ऑनलाइन ट्रांजेक्शन से गैंग का हुआ खुलासा-दूधमुंही बच्ची भिंड, 3 वर्षीय बालक यूपी में मिला, 2 महिलाओं सहित 5 गिरफ्तार

ग्वालियर. पुलिस ने ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के माध्यम से मानव तस्करी रैकेट का खुलासा किया गया है। पुलिस ने 5 दिन पहले ग्वालियर से अपहरण हुआ था। 20 दिन की बच्ची को भिण्ड और 3 वर्ष के बच्चे को उत्तरप्रदेश से बरामद किया है। शनिवार को 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें 2 महिलायें और एक किन्नर के अलावा 2 युवक शामिल है। इनमें उत्तरप्रदेश की किन्नर और भिंड में टिफिन सेंटर चलाने वाली महिला भी है। महिला ने आरोपी को 2 हजार रूपये एडवांस भी दिये थे। बच्चों को आरोपी कैसे ले गये थे।

ये आरोपी पकड़े गए
सत्यनारायण जाटव निवासी नदी पार टाल, मुख्य आरोपी
नीलम गोस्वामी पत्नी सत्यनारायण, निवासी नदी पार टाल
शालू किन्नर निवासी करहल उत्तर प्रदेश
पूजा शर्मा पत्नी रामलखन निवासी भिंड
दीपक पुत्र रमेश बाल्मीकि भिंड
महिला को शराब पिलाने के बाद ले गये थे बच्चे
19 अगस्त को मुरार थाने में सरोज वंशकार 25, ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी उसने बताया मैं सात नम्बर चौराहे टपपा तहसील के पास रहती हूं। मूलरूप से टीकमगढ़ जिले की जतारा की रहने वाली हूं। 21019 में वहीं संजू वंशकार से शादी हुई थी। पति गांव में रहकर मजदूरी करता है। 2021 में पति के करंट से झुलसने के बाद स्वयं ग्वालियर में अपनी बहन और जीजा के यहां आकर रहने लगी। यहां भीख मांग कर गुजारा करती है।
18 अगस्त को 7 नम्बर चौराहे पर खड़ी थीं यहां एक महिला से मुलाकात हुई। 19 अगस्त को वह महिला पर पहुंच गयी। महिला 3 साल के बेटे रोव उर्फ रोयल और 20 दिन की बेटी खुशी के लिये कपड़े लेकर आयी थी। कुछ देर बातचीत करने के बाद महिला उसे पार्टी के बहाने बड़ागांव हाइवे के पास स्थिति होटल लेकर पहुंची। यहां उसका पति भी आ गया। होटल में तीनों ने शराब पी और यहां से लौटकर तीनों मुरार नदी पर स्थित मछली मंड़ी पहुंचे। यहां उन्होंने मछली फ्राय करवाकर खायी। इसके बाद मैं बेहोश हो गयी। दम्पत्ति दोनों बच्चों को लेकर भाग गये।
ऑनलाइन पेमेंट से मिला सुराग
जांच के दौरान 22 अगस्त को पता चला कि मुख्य आरोपी ने मछली मंडी में मोबाइल से ऑनलाइन ट्रांजेक्शन किया था। पुलिस उस दुकान पर पहुंची। ट्रांजेक्शन का रिकॉर्ड खंगाला, ऑनलाइन पेमेंट करने वाले की पहचान सत्यनारायण जाटव निवासी नदी पार टाल के रूप में हुई। साइबर सेल ने मोबाइल नम्बर को सर्विलांस पर लिया। इसमें पता चला कि शनिवार को सत्यनारायण गोला का मंदिर चौराहा पर खड़ा है। इस पर पुलिस ने उसे ततक्ला पकड़ लिया। पूछताछ में पहले तो आरोपी बरगलाता रहा और इसके बाद अपनी पत्नी नीलम गोस्वामी के साथ मिलकर बच्चों का अपहरण करना स्वीकार कर लिया।
MP के भिंड, यूपी के करहल से बच्चे किए बरामद
पूछताछ में आरोपी ने बताया, ‘लड़के को उत्तरप्रदेश के करहल में शालू किन्नर व बच्ची को भिंड के मौ में पूजा शर्मा व दीपक बाल्मीकि को दिया है।’ इसके बाद पुलिस टीम करहल पहुंची। यहां से शालू किन्नर को उसके घर से उठा लिया। शालू ने भी जुर्म कबूल कर लिया। उसके पास से रोव उर्फ रोयल भी मिल गया। शालू ने पुलिस को बताया, ‘सत्यनारायण व नीलम गोस्वामी ने घर आकर बच्चे को उसे दिया है।’
इसके बाद बच्ची की तलाश में पुलिस टीम भिंड के मौ में ग्राम मकेटा पहुंची। यहां पूजा शर्मा अपने दोस्त दीपक बाल्मीकि के साथ मिली। उनके पास से बच्ची को बरामद किया गयसा। इसके अलावा, ग्वालियर में अलकापुरी से नीलम गोस्वामी को भी शनिवार रात गिरफ्तार कर लिया।
बच्चे बेचे गए या नहीं, पूछताछ जारी
पूछताछ में पता चला कि पूजा शर्मा टिफिन सेंटर चलाती है। वह बेटी चाह रही थी। इसके लिए सत्यनारायण को दो हजार रुपए एडवांस भी दिए थे। हालांकि बच्ची की कितने में डील की थी, यह नहीं बताया है। इसी तरह, बच्चे को किन्नर के यहां छिपाने का मकसद भी पुलिस तलाश रही है।
मुरार थाना प्रभारी एमएम मालवीय का कहना है कि पकड़े गए आरोपियों को रिमांड लेकर पूछताछ की जाएगी।

