ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने भारत बायोटेक के वैक्सीन को 12 से 18 साल के बच्चों के लिए इमरजेंसी इस्तेमाल की दी मंजूरी
नई दिल्ली. कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के खतरे के बीच एक अच्छी खबर सामने आई है। ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने भारत बायोटेक की तरफ से तैयार की गई बच्चें की कोविड-19 वैक्सीन कोवैक्सिन के इमरजेंसी यूज की मंजूरी दे दी है। ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया की मंजूरी के बाद भारत बायोटेक की वैक्सीन फिलहाल 12 से 18 साल तक के किशोरों को लगाई जा सकेगी।
बच्चों के लिए बनाई जा रही वैक्सीन का ट्रायल भी लगभग पूरा
सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी ने तीसरी लहर की चेतावनी के बाद 12 मई को बच्चों पर कोवैक्सिन के ट्रायल की सिफारिश की थी। इसे मानते हुए ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने ट्रायल की मंजूरी दी थी। भारत बायोटेक ने बच्चों पर कोवैक्सिन का ट्रायल जून में शुरू किया था। बच्चों के लिए बनाई जा रही जायडस कैडिला की वैक्सीन का ट्रायल भी लगभग पूरा हो चुका है।
अगले 6 महीनों में बच्चों की वैक्सीन उपलब्ध होगी
कोवीशील्ड की निर्माता सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला ने पिछले महीने कहा था कि बच्चों के लिए वैक्सीन तैयार करने का काम भी तेजी से चल रहा है। पूनावाला ने स्पष्ट किया कि यह कोवीशील्ड नहीं बल्कि कोवावैक्स होगी। पूनावाला ने कहा कि कोवावैक्स अगले छह महीनों में उपलब्ध होगी। ट्रायल चल रहे हैं।

