चीन को काबू करने के लिये 90 फायटर जेट वाले USS Ronald Reagan को अमेरिका ने उतारा
नई दिल्ली. अमेरिकी नौसेना का USS Ronald Reagan दुनिया के दूसरे सबसे बड़े विमानवाहक पोत की श्रेणी में आता है। चीन को काबू में रखने के लिये अमेरिका ने इस परमाणु एयरक्राफ्ट करियर का ताइवान के पास तैनात कर दिया है। इस बैटलशिप में युद्ध से संबंधित सभी खासियत मौजूद है। यह निमित्ज क्लास (Nimitz Class) का एयर क्राफ्ट करियर है। जिसका नाम द्वितीय युद्ध के बाद Us पैसिफिक फ्लीट कमाण्डल फ्लीट एडमिरल चेस्टर डब्ल्यू निमित्ज के नाम पर दिया गया था। हालांकि रोनाल्ड रीगन नाम पूर्व अमेरिका राष्ट्रपति के नाम पर है।

निमित्ज क्लास में परमाणु ईंधन से संचालित होने वाले 10 एयरक्राफ्ट करियर्स हैं। जिनमें रोनाल्ड रीगन सबसे नये करियर्स में से एक हैं। इसे 12 जुलाई 2003 को अमेरिकी नौसेना को सौंपा गया था। तब से यह लगातार सक्रिय रूप से (US Seventh Fleet) अमेरिका के 7वें फ्लीट का प्रमुख जंगी जहाज है। इसकी डिस्प्लेसमेंट 1.01 लाख टन से अधिक और लम्बाई 1092फीट है। इस एयरक्राफ्ट करियर को 2 परमाणु रियेक्टर ताकत प्रदान करते हैं।

यूएसएस रोनाल्ड रीगन (USS Ronald Reagan) में 4 स्टीम टरबाइन है। यह 56 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से पानी में चलता है। इसकी रेंज असीमित है। यह लगातार 20 से 25 वर्ष तक चल सकता है। इस एयरक्राफ्ट करियर पर 90 फिक्स्ड विंग्स विमान और हेलीकॉप्टर तैनात हो सकते हैं।

यूएसएस रोनाल्ड रीगन (USS Ronald Reagan) पर तीन प्रकार के घातक हथियार तैनात है। पहला है इवॉल्व्ड सी स्पैरो मिसाइल (Evolved Sea Sparrow Missile)। दूसरा है रोलिंग एयरफ्रम मिसाइल (Rolling Airframe Missile और तीसरा है क्लोज -इन वेपंस (CIWS) सिस्टम। यह तीनों हथियार हमला करके दुश्मन के टारगेट को खत्म कर सकते हैं और साथ ही दुश्मन के विमानों, ड्रोन्स, रॉकेट्स और मिसाइलों से जहाज को बचा सकते हैं।

इस पर 2480 सैनिक तैनात हो सकते हैं। रोनाल्ड रीगन पर अत्याधुनिक इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर सिस्टम लगा है। जिसे AN/SLQ-32A(V)4 काउंटरमेजर सूइट कहते हैं। इसके अलावा SLQ-25A Nixie टॉरपीडो काउंटरमेजर सिस्टम लगा है जो दुश्मन के टॉरपीडो का आने का समय, गति आदि पहले ही बता देता है। ताकि उससे बचा जा सके।

4 अगस्त 2022 को अमेरिकी नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा है कि यूएसएस रोनाल्ड रीगन (USS Ronald Reagan) को ताइवान के आसपास ही रहने का आदेश दिया गया है। क्योंकि चीन लगातार अपनी मिसाइलों से युद्धाभ्यास कर रहा है। इस एयरक्राफ्ट करियर पर अमेरिका के बेहतरीन फाइटर जेट्स तैनात हैं। इनमें F-35बी लाइटनिंग-2 ज्वाइंट स्ट्राइक फाइटर जेट्स भी शामिल है।

इसके अलावा यूएसएस रोनाल्ड रीगन (USS Ronald Reagan) पर F/A-18E/F Super Hornet फायटर जेट्स E-2C Hawkeye जासूसी विमान SH-60F Seahawk हेलिकॉप्टर्स और C-2A Greyhound निगरानी विमान भी तैनात रहते हैं। ताइवान के पास तैनाती के समय इस करियर पर इन विमानों की संख्या का खुलासा अमेरिका ने नहीं किया हे।
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यूएसएस रोनाल्ड रीगन (USS Ronald Reagan) पर F-35 Lightning II फाइटर जेट तैनात है। इसे एक ही पायलट उड़ाता है। लम्बाई 51.4 फीट, विंगस्पैन 35 फीट और ऊंचाई 14.4 फीट है। अधिकतम गति 1975 किमी प्रतिघंटा है। कॉम्बैट रेंज 1239 किमी है। अधिकतम 50 हजार फीट की ऊंचाई तक जा सकता है। इसमें 4 बैरल वाली 25 मिमी की रोटरी कैनन लगी है। जो एक मिनट में 180 गोलियां दागती है। इसमें 4 अंदरूनी और 6 बाहरी हार्ड प्वाइंट्स है। हवा से हवा, हवा से सतह, हवा से शिप और एंटी -शिप मिसाइलें तैनात की जा सकती है। इसके अलावा 4 तरीके के बम लगाये जा सकते हैं। यानी चीन को करारा जवाब देने के लिये यह फाइटर जेट काफी है।

दूसरा खतरनाक फाइटर जेट है एफ-18 सुपर हॉर्नेट (F-18 Super Hornet)। जिसकी गति मैक 1.8 है। यानी 2222.4 किमी प्रतिघंटा। सुपर हॉर्नेट की रेंज 3300 किमी है। एफ-18 सुपर हॉर्नेट 50 हजार फीट पर उड़ सकता है। सुपर हॉर्नेट जहां 228 मीटर प्रतिसेकेण्ड की गति से ऊपर जाता है। सुपर हॉर्नेट में AIM-120 AMRAAM मिसाइल लगती है। हॉर्नेट में 20 मिमी कैलिबर की M61A1 वल्कैन तोप लगी है।

