कैलाशवासी विजयाराजे सिंधिया की 21वीं पुण्यतिथि पर VISM चेयरमेन सुनील राठौर सहित लोगों ने की अर्पित पुष्पाजंलि
ग्वालियर. देशसेवा में लिये समर्पित, सौम्यता की मूर्ति और प्रेरणा की प्रतिमूर्ति एवं ममतामयी कैलाशवाजी विजयाराजे सिंधिया की 21 पुण्यतिथि पर VISM परिवार की ओर चेयरमेन सुनील राठौर चेयरपर्सन सरोज राठौर, VISM की गु्रप डायरेक्टर प्रज्ञासिंह, VISM के अस्पताल के मेडीकल सुपरिंडेंट एके गुप्ता, प्रशासनिक अधिकारी विजय पाटनकर भाजपा नेता संतोषसिंह सिकरबार सहित भारी तादाद में पुष्पांजलि अर्पित की।
विजयाराजे सिंधिया
विजयाराजे सिंधिया (12 अक्टूबर 1919 – 25 जनवरी 2001), का जन्म मध्य प्रदेश के सागर जिले में राणा परिवार में ठाकुर महेंद्र सिंह एवं चूड़ा देवेश्वरी देवी के घर हुआ था। ये अपने पिता की सबसे बड़ी संतान थीं। इनके पिता जालौन जिले के डिप्टी कलक्टर हुआ करते थे। इनके बचपन का नाम लेखा देवेश्वरी देवी था। उनकी माँ ठाकुर महेंद्र सिंह की दूसरी पत्नी थीं। वे नेपाली सेना के पूर्व कमांडर-इन-चीफ जनरल राजा खड्ग शमशेर जंग बहादुर राणा की बेटी थीं, जो नेपाल के राणा वंश के संस्थापक, जंग बहादुर कुंवर राणा के भतीजे थे। विजयाराजे के जन्म के समय उनकी मृत्यु हो गई थी।
पुण्यतिथि और जन्मदिन पर पुष्पाजलि अर्पित करते है
इस अवसर पर VISM के चेयरमेन सुनील राठौर ने बताया कि कैलाशवासी विजयाराजे सिंधिया की स्मृति वर्ष 2006-7 से पुण्यतिथि और जन्मदिन पर पुष्पाजलि अर्पित करने के बाद विजयाराजे सिंधिया के सानिध्य काम करने एक वक्ता को हम वर्ष पर आमंत्रित करते हैं वह छात्र-छात्राओं के बीच संस्मरण बताते है जिससे छात्र-छात्राओं को कैलाशवासी विजयाराजे सिंधिया के बताये आदर्शो पर चलने की शक्ति मिलती है। VISM ग्रुप में देश विदेश से आये छात्र-छात्रायें शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं।