ग्वालियर में कोरोना से हुई मौतें सरकार ने छुपाई, सामने आया शमशान का सच
ग्वालियर. ग्वालियर में कोरोना संक्रमित मौत के सरकारी आंकड़े और लक्ष्मीगंज मुक्तिधाम के आंकड़े कई सवाल खड़े कर रहे है। सरकार के आंकड़े बता रहें है कि 1 अप्रैल से 14 अप्रैल के बीच ग्वालियर में सिर्फ 29 लोगों की मौत हुई है। दूसरी तरफ शहर के लक्ष्मीगंज मुक्तिधाम में इन 14 दिनों में 131 लोगों का अंतिम संस्कार हुआ है। इनमें से 42 शव कोरोना संक्रमितों के थे क्योंकि गाइड लाइन के तहत ही इनका अंतिम संस्कार किया गया है।
भोपाल, इंदौर, व जबलपुर में भी यही हाल
अब सवाल है यह कि 13 शव कहां से आए जिनकी मौत कोविड से हुई। इसे सरकार के आंकड़ों की बाजीगरी माना जा रहा है। अकेले ग्वालियर में ही नहीं बल्कि प्रदेश के भोपाल, इंदौर, व जबलपुर में भी यही हाल है। वहां जो मौतें बताई जा रही है उससे कहीं ज्यादा शमशान घाट में चिताएं जलती दिख रही है। नगर निगम से उपायुक्त पर अतिबल सिंह का कहना है कि सरकारी आंकड़े ही सही है। कई दफा बाहर के शव भी यहां आ जाते है। ग्वालियर में कोविड पॉजिटिव की यदि मौत हो जाती है तो उसका अंतिम संस्कार नगर निगम अधिकारी व नोडल ऑफिसर अतिबल सिंह की निगरानी में लक्ष्मीगंज मुक्तिधाम में किया जाता है। अप्रैल 2021 में कोरोना संक्रमण सभी रिकॉर्ड तोड़ रहा है।