इसरो का स्पेडेक्स मिशन लॉन्च,अब 7 जनवरी को डॉकिंग होगी
नई दिल्ली. इसरो ने श्रीहरिकोटा से रात 10 बजे स्पेस डॉकिंग एक्सपेरिमेंट मिशन लॉन्च किया। पीएसएलवी-सी60 रॉकेट से दो स्पेसक्राफ्ट को पृथ्वी से 470 किम ऊपर डिप्लॉय किया गया। अब 7 जनवरी 2025 को इस मिश में अंतरिक्ष में बुलेट की स्पीड से 10 गुना ज्यादा तेजी से ट्रैवल कर रहे इन दो स्पेसक्राफ्ट को कनेक्ट किया जाएगा। मिशन सफल रहा तो रूस, अमेरिका और चीन के बाद भारत ऐसा करने वाला चौथा देश बन जाएगा। मिशन की कामयाबी पर ही भारत का चंद्रयान-4 मिशन निर्भर है जिसमें चंद्रमा क मिट्टी के सैंपल पृथ्वी पर लाए जाएंगे। चंद्रयान-4 मिशन को 2028 में लॉन्च किया जा सकता है।
डॉकिंग और अनडॉकिंग टेक्नोलॉजी दुनिया को दिखाना
पृथ्वी की निचली कक्षा में दो छोटे स्पेसक्राफ्ट की डॉकिंग और अनडॉकिंग की टेक्नोलॉजी डेमोंस्ट्रेट करना
डॉक किए गए दो स्पेसक्राफ्ट्स के बीच इलेक्ट्रिक पावर ट्रांसफर करने की टेक्नोलॉजी को डेमोंस्ट्रेट करना
स्पेस डॉकिंग का मतलब है स्पेस में दो अंतरिक्ष यानों को जोड़ना या कनेक्ट करना।