफिसर पूजा को प्रदान किया गया। विशेष कौशल प्रदर्शन के लिये कमांडेंट का स्वर्ण पदक केरला एवं लक्ष्यद्वीप निदेशालय की केयर टेकर ऑफिसर सुनीता हुड्डा को प्रदान की गई। नेतृत्व विशेषता एवं प्रेरणा प्रदर्शन के लिये “लीडरशिप ट्रॉफी” दिल्ली निदेशालय की केयर टेकर ऑफिसर अंजली तोमर को प्रदान की गई। परेड को कमान करने के लिये “कमांडेंट का स्वर्ण पदक” एनईआर निदेशालय की थर्ड ऑफिसर निआगथि आज़म को प्रदान किया गया। चैम्पियनशिप बैनर “अहिल्याबाई” कंपनी को प्रदान किया गया जिसे दिल्ली निदेशालय की केयर टेकर ऑफिसर प्रवीन ने प्राप्त किया।
वुमेन को आगे बढ़ाना उद्देश्य
ब्रिगेडियर कमांडेंट जितेंद्र शर्मा ने बताया कि हमारे पास ग्वालियर एनसीसी OTA की स्थापना की गई है। इसके दो उद्देश्य है। एक NCC एसोसिएट, एनसीसी कैंडिडेट को ट्रेनिंग देना। और उसके साथ एक और जो बड़ा उद्देश्य है वह वुमेन अंपायर मेंट है। हमारे एनसीसी में पूरे देश भर से 122 एनसीसी एसोसिएट कैंडिडेट प्रशिक्षण लेने आई थी। यह कैंडिडेट देश भर के 28 जगह से आए हैं। यहां पर आकर इन्होंने 45 दिन की कड़ी ट्रेनिंग ली है, जिसका नतीजा है वुमन, नारी शक्ति किस तरह से आगे बढ़ रही है।
राज्य रक्षा मंत्री बोले-देश की बेटियां हर क्षेत्र में आगे हैं
राज्य मंत्री संजय सेठ ने बताया कि मेरा यह सौभाग्य है कि मैं इस परेड में शामिल होने आया हूं, ऐसी 123 बेटियां बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ क्योंकि आज देश की बेटियां हर क्षेत्र में आगे हैं। चाहे 24 घंटे सीमा की सुरक्षा हो या विमान सेवा हो या स्पेस का क्षेत्र, मेडिकल, इंजीनियरिंग, खेल, कला का क्षेत्र हो हर क्षेत्र में देश की बेटियां आगे हैं। परेड को संबोधित करते हुए संजय सेठ, रक्षा राज्य मंत्री ने एएनओ से एनसीसी नियमों पर अमल करने एवं एनसीसी कैडेट्स को उचित मार्गदर्शन करने का आह्वान किया। उन्होंने सभी प्रशिक्षाणार्थी को अनुकरणीय परेड, त्रुटिहीन उपस्थिति और अपने प्री- कमीशन प्रशिक्षण को सफलतापूर्वक पूरा करने के लिए बधाई दी। उन्होंनें सभी अनुदेशात्मक और प्रशासनिक कर्मचारियों को भी विशेष बधाई दी जिन्होंने उच्च स्तर का प्रशिक्षण प्रदान करने के लिये अथक परिश्रम किया है।

