लुटेरी बैंक मैनेजर ने 3 साल में 18 कस्टमर्स के एफडी पर 11.84 करोड़ रु. का लोन चढ़ा दिया, पति-मां व खुद के फर्जी खाते खोलकर राशि ट्रांसफर कर ली
इंदौर.एसबीआई की मैनेजर स्वीटी सुनेरिया अपने ही बैंक के ग्राहकों के एफडी से रुपए लूटती रही। 3 साल में उसने 11 करोड़ 84 लाख का फर्जीवाड़ा किया। सीबीआई के छापे में हाथ लगे दस्तावेज में उसके फर्जीवाड़े की कहानी सामने आई है। उसने रुपए शेयर मार्केट में लगा दिए है और अभी वह फरार है।
एसबीआई के खजराना ब्रांच की मैनेजर स्वीटी सुनेरिया वर्ष 2018 से 2021 के बीच यह धोखधड़ी की है, उसने 27 हजार रुपए से शमी बानो के नाम से फर्जी खाता खोला इसके बाद 18 एफडी पर ओड़ी (ओवर डॉफ्ट) अकाउंट खोलकर 11 करोड़ 84 लाख का लोन लिया इसके बाद ये रुपए शमी बानो के अकाउंट में डाले और वहां से अपने पति आशीष सलूजा और मां मंजूषा के खाते में भेज दिए। शातिर स्वीटी ने 18 एफडी पर लिए गए ओडी लोन अकाउंट में अपने और परिवार के 2 सदस्यों के नंबर डाले। वे भी 11 डिजिट के ताकि मैसेज एफडी करने वाले कस्टमर के पास न जाए।
ऐसे खुला मामला
27 मई 2021 को खजराना एसबीआई बैंक में सुलभ पति सुरेश शुक्ररे के साथ 10 लाख रुपए की एफडी को रिन्युअल कराने पहुंचीं। बैंक मैनेजर अंकुर शर्मा ने बताया कि उसकी एफडी पर तो लोन लिया गया है। इस पर दोनों चौंक गए और इसकी शिकायत एसबीआई मुख्यालय को की गई जब बैंक द्वारा इस पूरे मामले की जांच की गई तो छानबीन में यह सामने आया कि बैंक में शमी बानो के नाम से 11 जून 2020 को एक खाता खुलवाया गया और उसके बैंक खाते में अलग-अलग एफडी के लोन के रुपए ट्रांसफर किए गए है। शमी बानो के फर्जी खाते में जमा होने वाले रुपए इधर-उधर करके आखिर में बैंक अधिकारी स्वीटी, आशीष, मंजूला के खातों में भेज दिया जाता था। बैंक ने जांच आगे बढ़ाई तो 18 खातेदारों का पता चला और ओडी लोन के जरिए कुल 11 करोड़ 84 लाख बैंक मैनेजर स्वीटी ने किया था।
यहां किया इन्वेस्ट
सीबीआई ने इंदौर की एसबीआई एजीएम मनोज चौधरी की शिकायत पर खजराना ब्रांच मैनेजर स्वीटी सुनेरिया और उसके पति आशीष सलूजा के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया। इसके बाद मामला सीबीआई तक पहुंचा। सीबीआई के गुरूवार को छापे में खुलासा हुआ है कि उसने रुपए को शेयर मार्केट में इन्वेस्ट कर दिया है। गुरूवार दोपहर महालक्ष्मीनगर, गोयल एन्क्लेव, गोयल विहार और स्नेहलतागंज स्थित आरोपियों के ठिकानों पर छापे मारकर दस्तावेज जब्त किए थे।
मोबाइल नंबर में भी हेरफेर
हर महीने बैंक खाते का बैलेंस की जानकारी मोबाइल पर मैसेज करके देते है। स्वीटी ने सभी खातों के नंबर बदल दिए गए और वह नंबर भी 11 डिजिट के लिखे गए।