ऑटो से डकैती की 5 दिन पूर्व 2 बार की रिर्हसल, 5 आरोपी पुलिस की गिरफ्त में, एडीजी द्वारा पुलिस टीम को 30 हजार का इनाम, ज्वेलरी का झांसी में हुआ बंटवारा
ग्वालियर. दिनदहाड़े सोमवार की दोपहर में डकैती का मास्टरमाइंड निकला, 12 वर्ष पहले उसने प्रोफेसर के घर कार धुलाई और सफाई से काम शुरू किया था। धीरे-धीरे उसने घर में सबका विश्वास जीत लिया। भारतीय स्टेट बैंक से लॉकर से निकाल कर लाये सामान पर गिरे गहनों के बाद उसके मन में लालच आ गया। 15 दिन पहले झांसी के एक बदमाश के साथ मिलकर डकैती की पूरी प्लानिंग की थी। जिसमें झांसी, ग्वालियर और करैरा के शिवपुरी के बदमाशों को शामिलकर लगातर अजय के ऑटो से रैकी की। पिछले 5 दिनों में 2 बार ऑटो से डकैती की रिर्हसल की। घटना में कुल 10 बदमाश शामिल थे। जिनमें यह ड्राइवर भी शामिल था। डकैती की घटना के बाद पुलिस ने घटनास्थल से लेकर स्टेशन और हजीरा तक 532 सीसीटीवी कैमरे के फुटेज तलाशने के बाद अहम सुराग हाथ लगा और पुलिस ने ड्रायवर चेतन को गिरफ्तार कर लिया और इसके बाद 5 बदमाशों को पुलिस हिरासत में ले लिया इसके बाद लूटी गयी ज्वेलरी को बरामद कर लिया है। पत्रकारों से चर्चा करते हुए एडीजी ग्वालियर जोन डीनिवास वर्मा ने यह जानकारी दी। पत्रकारवार्ता में एसएसपी अमित सांघी, एएसपी राजेश दंडोतिया, अभिनव चौकसे, डीएसपी विजय भदौरिया, रत्नेश तोमर पुलिस की टीम।
सर्राफे की तराजू से अजय के मामा के यहां हुआ ज्वेलरी का बटवारा
झांसी के अजय कुशवाह उर्फ पप्पू के पास क्राइम ब्रांच की टीम को 315 बोर कट्टा मय राउण्ड के मिला उसे टीम ने अपने कब्जे में लेकर तलाशी ली तो उसके पास सोने और चांदी की ज्वेलरी मिली जो डकैती में मिली थी। यह सभी बदमाश दोनों मोटरसाईकिल मय ऑटो के झांसी पहुंच इन्होंने अजय के मामा के घर सर्राफा बाजार तराजू मंगवा कर बंटवारा किया। अजय 1 साल ग्वालियर में ऑटो चला रहा था जो प्रोफेसर दीक्षित के ड्रायवर चेतन के संपर्क में था।
बदमाशों तक ऑटो के नम्बर से पहुंची पुलिस
एसएसपी अमित सांघी ने बताया 532 सीसीटीवी के फुटेज में ऑटो दिखाई इसी ऑटो के नम्बर के आधार पुलिस बदमाशों तक पहुंची है फिलहाल पुलिस की गिरफ्त कन्हा, अजय कुशवाह उर्फ पप्पू, संजू और चेतन सहित 5 आरोपी है। इनसे पूछताछ की जा रही और ऑपरेशन बंद नहीं हुआ अभी अभी भी ऑपरेशन जारी है। अभी एक टीम झांसी और दूसरी टीम शिवपुरी में बदमाशों को तलाश रही है। इनमें से दो बदमाशों का पुलिस रिकॉर्ड है। एसएसपी अमित सांघी को टीम को बेहतर कार्य करने के लिये एडीजी डी निवास वर्मा की ओर से 30 हजार रूपये का इनाम दिया गया है इसे बढ़ाने के लिये प्रस्ताव भेजा जायेगा। दिनदहाड़े डकैती कांड की जब पुलिस अफसरों ने पड़ताल शुरू की तो सभी बदमाशों का हुलिया देहाती लग रहा था। पर उनका तरीका पूरी तरह प्रोफेशनल था। पर पुलिस को एक ही बात खटक रही थी कि बदमाशों ने आते ही कट्टा अड़ाया और अलमारी के लॉकर की चाबी मांगी। इससे यह साफ था कि बदमाशों को पता था लॉकर में गोल्ड है। यह जानकारी किसी करीबी को हो सकती है। इसके बाद पुलिस को पता लगा कि पंचशील नगर में प्रोफेसर के यहां कार सफाई करने वाला ड्राइवर चेतन रहता है। इसके बाद पुलिस ने आसपास से लेकर हजीरा तक के 532 CCTV कैमरे खंगाले तो सुराग मिला। चेतन को उठाकर पूछताछ की तो कुछ ही मिनट में दिनदहाड़े डकैती के तार खुलते चले गए। चेतन ही पूरी घटना का मास्टर माइंड निकला है। सिर्फ 15 दिन में डकैती की प्लानिंग की थी।
झांसी, करैरा-शिवपुरी के बदमाशों ने दिया था वारदात को अंजाम
झांसी के प्रेम नगर का एक शातिर बदमाश काफी समय से ग्वालियर में रहकर फरारी काट रहा है। यहां वह ऑटो लेकर ड्राइवरी करता है। उसने ही चेतन के इशारे पर लूट की पूरी प्लानिंग की थी। करैरा शिवपुरी के कुछ बदमाशों को बुलाया। हजीरा और झांसी के बदमाशों को मिलाकर गैंग बनाई। इसके बाद 15 दिन तक टीम ने रैकी की। इसके बाद दो बार डकैती की रिहर्सल की और स्पॉट से भागकर कहां पहुंचना है यह भी तय किया गया।
डकैती की गई ज्वेलरी को टुकड़े-टुकड़े कर तौलकर बांटा
– वारदात के बाद बदमाशों ने एक स्थान पर मुलाकात की है। वारदात में ड्राइवर, 6 बदमाश जिन्होंने फ्रंट पर लेकर डकैती डाली और 3 अन्य बदमाश जो बैकअप के लिए तैयार थे शामिल रहे हैं। वारदात के बाद इन्होंने लूटी गई ज्वेलरी को टुकड़े-टुकड़े किया और तौलकर आपस में बांटा है। 5 लोगों का हिस्सा पुलिस को मिल चुका है। प्रोफेसर दंपति ने टूटी हुई ज्वेलरी को पहचान लिया है।

