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ग्वालियर के सिटी सेंटर में फैली जहरीली हवा एक्यूआई पहुंचा 400 के पार

ग्वालियर. लेकिन डीडी नगर और सिटी सेंटर में यह 441 पर पहुंच गया, जबकि महाराज बाड़े का एक्यूआई 434 रहा। वहीं भोपाल में 268, इंदौर में 136 तो जबलपुर में 147 रहा। दिल्ली से होते हुए कश्मीर के साथा आई सर्द हवा अपने साथ दिल्ली का प्रदूषण भी ले आई है इससे ग्वालियर में एयर क्वालिटी इंडेक्स 382 पर पहुंच गया है जबकि ग्वालियर में प्रदूषण पहले से ही 200 पर था बीते 12 घंटे के अंदर ही ग्वालियर में प्रदूषण का स्तर 200 से बढकर सीधा 382 तक पहुंच गया है जो कि शहरवासियों के लिए किसी भी लिहाज से सही नहीं है।

डीडी नगर और सिटी सेंटर में फैली ‘जहरीली हवा’
दिल्ली अब अति गंभीर; स्कूल, कॉलेज और सुप्रीम कोर्ट ऑनलाइन
मंगलवार को भी दिल्ली में हालात खराब रहे। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक, सुबह 8 बजे दिल्ली का एक्यूआई 488 और कुछ इलाकों में 500 दर्ज किया गया, जो ‘गंभीर प्लस’ श्रेणी में आता है दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि वर्क फ्रॉम होम व ऑड-ईवन स्कीम पर जल्द निर्णय लिया जाएगा। आरोप लगाया कि केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव को कृत्रिम बारिश के लिए मंजूरी मांगी, पर जवाब नहीं मिला।
ग्वालियर 382 एक्यूआई के साथ प्रदेश में टॉप पर
मध्य प्रदेश में प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के समीर एप पर ग्वालियर 382 एक्यूआई के साथ प्रदेशभर में टॉप पर है जबकि सिंगरोल 224 के साथ दूसरे और भोपाल 200 एक्यूआई के साथ तीसे स्थान पर है। इस तरह कटन 186, उज्जैन 176, इंदौर व सागर 139, जबलपुर 127 एक्यूआई पर है। वहीं तेजी से बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के अधिकारियों ने भी शहरवासियों से अपील की है कि वह आसपास कचरा न जलाने दें, मास्क लगाकर रखें और जरूरत होने पर ही मास्क लगाकर घर से बाहर निकलें। शहर की हवा एकदम से बदल गई है। ग्वालियर में एक्यूआई काफी बढ़ गया है जो कि चिंताजनक है। शहरवासी इस समय अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें और मास्क पहनकर ही निकले, आसपास कचरा न जलाने दें और अधिक जरूरत होने पर ही घर से बाहर निकलें। आरआर सेंगर, क्षेत्रीय अधिकारी प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड
कई बीमारियों का खतरा
प्रदूषण का बढ़ना चिंता का विषय है। क्योंकि प्रदूषण अधिक होने से आमजन को हवा में सांस लेने से प्रदूषित हवा से श्वास संबंधी रोग, ब्रोंकाइटिस, गले का दर्द, निमोनिया, फेफड़ों का कैंसर, हदय रोग व मधुमेह सहित अन्य बीमारियों का खतरा बना रहता है।

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