जवानों से कुत्तों की देखभाल, घर में झाडू-पोंछा लगवाते हैं सेना अधिकारी

ग्वालियर. देश की सुरक्षा के लिये सीमा पर तैनात भारतीय सेना के 2 जवानों ने फौज के अधिकारियों पर मारपीट और प्रताडि़त करने का आरोप लगाया है। उन्होंने बताया है कि ड्यूटी करने के अलावा अपने बंगला पर लगाकर जबरन काम करवाते हैं और इतना ही नहीं झाडू-पोंछा, खाना और पार्टियों में वेटर का काम करवाते हैं। विरोध करने पर उनको नोकरी से निकालने के लिये धमकाते हैं और गाली-गलौज करते है। उनका कहना है कि हम देश की रक्षा के लिये भर्ती हुए थे। लेकिन अधिकारी उन्हें अपने बंगला पर नौकर बनाकर काम करवाते है। उन्होंने 4 अक्टूबर का इसकी लिखित शिकायत रक्षामंत्री राजनाथ सिंह से की थी। लेकिन आजतक कोई कार्यवाही नहीं हुई है। यह बात गुरूवार को जवानों ने ग्वालियर में पत्रकारवार्ता में कहीं है।
रक्षामंत्री से अधिकारियों की शिकायत
जवान हरेन्द्रसिंह ने बताया है कि सेना के अधिकारी द्वारा जवानों का शोषण किया जा रहा है। कोई भी जवान देश की सेवा के लिये गया हो। इससे अधिकारियों को कोई फर्क नहीं पड़ता है। उनके घरों में पार्टी मनना चाहिये। उनके बच्चों की देखभाल, उनके कुत्तों को घुमाना कराया जाता है। यह आज से नहीं जब से हमारो देश गुलाम था तब अंग्रेज थे। यह कानून कब से चल रहा है और हमारे सीनियर अधिकारी इस कानून को चलाते आ रहे हैं और इसे चेंज नहीं होने दे रहे हैं। हम एक हाथ में न्याय का कटोरा और दूसरे हाथ में तिरंगा लेकर जनता से न्याय मांग रहे हैं, हम किसी से पैसे नहीं मांग रहे हैं।
बच्चों और कुत्तों की करवाते हैं देखभाल
पीड़ित जवान शंकर सिंह गुर्जर का कहना है कि मैं मध्य प्रदेश के दतिया जिले से हूं और मेरी यूनिट 57 जम्मू उधमपुर में है। 18 मार्च 2013 को भारतीय सेना में देश सेवा के लिए भर्ती हुआ था। तब से अब तक भारतीय सेना के अफसरों द्वारा हमारा शोषण किया जा रहा है और उसको हम झेल रहे हैं। हमारे वरिष्ठ अधिकारियों और सीनियर को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है। उनके लिए यह महत्वपूर्ण है कि अधिकारियों की सेवा होना चाहिए। जब हम अपनी पूरी ड्यूटी खत्म कर लेते हैं तो आदेश आते हैं कि अफसर के घर में चल रही पार्टियों में उन्हें वेटर गिरी करनी है। जब हम इसका विरोध करते हैं तो दबाव बनाया जाता है। डराया जाता हैं ताकि हम आवाज ना उठाएं।

