ग्वालियर में अब सीएम हेल्पलाइन का भी हो रहा दुरुपयोग,कर्मचारियों के लिए बनी मुसीबत, शिकायतकर्ता कर रहे मनमानी
ग्वालियर. लोगों की समस्याओं का समय पर निपटारा कराने के लिए मप्र में चलाई जा रही सीएम हेल्पलाइन अब लोगों के लिए ब्लैकमेलिंग का जरिया भी बन चुकी है। ग्वालियर में ऐसे कई मामले सामने आए हैं जिनमें शिकायतकर्ता द्वारा अपनी संतुष्टि से शिकायत बंद कराने के बदले संबंधित अधिकारी-कर्मचारी से मंदिर की पुताई और मोबाइल फोन में बैलेंस डलवाने जैसे मनचाहे काम करवा रहा है। अब अधिकारी ऐसी शिकायत करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने की तैयारी कर रहे हैं। ग्राम पंचायत समराई के सचिव भूप सिंह यादव ने कहा कि समराई गांव में रहने वाले केदार ने पहले एक झूठी शिकायत मंदिर की पुताई करवा ली फिर मोबाइल रिचॉर्ज करा लिया। दोनों मामलों की जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को दे दी है।
किठोदा के एक ही व्यक्ति की 150 शिकायतें
किठौदा निवासी 9 वीं पास अशोक कुमार जाटव ने 2015 से अब तक 150 शिकायतें सीएम हेल्पलाइन में की हैं। इनमें 149 शिकायतें ऑनलाइन दिख रहीं। ये शिकायतें हर विभाग की हैं। इनमें से ज्यादातर को जबरिया बंद ( फोर्स क्लोज) किया गया है। अशोक ने कहा- अभी तो एक शिकायत दर्ज कराई है। जबकि पुरानी शिकायतें बंद हो चुकी हैं। इऩमें कुछ मेरी थी और कुछ दूसरे लोगों ने लगवाई थीं। पूछताछ में ये शिकायतें ब्लैकमेलिंग का जरिया माना गया। ऐसे ही जवाहर पसेदिया ने 30 और पंजाब सिंह राजपूत ने 18 शिकायतें दर्ज कराई। ये सभी शिकायतें
पीड़ित पक्ष पुलिस में कर सकता है शिकायत
सीएम हेल्पलाइन शुरू करने का उद्देश्य जनता की समस्याओं का निराकरण करना है। इसका दुरुपयोग करना उचित नहीं है। यदि कोई व्यक्ति ब्लैकमेलिंग के उद्देश्य से सीएम हेल्पलाइन में शिकायत करता है तो पीड़ित पक्ष उसके खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करा सकता है।
कलेक्टर बोले नियमानुसार कार्रवाई करेंगे
सीएम हेल्पलाइन के लिए सभी अधिकारी-कर्मचारियों को बता दिया गया है कि यदि कोई शिकायत झूठी या ब्लैकमेलिंग के लिए की जा रही है तो उसके सबूत जुटाए जाएं। शासन की सुविधा का गलत उपयोग करने वाले शिकायतकर्ता के खिलाफ भी नियमानुसार एक्शन लेंगे। – कौशलेंद्र विक्रम सिंह, कलेक्टर