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लोकायुक्त ने रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों दबोचा, पत्नी का हार गिरवी रखकर लाया था 15 हजार रूपये

ग्वालियर. संजय कॉम्पलेक्स स्थित सहकारिता कार्यालय में सहकारिता निरीक्षक 15 हजार रूपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों लोकायुक्त टीम द्वारा मौके पर पकड़ा गया। इंस्पेक्टर ने पिछोर में सोसायटी के बर्खास्त सेल्समैन को न्यायालय के आदेश होने के बाद भी वापिस ज्वाइन कराने के बदले 50 हजार रूपये रिश्वत मांगी थी और बाद में 30 हजार रूपये में पूरा मामला तय हुआ था। बर्खास्त सेल्समैन 15 हजार रूपये पहले चुका था। 15 हजार रूपये बुधवार को पत्नी के गहने गिरवी रखने के बाद लेकर आया था। इस बार उसने लोकायुक्त में मामले की शिकायत की थी। सहकारिता विभाग में वह पहुंचा और इंस्पेक्टर को रिश्वत के रूपये दिये तो इंस्पेक्टर केशव टण्डन ने वह जेब में रख लिये। तभी लोकायुक्त की टीम ने उनको ट्रैप कर लिया। लोकायुक्त पुलिस ने भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया है।

यह है पूरा मामला
पिछोर निवासी अल्ताफ अहमद खान सहकारिता सोसायटी में सेल्समैन है। अल्ताफ के पिता फारूख खान भी सोसायटी में समिति प्रबंधक हैं। 7 जुलाई 2022 को अल्ताफ और उसके पिता को सहकारिता इंस्पेक्टर केशव टंडन ने बर्खास्त कर दिया था। इसके बाद से पिछोर सोसायटी के प्रशासक केशव टंडन ही थे। बर्खास्त होने के बाद अल्ताफ ने कोर्ट की शरण ली थी। कोर्ट ने उनकी बर्खास्ती पर स्टे दे दिया था। इसके बाद से अल्ताफ सहकारिता निरीक्षक के यहां वापस ज्वाइंन कराने के लिए चक्कर काट रहे थे। कोर्ट का स्टे होने के बाद भी केशव टंडन उसे वापस ज्वाइंन नहीं करा रहे थे। सहकारिता निरीक्षक ने ज्वाइंन कराने के लिए 50 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी। इस पर अल्ताफ ने उससे बहुत गुजारिश की तो वह 30 हजार रुपए में ज्वाइनिंग देने को तैयार हो गया था।
दो किश्त ले चुका था तीसरी किश्त लेते हुए पकड़ा गया
सहकारिता निरीक्षक केशव टंडन सेल्समैन अल्ताफ से 2 किश्त ले चुका था। अल्ताफ ने बताया कि 28 जुलाई को उसने केशव टंडन को 10 हजार रूपये दिये थे। 30 जुलाई को उसने 5 हजार रूपये दिये थे। आज बुधवार की दोपहर वह 15 हजार रूपये लेकर पहुंचा था उसके पास रूपये नहीं उसने यह 15 हजार रूपये के लिये पत्नी का हार गोल्ड लोन बैंक में गिरवी रखा। इस बार वह काफी परेशान हो गया था इसलिये उसने लोकायुक्त एसपी को मामले की शिकायत की।
बुधवार की दोपहर वह रिश्वत की रकम लेकर सहकारिता निरीक्षक के पास पहुंच कर 15 हजार रूपये दिये जैसे ही इंस्पेक्टर केशव ने रूपये पेंट की जेब में रखे लोकायुक्त टीम के अधिकारियों ने उनकी रंगे हाथ पकड़ लिया। पहले तो केशव ने हड़काना चाहा, लेकिन लोकायुक्त की टीम को देखकर वह समझ गया कि उसका काम हो गया है।
मैंने परेशान होकर उठाया यह कदम
मुझे, सहकारिता निरीक्षक ने परेशान कर लिया था मैंने उनसे बहुत गुहार लगाई उनके सामने गिड़गिड़ाया, लेकिन वासि ज्वाइंन कराने के लिये तैयार नहीं थे। रिश्वत चाहिये थी उनका कहना था कि कहीं से भी 30 हजार रूपये आये, जब पत्नी के गहने गिरवी रखते तो अंदर आत्मा ने कहा कि इस निरीक्षक को सबक सिखाना होगा। बस उसी समय तय कर लिया था कि लोकायुक्त में जाकर इसे ट्रेप कराऊंगा।
हाथ और पेंट हुई गुंलाबी
लोकायुक्त की टीम ने सहकारिता निरीक्षक केशव टंण्डन के हाथ, और पेंट की जेब को जब केमीकल से धुलाया तो गुलाबी रंग से दोनों रंग गये ।इन नोट में लोकायुक्त के केमीकल लगाये थे। लोकायुक्त पुलिस ने सहकारिता निरीक्षक के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज कर ली है।

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