ट्रांसपोर्टर की समस्याओं के समाधान के लिये मोबाइल 24 घंटे खुला रखा, शिकायत रह गयी ना के बराबर
ग्वालियर. महज 8 महीने में मध्यप्रदेश के चौथे एडिश्नल ट्रांसपोर्ट कमिश्नर में परिवहन में आमूल-चूल परिवर्तन किये हैं। सबसे पहली प्राथमिकता पारदर्शिता रहीें है। पूरे राज्य में ट्रांसपोर्टर की समस्याओं का समाधान और संवाद करने के लिये मोबाइल 24 घंटे खुला रहता था। पिछले 6 महीने में शिकायत न के बराबर रह गयी है।
बैरियर से रेवेन्यू कलेक्शन बन्द होने के बाद अब यह जिम्मेदारी फ्लांइंग स्क्वॉड दे दी है। इस तरह पूरे राज्य में 10 फ्लाइंग स्क्वॉड सचालित की जा रही है। जबकि आपको बता दें 4 ऐसी फ्लाइंग स्क्वॉड है। जिन पर प्रभारी नहीं है बिना प्रभारी के ही चलाई जा रही है।
इस समय ड्रायविंग लायसेंस और रजिस्ट्रेशन कार्ड तैयार होने में समस्यायें आ रही है। स्मार्ट चिप का कार्यकाल पूरे होने के बाद नये सिरे से टेंडर हो रहे हैं। टेण्डर होने के बाद नई कंपनी आयेगी और टर्म एंड कंडीशन पर काम करेगी।
बैरियर बंद होने के बाद राजस्व में उछाल
माह/राजस्व वसूली बैरियर बंद होने पर वसूली
अप्रैल 2023 अप्रैल 2024
31करोड़ 83 लाख 910 रूपये 26 करोड़ 26 लाख 960 रूपये
मई 2023 मई 2024
37 करोड़ 34 लाख 312 रूपये 23 करोड़ 76 लाख 210 रूपये
जून 2023 जून 2024
33 करोड़ 10लाख 462 रूपये 23करोड़ 6 लाख 683 रूपये
जुलाई 2023 जुलाई 2024
27करोउ़ 63लाख 936 रूपये 50 करोड 47 लाख 952 रूपये
अगस्त 2023 अगस्त 2024
16 लाख 67 लाख,325 रूपये 30 करोड 80लाख 696 रूपये
सितम्बर 2023 सितम्बर 2024
14 करोड़ 05 लाख 100 रूपये 31 करोड़ 47 लाख 380 रूपये