जिस युवक की दोस्त ने हत्या की, उसका शव रखकर मांढरे की माता चौराहे पर घंटे तक चक्काजाम किया
ग्वालियर. कंपू इलाके में जिस युवक की चाकू मारकर उसके दोस्त ने हत्या की, उसका शव रखकर शनिवार शाम मांढरे की माता चौराहे पर स्वजनों ने ढाई घंटे तक चक्काजाम किया। मृतक के स्वजन और परिचितों का कहना था कि उस पर पूरे परिवार की जिम्मेदारी थी। उसकी पत्नी गृहणी है और छह साल का मासूम बेटा है। स्वजन मृतक की पत्नी को सरकारी नौकरी और बच्चे की पढ़ाई के खर्च से लेकर आर्थिक मदद की मांग कर रहे थे। यहां प्रशासन और पुलिस के अफसर पहुंचे। स्वजनों की मांग को लेकर आश्वासन दिया, तब जाकर जाम खोला गया। यहां चक्काजाम होने से आसपास के रास्तों पर रात 8 बजे तक गाड़ियां फंसी रहीं।
23 जून को अमित पुत्र नंदकिशोर शुक्ला निवासी नाका चंद्रवदनी को उसके दोस्त विजय करोसिया ने चाकू मारा था। वह गंभीर रूप से घायल हो गया। विजय जबरन उसे अस्पताल ले गया, यहां उसका आपरेशन करा दिया। जिससे उसके पूरे शरीर में इंफेक्शन फैल गया। जब हालत बिगड़ गई तो अमित के स्वजन उसे इलाज के लिए दिल्ली ले गए। दिल्ली के राममनोहर लोहिया अस्पताल में उसकी 8 जुलाई को मौत हो गई। इसके बाद कंपू पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया। साथ ही आरोपित को गिरफ्तार भी कर लिया। शनिवार को शव का पोस्टमार्टम हुआ। शाम करीब 6 बजे उसका शव लेकर स्वजन, रिश्तेदार और आसपास रहने वाले लोग मांढरे की माता चौराहे पर पहुंच गए। यहां कांग्रेस महासचिव राघवेंद्र शर्मा व अन्य लोग भी आ गए। इन लोगों ने चक्काजाम किया। सीएसपी इंदरगंज विजय भदौरिया और प्रशासनिक अफसर भी पहुंच गए। इन लोगों की मांग थी कि मृतक की पत्नी भारती और 6 वर्षीय बेटे को 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाए। पत्नी को सरकारी नौकरी, रहने के लिए आवास और बेटे की पढ़ाई का खर्च प्रशासन उठाए। करीब ढाई घंटे तक हंगामा चलता रहा। इसके बाद प्रशासनिक अफसरों ने 4 लाख रुपये की आर्थिक सहायता का आश्वासन दिया। इसके अलावा पत्नी को आउटसोर्स के तहत नौकरी, बेटे को सरकारी स्कूल में पढ़ाई की जिम्मेदारी लेने का आश्वासन प्रशासन ने दिया। इसके बाद स्वजनों ने जाम खोला।

