Hydrogen Car- हाइड्रोजन से 400 किमी दौड़ेगी कार

नई दिल्ली. भारत में जल्द ही आपको हाइड्रोजन फ्यूल से चलने वाली गाडि़यां सड़कों पर दौड़ती दिखाई देगी। भारत सरकार लगातार इलेक्ट्रिक और बायो-फ्यूल से चलने वाले वाहनों पर जोर दे रही है। केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि भारत में आम लोगों को कब से हाइड्रोजन कार मिलने लगेगी। वह मंगलवार को निजी चैनल के समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस बीच उन्होंने प्रदूषण का 2 तरफा इलाज भी बताया। नितिन गडकरी ने कहा है कि पराली से ईंधन बनाया जा रहा है जो हाईड्रोजन कार में उपयोग हो सकेगा। नितिन गडकरी भारत की पहली हाइड्रोजन कार में यात्रा करके समारोह में शामिल होने के लिये पहुंचे थे।

दरअसल, हाइड्रोजन कार की मैन्यूफैक्चरिंग अब भारत में होगी। इसका प्रोसेस शुरू हो चुका है। अभी हाइड्रोजन 3 प्रकार से तैयार हो रहा है। ब्लैक हाइड्रोजन जो कोयले बनता है। ब्राउन हाइड्रोन जो पेट्रोलियम से तैयार किया जाता है। इसका तीसरा तरीका इस तरह से है ग्रीन हाइड्रोजन मुनिसिपल वेस्ट, सीवेज वॉटर या पानी से बनाया जाता है।
गड़करी ने बताया हम नगरपालिका के कचरे से ग्रीन फ्यूल बनाना चाहते हैं। हम अब ईधन आयात नहीं, बल्कि निर्यात करना चाहते हैं। हम खेती के वेस्ट से भी एनर्जी बना सकते हैं। इसके लिये हमें इलेक्ट्रोलाइजर चाहिये जो भारत दुनिया में सबसे अधिक बनाता है। वह 1.25 से 1.5 करोड़ का बनता है। इसका काम है ऑक्सीजन अलग कर हाइड्रोजन बनाना है। इसके लिये हमें जेनरेटर चाहिये जो अब इथेनॉल फ्यूल बेस्ड बना दिया गया है। किलोस्कर ने इसे कम लागत में बना दिया है।

पानी से फ्यूल बनाकर कार 400 किमी दौड़ेगी
नितिन गडकरी ने कहा है कि एक समय तो उनकी पत्नी भी उनकी बात पर भरोसा हीं नहीं करती थी कि पानी से फ्यूल बनाकर कार चलेगी। इसलिये उन्होंने सोचा था कि वह अब इसी में यात्रा करें। सड़क परिवहन मंत्री गडकरी के अनुसार भारत में डेढ़ से 2 वर्ष में लोग हाइड्रोजन कार चला सकेंगे। उनकी कोशिश है कि 80 रूपये किलो हाइड्रोजन मिल सकेगी। 1 किलो हाइड्रोजन में कार 400 किमी दौड़ेंगी।


